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  • एक रोमहर्षक रहस्य खुला
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सजग होइए!–1997
g97 3/8 पेज 20-23

एक रोमहर्षक रहस्य खुला

डेना फ़ॉल्ट्‌स आठ साल का था जब उसे पता चला कि उसे गोद लिया गया है। सालों बाद, वह सोचने लगा, ‘मेरी माँ कौन हैं? वह कैसी थीं? उन्होंने मुझे गोद क्यों दे दिया? क्या मेरे भाई या बहनें हैं?’ डेना का वृत्तान्त पढ़िए कि उसे आख़िरकार अपनी सगी माँ कैसे मिलीं और उसके बाद जो नाटकीय रहस्य खुला।

मेरा जन्म अगस्त १, १९६६ में, कॆचिकन, अलास्का, अमरीका में हुआ था। मेरी बहन पैम मुझसे दो साल बड़ी थी। हमारे पिता ब्यूरो ऑफ़ इंडियन अफ़ेयर्स में एक समाज सेवी थे, और उनका अकसर तबादला होता था। हमने अलास्का में कई जगह घर बदले। उसके बाद, हम आयोवा, ओक्लाहोमा, अरीज़ोना, और ऑरिगन में रहे।

जब हम १९७५ की गर्मियों में विस्कॉनसिन में रिश्‍तेदारों से मिलने गए हुए थे, तब मेरे कुछ चचेरे भाइयों ने एक और चचेरे भाई के बारे में कठोर शब्द कहे। “उसे गोद लिया गया है,” उन्होंने कहा, “इसलिए वह असल में फ़ॉल्ट्‌स परिवार का नहीं है।” हमारे घर लौटने के बाद, मैं ने माँ से इस बारे में पूछा और उनके चेहरे के स्तब्ध भाव को देखकर चकित रह गया। उन्होंने बताया कि दत्तक-ग्रहण क्या है। उस रात, जब उन्होंने मुझे बताया कि मैं और मेरी बहन भी गोद ली हुई है, तब उनकी आँखों से आँसू बह रहे थे।

उस समय दत्तक-ग्रहण का मेरे लिए कोई ख़ास अर्थ नहीं था, और कुछ समय तक मैं ने उस पर शायद ही कभी ध्यान दिया। मेरी एक मम्मी थीं और एक पापा थे, और जीवन जैसा होना चाहिए वैसा ही लगता था। मेरे माता-पिता ने फ़ैसला किया कि अब बार-बार घर नहीं बदलेंगे और एक ही जगह बस जाएँगे। जब मैं नौ साल का था, तब हम वैनकूवर, वॉशिंगटन में बस गए। पापा और मैं बहुत क़रीब थे, लेकिन मेरी और मम्मी की उतनी नहीं पटती थी। मैं मनमौजी था और कभी-कभी विद्रोह करता था, और इससे मम्मी को जो कुंठा होती थी वह स्पष्ट कर सकती है कि हम क्यों दूर होते गए।

रोमांस और कॉलेज

जब मैं हाई स्कूल में था, तब मैं ट्रीना से मिला, और तुरन्त हमारी दोस्ती हो गयी। स्कूल पूरा करने पर मैं ने कॉरवैलिस, ऑरिगन की ऑरिगन स्टेट युनिवर्सिटी में शैक्षिक अध्ययन के लिए छात्र-वृत्ति स्वीकार कर ली। मैं अपना फ़ुरसत का समय ट्रीना के साथ बिताने के लिए वैनकूवर आने-जाने में बिताता था। ट्रीना का हाई स्कूल में एक साल बाक़ी था। मैं बहुत कम पढ़ाई करता था लेकिन मैं ने सोचा कि कॉलेज में मेरा काम चल ही जाएगा। मेरा पहला रिपोर्ट-कार्ड एक झटका था—वह मेरा अब तक का सबसे ख़राब रिपोर्ट-कार्ड था! मैं शर्मिंदा था। लेकिन मैं ने ट्रीना से मिलना नहीं छोड़ा; मैं अपने साथ अपनी पुस्तकें ले जाता कि अपनी मुलाक़ातों के दौरान पढ़ सकूँ।

फिर एक दिन, वैनकूवर से अपनी मोटर-साइकिल पर कॉलेज लौटते समय, मैं एक गंभीर दुर्घटना में फँस गया। उसके कुछ ही समय बाद मैं और भी गंभीर रूप से घायल हो गया जब एक पैदल-पथ पर सड़क पार करते समय मुझे एक कार ने टक्कर मार दी। मैं ने काम करना शुरू कर दिया और फिर कॉलेज लौटने की इच्छा नहीं रही।

