कष्ट से मुक्त परादीस जल्द ही एक वास्तविकता
“तू मेरे साथ परादीस में होगा।” अपराध का अतीत रखनेवाले व्यक्ति को इन शब्दों ने कितना आश्वासन दिया होगा! ऐसा नहीं कि उसे लगा कि वह नरक की आग से बच जाएगा और मरने के बाद स्वर्ग जाएगा। इसके बजाय, यीशु की बग़ल में लटकाए गए चोर ने इस बात से सांत्वना पाई कि जब इस ग्रह पर परादीस की पुनःस्थापना होगी तब वह पुनरुत्थान पाएगा। कृपया ग़ौर कीजिए कि परादीस के बारे में ऐसी असाधारण बात किसने कही—परमेश्वर के अपने पुत्र, यीशु मसीह ने।—लूका २३:४३, NW.
किस बात ने मसीह को परादीस प्रतिज्ञा के लिए उभारा? चोर ने आग्रह किया था: “हे यीशु, जब तू अपने राज्य में आए, तो मेरी सुधि लेना।” (लूका २३:४२) राज्य क्या है और इसके और पार्थिव परादीस के बीच क्या संबंध है? यह कैसे गारंटी देता है कि परादीस कष्ट से मुक्त होगा?
वह शक्ति जो परादीस लाती है
आप इस बात से सहमत होंगे कि सच्चा परादीस केवल तभी आ सकता है जब पृथ्वी के सभी वर्तमान कष्ट दूर हो जाएँगे। इन्हें दूर करने के मानवी प्रयास अभी तक असफल रहे हैं, जैसा कि इतिहास उचित रूप से पुष्टि करता है। इब्रानी भविष्यवक्ता यिर्मयाह ने स्वीकार किया: “हे यहोवा, मैं जान गया हूं, कि . . . मनुष्य चलता तो है, परन्तु उसके डग उसके अधीन नहीं हैं।” (यिर्मयाह १०:२३) तो फिर कौन आज के सभी कष्टों को दूर करेगा?
ख़राब मौसम और प्रदूषण। जब गलील के समुद्र में एक तूफ़ान के कारण लहरें इतने ज़ोर से उठीं कि एक नाव के टूटने का ख़तरा नज़र आने लगा, तब नाविकों ने अपने एक साथी को नींद से जगाया। उठकर उसने समुद्र से बस इतना कहा: “शान्त रह, थम जा।” मरकुस सुसमाचार का वृत्तांत बताता है कि क्या हुआ: “और आन्धी थम गई और बड़ा चैन हो गया।” (मरकुस ४:३९) वह संगी यात्री यीशु था। उसके पास मौसम पर क़ाबू पाने की शक्ति थी।
यह वही यीशु था जिसने प्रेरित यूहन्ना के माध्यम से पूर्वबताया था कि वह समय आता जब परमेश्वर ‘पृथ्वी के बिगाड़नेवालो को नाश’ करता। (प्रकाशितवाक्य १:१; ११:१८) यह उस व्यक्ति के लिए कोई असंभव काम नहीं है जिसने नूह के दिनों में भक्तिहीन मनुष्यों के पूरे संसार को मिटा दिया था।—२ पतरस ३:५, ६.
अपराध और हिंसा। बाइबल प्रतिज्ञा करती है: “कुकर्मी लोग काट डाले जाएंगे; और जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे पृथ्वी के अधिकारी होंगे। परन्तु नम्र लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे, और बड़ी शान्ति के कारण आनन्द मनाएंगे।” (भजन ३७:९, ११) एक बार फिर, परमेश्वर यहोवा ही है जो सारे अपराध और हिंसा को मिटाने और परादीस पर नम्र लोगों को बसाने की प्रतिज्ञा करता है।
ग़रीबी और भूख। वर्तमान-दिन का अन्याय संसार के किसी क्षेत्र में सरकारों को भोजन-सामग्री का बहुतायत में “अंबार” लगाने की अनुमति देता है, जबकि दूसरी ओर ग़रीब देश ग़रीबी से संघर्ष करते हैं। राहत एजॆन्सियाँ, जिन्हें संसार भर के चिंतित लोगों का समर्थन प्राप्त होता है, मूलभूत ज़रूरत पूरी करने की कोशिश करती हैं लेकिन अकसर उनकी योजनाएँ क़ानून और व्यवस्था की कमी के कारण असफल हो जाती हैं। भविष्यवक्ता यशायाह ने जो लिखा उससे इसकी तुलना कीजिए: “सेनाओं का यहोवा इसी पर्वत पर सब देशों के लोगों के लिये ऐसी जेवनार करेगा जिस में भांति भांति का चिकना भोजन और निथरा हुआ दाखमधु होगा; उत्तम से उत्तम चिकना भोजन और बहुत ही निथरा हुआ दाखमधु होगा।” (यशायाह २५:६) क्या इससे ऐसा नहीं लगता कि अकाल और भुखमरी नहीं रहेंगे? निश्चित ही नहीं रहेंगे।
युद्ध। इस भूमंडल पर एक अधिराष्ट्रीय शक्ति द्वारा राज्य करने की कोशिशें असफल साबित हुई हैं। राष्ट्र संघ, जिसकी स्थापना १९२० में हुई थी, द्वितीय विश्व युद्ध होने से नहीं रोक सका और नष्ट हो गया। संयुक्त राष्ट्र संघ, जिसे अनेक बार शांति की सर्वश्रेष्ठ आशा पुकारा गया है, विरोधी दलों को झगड़ों के क्षेत्रों में अलग-अलग रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। इसके बहुचर्चित शांति प्रयासों के बावजूद, युद्ध बहुतायत में हो रहे हैं, चाहे गृहयुद्ध हों, नृजातीय युद्ध या सांप्रदायिक युद्ध। परमेश्वर की राज्य सरकार वर्तमान-दिन के युद्ध करनेवाले पक्षों को हटाने और अपनी प्रजा को शांति के मार्ग सिखाने की प्रतिज्ञा करती है।—यशायाह २:२-४; दानिय्येल २:४४.
