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सजग होइए!–2014
g 10/14 पेज 7
एक ज़बरदस्त कार ऐक्सीडेंट

पहले पेज का विषय | मुसीबत का दौर कैसे करें पार

जब किसी अज़ीज़ की मौत हो जाए

ब्राज़ील के रहनेवाले रोनॉल्डो और उसके परिवार का एक ज़बरदस्त कार ऐक्सीडेंट हुआ। इसमें उसके परिवार के पाँच लोग मारे गए। अफसोस, इसमें उसके माता-पिता भी थे। वह कहता है, “ऐक्सीडेंट के बाद दो महीने तक मैं अस्पताल में भर्ती रहा, उसके बाद मुझे बताया गया कि उस हादसे में उन सबकी मौत हो गयी।”

रोनॉल्डो

“पहले तो मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि वे नहीं रहे। मुझे लगा ऐसा कैसे हो सकता? सबकी एक साथ कैसे मौत हो सकती है? मगर जैसे-जैसे मुझे एहसास होने लगा कि यही सच है, तो मुझे गहरा सदमा पहुँचा। मैंने ज़िंदगी में इतना दर्द कभी नहीं महसूस किया था। एक-एक दिन काटना मुश्‍किल हो रहा था। अपनों के बिना ज़िंदगी बोझ लगने लगी थी। मैं हर दिन रोता रहता और महीनों ऐसे ही रोता रहा। जो भी हुआ, उसके लिए मैं खुद को दोषी मानने लगा। काश, दूसरे के हाथ में गाड़ी देने के बजाय, खुद मैंने चलायी होती, तो शायद आज मेरा परिवार मेरे साथ होता।”

“इस घटना को बीते आज 16 साल हो गए हैं और मैं रोज़मर्रा के काम फिर से करने लगा हूँ। मगर इस हादसे से मेरी ज़िंदगी में जो खालीपन आ गया है उसे भरने में काफी वक्‍त लगेगा।”

मुसीबतों का दौर कैसे पार करें

अपना गम ज़ाहिर कीजिए। बाइबल कहती है, ‘रोने का भी समय’ होता है। (सभोपदेशक 3:1, 4) रोनॉल्डो कहता है, “जब भी मुझे रोना आता, मैं रो लेता था। आँसुओं को रोकने का कोई फायदा नहीं था, इसलिए मैं रोकर अपना दिल हलका कर लेता था।” हाँ, यह सच है कि दुख ज़ाहिर करने का तरीका सबका अलग-अलग है। अगर आप रोकर अपना दुख ज़ाहिर नहीं करते, तो इसका मतलब यह नहीं कि आप अपने जज़्बातों को दबाकर रख रहे हैं, न ही यह कि आपको किसी-न-किसी तरह रोना ही है।

खुद को दूसरों से अलग मत रखिए। (नीतिवचन 18:1) रोनॉल्डो कहता है, “कभी-कभी मन में खयाल आता कि खुद को दूसरों से अलग रखूँ। पर मैं इस खयाल को मन से निकाल देता और कोशिश करता कि लोगों के बीच रहूँ। मुझसे जो भी मिलने आता, उसका मैं दिल से स्वागत करता। और मैं अपनी भावनाएँ अपनी पत्नी और दोस्तों को खुलकर बताता था।”

ठेस पहुँचानेवाले शब्दों को दिल पर मत लीजिए। ऐसे हालात में शायद कोई आपसे कहे, “जो भी होता है अच्छे के लिए होता है।” रोनॉल्डो कहता है, “कभी-कभी लोग दिलासा देने के इरादे से कुछ ऐसी बातें कह जाते थे, जिनका मुझ पर उलटा ही असर होता था।” इसलिए ठेस पहुँचानेवाली बातों पर ज़्यादा मत सोचिए। बाइबल की यह बुद्धि-भरी सलाह अपनी ज़िंदगी में लागू कीजिए, “जितनी बातें कही जाएं सब पर कान न लगाना।” —सभोपदेशक 7:21.

मरे हुओं की दशा के बारे में सच्चाई जानिए। रोनॉल्डो कहता है: “बाइबल में सभोपदेशक 9:5 समझाता है कि मरे हुए कहीं तड़प नहीं रहे हैं। इस सच्चाई से मेरे दिल को बहुत सुकून मिला। बाइबल यह भी सिखाती है कि एक वक्‍त ऐसा आनेवाला है, जब मरे हुओं को दोबारा ज़िंदा किया जाएगा। इसलिए मैं सोचता हूँ, मैंने जिन अज़ीज़ों को मौत में खोया है वे मानो कहीं लंबे सफर पर गए हुए हैं।” —प्रेषितों 24:15.

क्या आप जानते हैं? बाइबल वादा करती है कि एक समय ऐसा आनेवाला है जब परमेश्‍वर “मृत्यु को सदा के लिये नाश करेगा।”a —यशायाह 25:8.◼ (g14-E 07)

इस श्रृंखला में चर्चा की गयी है कि आप मुसीबतों का दौर कैसे पार कर सकते हैं? इंसानों पर दुख-तकलीफें क्यों आती हैं, इसकी वजह बाइबल से जानने के लिए “अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों होता है?” श्रृंखला-लेख देखिए। ये श्रृंखला-लेख इस पत्रिका के साथ आनेवाली पत्रिका प्रहरीदुर्ग के अक्टूबर-दिसंबर 2014 के अंक में दिए गए हैं।

a ज़्यादा जानकारी के लिए बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब का अध्याय 7 देखिए। यह ऑनलाइन www.pr418.com पर उपलब्ध है।

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