धर्म में दिलचस्पी

कुछ समय बाद, ट्रीना और मैं एकसाथ रहने लगे। हम परमेश्‍वर पर विश्‍वास करते थे और उसे जानना चाहते थे। लेकिन, हमें लगा कि गिरजों में पाखण्ड है। सो हमने स्वयं बाइबल पढ़ने की कोशिश की, लेकिन हमें उसका सिर-पैर नहीं समझ आया।

एक दिन, पोर्टलॆंड, ऑरिगन में कार्यस्थल पर, सहकर्मी एक आदमी को चिढ़ाने लगे जिसे मैं एक बहुत-ही अच्छा व्यक्‍ति मानता था। रैन्डी ने वह छेड़छाड़ सह ली। उसी दिन मैं ने बाद में उससे पूछा: “मैं यह क्या सुन रहा हूँ कि आप एक सेवक हैं?”

“हाँ, मैं एक सेवक हूँ,” उसने कहा।

“किस धर्म के?” मैं ने पूछा।

“मैं एक यहोवा का साक्षी हूँ।”

“यहोवा के साक्षी कौन हैं?”

“आपको सचमुच नहीं मालूम?” उसने हैरानी से पूछा।

“नहीं,” मैं ने कहा। “यहोवा के साक्षी कौन हैं? क्या मुझे जानना चाहिए?”

“हाँ,” उसने एक मुस्कान के साथ कहा, “आपको जानना चाहिए। आप भोजन-अवकाश में क्या कर रहे हैं?”

भोजन-अवकाश के दौरान हुई अनेक बाइबल चर्चाओं में से यह पहली थी। एक रात मैं ने इनके बारे में ट्रीना को बताया। “यहोवा के साक्षियों से बात मत कीजिए!” वह बोली। “वे अजीब हैं! वे तो मसीही भी नहीं हैं। वे क्रिसमस नहीं मनाते।” और उसने मुझे कई और बातें बतायीं जो उसने यहोवा के साक्षियों के बारे में सुनी थीं।

“किसी ने आपको ऐसी ढेर सारी बातें बता दी हैं जो सच नहीं हैं,” मैं ने कहा। एक लम्बी बातचीत के बाद, मैं उसे विश्‍वस्त करने में समर्थ हुआ कि उसने पूरी सच्चाई नहीं सुनी थी। उसके बाद, वह मुझसे कहा करती कि रैन्डी से यह-यह प्रश्‍न पूछिए, और मैं एक-के-बाद-एक स्पष्ट शास्त्रीय उत्तर लाया करता। अंततः, ट्रीना ने कहा: “मैं नहीं जानती थी कि यह सब बाइबल में था, लेकिन मैं फिर भी सोचती हूँ कि वे अजीब हैं। यदि आप उसके साथ बाइबल के बारे में बात करना जारी रखना चाहते हैं, तो मुझे परवाह नहीं; लेकिन घर आकर वह सब मेरे गले मत उतारिए।”

एक कष्टकर समय

मैं बाइबल से जो सीख रहा था उस पर विश्‍वास कर रहा था, लेकिन मुझे लगा कि मैं उसके अनुसार जी नहीं सकता। ट्रीना और मैं और भी ज़्यादा झगड़ने लगे। सो मैं ने और मेरे एक दोस्त ने फ़ैसला किया कि अपनी प्रेमिकाओं को छोड़कर ओक्लाहोमा में एक नया जीवन शुरू करेंगे। मैं ने कार्य से अवकाश का प्रबन्ध किया। जल्द ही, मेरा मित्र और मैं टॆक्सास सीमा के पास एक क़सबे में एक मकान में बस गए। जल्द ही मैं ट्रीना की कमी बहुत महसूस करने लगा, लेकिन मैं ने फ़ैसला किया कि मैं मौज-मस्ती करूँगा।

मुझे पता चला कि टॆक्सास में शराब पीने की कानूनी उम्र १९ साल है, सो जब मेरा मित्र एक यात्रा पर गया, तब एक रात मैं एक जाने-माने रॉक-एन-रोल होटल में मज़ा करने के लिए सीमा पार गया। मैं पीकर धुत्त हो गया, अपनी कार ठोंक दी और जेल ले जाया गया। कुछ समय बाद, मैं अपने पापा से संपर्क करने में समर्थ हुआ, और उन्होंने मुझे ज़मानत पर छुड़वा लिया। साथ ही, मैं कितना शुक्रगुज़ार था कि ट्रीना ने मुझे फिर से अपना लिया! मैं अपनी पुरानी नौकरी पर लौट गया और रैन्डी के साथ बाइबल चर्चाएँ फिर से शुरू कर दीं।