पारिवारिक और नैतिक पतन। परिवार बुरी तरह टूट रहे हैं। किशोर अपराध बढ़ते जा रहे हैं। अनैतिकता मानव समाज के हर दायरे में समाई हुई है। फिर भी, शुरू से परमेश्वर के स्तर बदले नहीं हैं। यीशु ने इस बात की पुष्टि की कि “मनुष्य अपने माता पिता से अलग होकर अपनी पत्नी के साथ रहेगा और वे दोनों एक तन होंगे . . . इसलिये जिसे परमेश्वर ने जोड़ा है, उसे मनुष्य अलग न करे।” (मत्ती १९:५, ६) यहोवा परमेश्वर ने और आज्ञा दी: “अपनी माता और पिता का आदर कर . . . कि तेरा भला हो, और तू धरती पर बहुत दिन जीवित रहे।” (इफिसियों ६:२, ३) ऐसे स्तर परमेश्वर के राज्य के अधीन पृथ्वी पर प्रबल होंगे।
बीमारी और मृत्यु। “यहोवा . . . हमारा उद्धार करेगा,” भविष्यवक्ता यशायाह ने वायदा किया, “कोई निवासी न कहेगा कि मैं रोगी हूं।” (यशायाह ३३:२२, २४) “क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है,” मसीही प्रेरित पौलुस ने स्वीकार किया, “परन्तु परमेश्वर का बरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है।”—रोमियों ६:२३.
परमेश्वर यहोवा इन सभी कष्टों को अपने पुत्र, मसीह यीशु के अधीन स्वर्गीय सरकार के माध्यम से हटा देगा। लेकिन, आप शायद कहें, ‘यह एक यूटोपियन सपना लगता है। वाक़ई यदि यह सच हो जाए तो कितना अच्छा होगा, लेकिन क्या ऐसा होगा?’
एक वर्तमान वास्तविकता
अनेक लोगों के लिए, इसी पृथ्वी पर एक कष्ट से मुक्त परादीस में रहने की संभावना, सच्चाई से आँखें मूँदने के बराबर है। यदि आप भी ऐसा ही महसूस करते हैं तो इस बात के सबूत की जाँच कीजिए कि ऐसा वाक़ई घटित होगा।
यहोवा के साक्षी ५० लाख लोगों का एक ऐसा वर्तमान-दिन समाज है जिनकी २३३ देशों में फैली हुई ८२,००० कलीसियाओं में तुलनात्मक रूप से कष्ट से मुक्त वातावरण पहले ही पाया जाता है। आप उनकी छोटी-बड़ी किसी भी सभा में जाएँ तो आप क्या पाएँगे?