अपने जीवन को संभालना

मुझे यहोवा के साक्षियों के बारे में पहली बार सुने लगभग दो साल हो गए थे, और मैं ने अपने बाइबल अध्ययन पर अधिक ध्यान लगाने का फ़ैसला किया। अब मैं २० साल का था, और मेरे दत्तक-ग्रहण के बारे में प्रश्‍न जो मैं ने इस लेख के शुरू में बताए थे, मुझे खाने लगे। सो मैं ने अपनी सगी माँ के लिए असल खोज करनी शुरू कर दी।

मैं ने अलास्का में उस अस्पताल में फ़ोन किया जहाँ मेरा जन्म हुआ था और पूछा कि आगे क्या करूँ। यह जानने के बाद कि क्या करना चाहिए, मैं ने अपने मूल जन्म-प्रमाणक की एक प्रति हासिल की और जाना कि मेरी माँ का नाम सैन्ड्रा ली हर्श था; लेकिन मेरे पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। सैन्ड्रा केवल १९ साल की थी जब मेरा जन्म हुआ, सो मैं ने सोचा कि वह एक सहमी हुई, अविवाहित लड़की होगी जो गर्भवती हो गयी होगी और यह बहुत कठिन फ़ैसला किया होगा। मेरे जन्म-प्रमाणक पर इतनी जानकारी नहीं थी कि मैं अपनी माँ का पता लगा सकूँ।

इस बीच, रैन्डी के साथ मेरे बाइबल अध्ययन के फलस्वरूप, मैं विश्‍वस्त हो गया था कि मुझे सच्चा धर्म मिल गया है। लेकिन मैं तम्बाकू के मलिनकारी प्रयोग को छोड़ने में बार-बार चूक जाता था। (२ कुरिन्थियों ७:१) मुझे लगा कि यहोवा ने मुझ पर से आस छोड़ दी है। फिर, राज्यगृह में एक साक्षी ने कुछ ऐसा कहा जिसने सचमुच मुझे मदद दी। उसने बताया कि शैतान चाहता है कि हम चूक जाएँ और कि यह दुःख की बात है कि कुछ लोग हार मानने के द्वारा अनन्त जीवन खो बैठते हैं। “हमें यहोवा पर अपना बोझ डालने की ज़रूरत है,” उसने कहा, “और हमारे मुश्‍किल के समय में हमारी मदद करने के लिए उस पर पूरी तरह से भरोसा रखना चाहिए।”—भजन ५५:२२.

मुझे ठीक वही सुनने की ज़रूरत थी! उसने जो कहा मैं ने उस पर अमल करना शुरू किया, और मैं यहोवा से मदद के लिए अकसर प्रार्थना करता। जल्द ही, मैं ने तम्बाकू का प्रयोग करना छोड़ दिया, ट्रीना और मैं ने विवाह किया, और मैं अपने बाइबल अध्ययन में नियमित हो गया। कुछ समय बाद, ट्रीना ने भी अध्ययन करना शुरू किया। मैं ने पानी में बपतिस्मे के द्वारा यहोवा के प्रति अपने समर्पण को जून ९, १९९१ में चिन्हित किया। इसके दो सप्ताह भी नहीं बीते थे कि हमारी पहली बेटी, ब्रीएना जीन का जन्म हुआ।

पापा के साथ मेरा सम्बन्ध

मेरे पापा और मैं क़रीब थे। वह बहुत कृपालु व्यक्‍ति थे और जब मैं निराश होता वह मुझे प्रोत्साहन देने के लिए हमेशा हाज़िर रहते। परन्तु, जब मुझे अनुशासन की ज़रूरत होती तब वह सख़्ती बरतते। सो, १९९१ के शुरू में वह कठिन समय था जब मुझे पता चला कि पापा को फेफड़े का जानलेवा कैंसर है। उस समय तक मम्मी और पापा हैमिल्टन, मॉनटाना जा बसे थे। हम पापा को देखने और मम्मी को सहारा देने की कोशिश करने के लिए अकसर वहाँ जाते।

हम पापा को पुस्तक क्या यही जीवन सब कुछ है? दे पाए। उन्होंने उसे पढ़ने का वचन दिया और कहा कि उनको अपने परिवार की ख़ैरियत के बारे में चिन्ता है। जब मैं आख़िरी बार गया था, तब उन्होंने मुझसे कहा कि अपने बेटे के रूप में मुझे पाने का उनको बहुत गर्व है और वह मुझे बहुत प्यार करते हैं। फिर, जब आँसू निकल पड़े, तब उन्होंने अपना सिर खिड़की की ओर मोड़ लिया। मेरे जाने से पहले हम कई बार गले मिले। नवम्बर २१, १९९१ में, अपनी मृत्यु से पहले पापा ने उस पुस्तक का क़रीब एक तिहाई पढ़ लिया था।

पापा की मृत्यु होने और हमारे मोज़ॆज़ लेक, वॉशिंगटन में घर बदल लेने के बाद, मुझे अपने अतीत के बारे में जानने की और भी गहरी इच्छा हुई। लेकिन खोज में इतना समय बिताने के बावजूद, हमने आध्यात्मिक हितों की उपेक्षा नहीं की। ट्रीना का बपतिस्मा जून ५, १९९३ में हुआ, और छः महीने बाद उसने हमारी दूसरी बेटी, सीएरा लिन को जन्म दिया।

मैं ने अपनी सगी माँ को कैसे ढूँढा

मैं अलास्का की कानूनी व्यवस्था से निवेदन करता रहा, अलग-अलग एजॆन्सियों को एक-के-बाद-एक पत्र लिखता रहा, साथ ही ख़ुद भी कम्प्यूटर के द्वारा खोज करता रहा। कोई फ़ायदा नहीं हुआ। फिर, १९९५ के अन्त के आस-पास, मैं ने एक चिकित्सा जाँच करवायी जिससे मेरे हृदय में अनियमितता का पता चला। मैं केवल २९ साल का था, और मेरा डॉक्टर मेरा चिकित्सा इतिहास जानना चाहता था।

डॉक्टर ने एक विस्तृत, सुस्पष्ट निवेदन लिखा और इस बात पर ज़ोर दिया कि मेरी दत्तक-ग्रहण फ़ाइलों की जानकारी मेरे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यावश्‍यक हो सकती है। कुछ समय बाद, हमें एक उत्तर मिला। उसमें एक न्यायी का फ़ैसला दिया गया था कि उसे नहीं लगता कि मेरी चिकित्सीय ज़रूरत इतनी बड़ी है कि फ़ाइलों को खोला जाए। मैं टूट-सा गया। लेकिन कुछ सप्ताह बाद, एक और न्यायी का पत्र आया। अदालत ने मुझे अपनी दत्तक-ग्रहण फ़ाइलें प्राप्त करने की अनुमति दे दी थी!

मेरी दत्तक-ग्रहण फ़ाइलें जनवरी १९९६ के शुरू में पहुँचीं। उनमें मेरी सगी माँ का गृहनगर और पारिवारिक पृष्ठभूमि थी। तुरन्त, मैं ने सैन्ड्रा का नाम और उसके गृहनगर का नाम साथ-साथ डालकर कम्प्यूटर से खोज की और मुझे छः फ़ोन नम्बर मिले। ट्रीना और मैं ने फ़ैसला किया कि अच्छा होगा यदि ट्रीना फ़ोन करे। तीसरे नम्बर पर फ़ोन मिलाया तो, एक स्त्री ने कहा कि सैन्ड्रा उसकी भतीजी है और उसका फ़ोन नम्बर दे दिया।

फ़ोन मिला और रहस्य खुला

जब ट्रीना ने वह नम्बर लगाया, तब जिस स्त्री ने फ़ोन उठाया उसने अपनी पहचान कराने से इनकार कर दिया। अंततः, ट्रीना ने साफ़-साफ़ कह दिया: “मेरे पति का जन्म कॆचिकन, अलास्का में अगस्त १, १९६६ में हुआ था, और मैं जानना चाहती हूँ कि क्या आप ही वह हैं जिनकी मुझे तलाश है।” एक लम्बी चुप्पी के बाद, कँपकँपाती आवाज़ में उस स्त्री ने ट्रीना का नाम और फ़ोन नम्बर माँगा और कहा कि वह बाद में फ़ोन करेगी। मैं ने नहीं सोचा कि वह तुरन्त फ़ोन करेंगी, सो मैं दुकान से कुछ ज़रूरत की चीज़ें लेने चला गया।

जब मैं लौटा, तब ट्रीना फ़ोन पर बात कर रही थी और उसकी आँखों में आँसू थे। उसने मुझे फ़ोन दे दिया। जब माँ और मैं हैलो कहकर एक दूसरे का हाल-चाल पूछ रहे थे, तब ट्रीना ने जल्दी से दबी आवाज़ में कहा, “वह असल में आपको त्यागना नहीं चाहती थीं।” मुझे माँ पर बड़ा तरस आया जब उन्होंने अपने बारे में बताना शुरू किया। “मुझे जीवन देने के लिए मैं आपका धन्यवाद करना चाहता हूँ,” मैं ने कहा। “मेरा जीवन सुखी है और मुझे ज़रूरत की हर चीज़ मिली है। मुझे अच्छे माता-पिता और ढेर सारा प्रेम मिला और अब मेरे पास एक अच्छी पत्नी और दो सुन्दर बेटियाँ हैं। मैं बहुत ख़ुश हूँ।”