(१) एक सुखद, स्वच्छ वातावरण। नोरविच, इंग्लैंड में हुए यहोवा के साक्षियों के एक अधिवेशन के बारे में टिप्पणी करते हुए, फुटबाल स्टेडियम के मैनेजर ने कहा: “पिछले चार दिनों तक रहा शांतिमय वातावरण लुभावना है। हम एक ऐसी व्यक्तिगत स्थिरता का अनुभव करते हैं जो तनावपूर्ण व्यापार संसार और आस-पास की दुनिया के किन्हीं चार दिनों से बिलकुल अलग है। साक्षियों के पास सचमुच कुछ ऐसा है जो दूसरों से अलग और समझ से परे है।”
लंदन में यहोवा के साक्षियों का दफ़्तर देखनेवाले एक निर्माण उद्योग प्रशिक्षण सलाहकार ने कहा: “जो मैंने देखा और सुना था उससे मैं बहुत प्रभावित हुआ और उस शांति और स्थिरता के माहौल से चकित रह गया जो न केवल आपके भवनों में बल्कि [पुरुषों और महिलाओं] के बीच में भी पाया जाता है। मेरे ख़्याल से आपके जीने के तरीक़े और ख़ुशी से इस कष्टपूर्ण संसार को बहुत कुछ सीखना चाहिए।”
(२) सुरक्षा और शांति। कनाडा की एक स्तंभकार ने ज़ूरनाल दे मॉरिंआल में लिखा: “मैं एक साक्षी नहीं हूँ। लेकिन मैं इस सच्चाई की साक्षी ज़रूर हूँ कि साक्षी निपुणता और उचित आचरण के साक्षी हैं . . . यदि संसार में केवल यही लोग होते तो हमें दरवाज़ों में चटकनियाँ लगाने और बर्गलर अलार्म लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती।”
(३) परमेश्वर की राज्य सरकार के प्रति निष्ठा साक्षियों की ख़ासियत है। उनकी तटस्थ स्थिति कई लोगों को परेशानी में डाल देती है, हालाँकि ऐसा नहीं होना चाहिए। सुधार योग्य राजनैतिक योजनाओं में उनके शामिल न होने की वज़ह, समाज को सुधारने की उनकी इच्छा की कमी नहीं है। इसके बजाय, वे ऐसा आचरण रखते हैं जिससे उसे ख़ुश करें जो स्वर्गीय सरकार द्वारा राज्य करता है, यानी पृथ्वी का सृष्टिकर्ता, यहोवा परमेश्वर।
साक्षियों का विश्वास, पूरी तरह से परमेश्वर के वचन, बाइबल पर आधारित है। यह उन्हें एक पंथ या गुट बनने के फँदे में फँसने से बचाता है। वे किसी भी धर्म को माननेवाले लोगों में कृपाशील दिलचस्पी दिखाते हैं। जी नहीं, वे इन लोगों के साथ अपनी विचारधारा बदलने के लिए ज़बरदस्ती नहीं करते। कष्ट से मुक्त परादीस का, जो जल्द ही पृथ्वी पर बसेगा, शास्त्रीय प्रमाण देने के द्वारा वे अपने अगुवे, मसीह यीशु का अनुकरण करने की कोशिश करते हैं।—मत्ती २८:१९, २०; १ पतरस २:२१.
(४) आध्यात्मिक स्वास्थ्य और ख़ुशी। वस्तुतः, यहोवा के साक्षी इस समय पूरी तरह कष्ट से मुक्त होने का दावा नहीं करते। यह उन लोगों में असंभव है जिनके माथे पर आदम से वंशागत पाप की छाप लगी है। लेकिन परमेश्वर की पवित्र आत्मा की मदद से, वे ऐसे गुणों को पैदा करने के लिए मेहनत करते हैं जैसे “प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज, कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम।” (गलतियों ५:२२, २३) मसीह यीशु के द्वारा परमेश्वर यहोवा की उपासना के कारण ही वे एकता में रहते हैं और उनकी आशा जीवित रहती है।
हमें विश्वास है कि साक्षियों के स्थानीय सभा स्थान में आपका जाना, आपको इस बात के लिए आश्वस्त करेगा कि परमेश्वर इसी पृथ्वी को परादीस में तबदील कर देगा।
आज के कष्ट दूर हो जाएँगे। यहाँ तक कि हममें बसी अपरिपूर्णता भी धीरे-धीरे ग़ायब हो जाएगी जब आज्ञाकारी मानवजाति के लिए मसीह के छुड़ौती बलिदान के फ़ायदों का इस्तेमाल किया जाता है। जी हाँ, आपका स्वास्थ्य और ख़ुशी परिपूर्ण हो सकते हैं।
आसान तैयारी आपको ऐसी प्रत्याशा का आनंद उठाने में मदद करेगी। साक्षियों से पुस्तक ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता हैa की एक प्रति माँगिये। इससे थोड़े समय में ही आप, यह सीख जाएँगे कि परमेश्वर आपसे क्या चाहता है ताकि आप भी कष्ट से मुक्त परादीस में अनंतकाल तक जीवन का आनंद ले सकें।
[फुटनोट]
a वॉच टावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित।
[पेज 10 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]
साक्षियों का विश्वास पूरी तरह बाइबल पर आधारित है, यह उन्हें एक पंथ या गुट बनने के फँदे में फँसने से बचाता है
[पेज 8, 9 पर तसवीरें]
कष्ट से मुक्त परादीस की तैयारी का काम आज किया जा रहा है
पूरी पृथ्वी पर जल्द ही एक भौतिक परादीस होगा