वह रोने लगीं। बात करते-करते उन्होंने मुझे बताया कि उनका बलात्कार हुआ, वह गर्भवती हो गयीं, और मुझे त्यागने के लिए उन पर दबाव डाला गया; फिर उन्होंने मुझे बताया कि बाद में उन्होंने विवाह किया और कि कुछ समय बाद, जब वह एक ऑपरेशन के बाद अस्पताल में ठीक हो रही थीं, तब उनकी बच्ची और उनकी माँ एक आग हादसे में मारी गयीं। उन्होंने कहा कि उस समय उन्हें लगा कि क्योंकि उन्होंने अपने बेटे को त्याग दिया था इसीलिए बदले में परमेश्‍वर ने इन प्रियजनों को छीन लिया। “नहीं,” मैं तुरन्त बोला, “परमेश्‍वर इस ढंग से काम नहीं करता!” उन्होंने कहा कि अब उन्हें यह बात पता है, क्योंकि उस त्रासदी के बाद, उन्होंने “बाइबल सत्य ढूँढना” शुरू किया था और अब वह “एक बाइबल विद्यार्थी” हैं।

मैं सोचने लगा, ‘यह सच नहीं हो सकता,’ और पूछा: “आपने किसके साथ अध्ययन किया?” एक लम्बी चुप्पी के बाद, उन्होंने कहा: “यहोवा के साक्षियों के साथ।” मैं इतना भावुक हो उठा कि बोल भी नहीं सका। रोते हुए, मैं मुश्‍किल से कह पाया, “मैं भी एक साक्षी हूँ।” जब मैं ने इसे ज़्यादा साफ़ तरह से दोहराया तब वह आनन्द-विभोर हो उठीं। यह सब मानो एक चमत्कार था!

माँ १९७५ में एक साक्षी बनीं, अपनी बच्ची के मरने के बाद किसी समय। जब उनका पति आध्यात्मिक रूप से प्रगति करने लगा, तब उन्होंने उसे मेरे बारे में बताया। उसने उन्हें दिलासा दिया और कहा कि वे मेरी तलाश करेंगे। लेकिन कुछ ही समय बाद, वह एक कार दुर्घटना में मारा गया, और वह तीन छोटे-छोटे बच्चों को पालने के लिए अकेली रह गयीं। इसके बाद हमने कई शामें घंटों बात की। अंततः, हमने फरवरी १९९६ के दूसरे सप्ताह में फ़ीनिक्स, अरीज़ोना में मिलने का फ़ैसला किया। माँ ने एक और मसीही बहन के साथ वहाँ आने का पहले ही प्रबन्ध किया हुआ था।

एक स्मरणीय पुनःमिलन

इस यात्रा के लिए ट्रीना और मैं अपने बच्चों को साथ नहीं ले गए। जब मैं जहाज़ से उतरा, मैं ने अपनी माँ को देखा और आख़िरकार उनके गले लग पाया। जब हम गले लगे, उन्होंने कहा कि मुझे गले लगाने के लिए उन्हें २९ साल इंतज़ार करना पड़ा, और बहुत देर तक वह मुझे गले लगाए रहीं। हमारा अच्छा समय गुज़रा और हमने एक दूसरे को तस्वीरें दिखायीं और बातें बतायीं। लेकिन, ख़ास बात थी फ़ीनिक्स में एक राज्यगृह में माँ के साथ बैठना! हमने एकसाथ सभा को सुना और एकसाथ खड़े होकर राज्य गीत गाए। यह एक ऐसी सुखद भावना थी जिसे मैं हमेशा याद रखूँगा।

अप्रैल १९९६ में, मेरी बहन लॉरा हमसे मिलने आयी। उसका घर आयोवा में है। उसके साथ स्नेही मसीही संगति का आनन्द लेना कितना सुखद था! मैं ने फ़ोन पर अपने दो नए भाइयों से भी बात की है। अपने परिवार के साथ संयुक्‍त होना सुखद है, लेकिन यहोवा के संगठन के अन्दर प्रेम में संयुक्‍त होना एक देन है जो केवल हमारा महान परमेश्‍वर, यहोवा ही दे सकता है।—डेना फ़ॉल्ट्‌स द्वारा बताया गया।

[पेज 23 पर तसवीर]

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