एक प्रस्ताव
“दैवी न्याय” सम्मेलनों की उपस्थिति पिछले साल की उपस्थिति से बेशक ज़्यादा रही होगी, जब ६४,४३,५९७ लोग, दुनियाभर में १,०९८ स्थानों में एकत्रित हुए, और जहाँ ९३,८२२ लोगों ने बपतिस्मा लिया। सभी “दैवी न्याय” सम्मेलनों में, २० से भी ज़्यादा भाषाओं में दिए गए भाषण, “कुख़्यात ‘वेश्या’” के बाद, एक सुंदर रीति से चित्रित की गयी ३२०-पृष्ठ जिल्द वाली किताब रेवलेशन—इट्स ग्रॅन्ड क्लाइमॅक्स ॲट हॅन्ड! (प्रकाशितवाक्य—उसकी शानदार पराकाष्ठा समीप ही है!) का वंटन किया गया। वक्ता ने अपने श्रोताओं से कहा: “अपने व्यक्तिगत तथा मण्डलीय अध्ययनों में इस नयी किताब का अच्छा उपयोग करें। इसे दुनिया को घोषित करने में भी उपयोग करें कि बड़ी बाबेलोन पर दंडाज्ञा सुनायी गयी है, कि राष्ट्र अब आरमागेडोन के सम्मुख हैं, और कि शानदार पराकाष्ठा यीशु और उसकी दुल्हन द्वारा शासित यहोवा के भव्य राज्य शासन में परिपूर्ण होगी। आप इन बातों को सुनने और उनका पालन करने में आनन्दित होंगे, ‘इसलिए कि नियत समय निकट है’!”—प्रकाशितवाक्य १:३.
१. यहोवा के गवाह अब किस में आनन्द करते हैं?
हम, जो १९१४ से “प्रभु के दिन” और दैवी न्यायदंड के इस समय में जी रहे हैं, राजाओं के राजा, यीशु मसीह, के अधीन सर्वश्रेष्ठ प्रभु यहोवा की सेवा करने के सबसे शानदार विशेषाधिकार में आनन्द करते हैं। (प्रकाशितवाक्य १:१०) यहोवा के गवाहों के हैसियत से, हम गवाही देते हैं कि:
(१) हम उस बदनामी को घृणित समझते हैं, जो बड़ी बाबेलोन, और विशेष रूप से मसीहीजगत् ने एकमात्र सच्चे और जीवित परमेश्वर यहोवा के नाम पर लाया है,। हमारी ओर से, प्राकशितवाक्य ४:११ के शब्दों में, हम जी-जान से समर्थन करते हैं कि: “हे यहोवा, हमारे परमेश्वर, तू ही महिमा, और आदर, और सामर्थ के योग्य है।”
(२) मसीहीजगत् का बाबेलवत् उपदेशों के पालन को हम घृणित समझते हैं, विशेष रूप से एक त्रियेक ईश्वर, मानवी प्राण की अमरता, नरक में अनन्त उत्पीड़न, एक ज्वलनशील शोधन-स्थान, और प्रतिमाओं की पूजा—जैसे कि मैडोन्ना और क्रूस। प्रकाशितवाक्य २२:१८, १९ के अनुसार, हम परमेश्वर के वचन और उस में समाविष्ट सभी बातों का दृढ़तापूर्वक पालन करते हैं।
(३) हम परमेश्वर-प्रतिरोधी तत्त्वज्ञान और आचरण घृणित समझते हैं, जो मसीहीजगत् में इतने सामान्य हैं, जैसे कि क्रमविकास, रक्ताधान, गर्भपात, झूठ बोलना, लोभ, और बेईमानी। हमारी भक्ति और जीवन-क्रम में, हम अपने सृजनहार, सर्वशक्तिमान, यहोवा परमेश्वर, का आदर करेंगे, जिस की रीतियों का प्रकाशितवाक्य १५:३ में “ठीक और सच्चे,” इस तरह वर्णन किया गया है।
(४) सांप्रदायिकता, मूर्तिपूजा, व्यभिचार, इजेबेल-सा प्रभाव, गुनगुनापन, और सतर्कता की कमी जैसे मामलों में मसीहीजगत् का प्रकाशितवाक्य अध्याय २, ३ में यीशु के सात मण्डलियों को दिए संदेशों की ओर ध्यान देने में असामर्थ्य को हम घृणित समझते हैं। हमारी ओर से, हम “आत्मा कलीसियाओं से क्या कहती है,” इसे सुनकर आज्ञापालन करेंगे।
(५) मसीहीजगत् में और उसके पादरी वर्ग के बीच अनैतिकता और अनुज्ञेयता को हम घृणित समझते हैं, और हम प्रकाशितवाक्य २१:८ में बताए यहोवा के सुस्पष्ट न्यायदंड का स्वागत करते हैं, कि जो—व्यभिचारी, झूठे, और इस प्रकार के लोग—अपने घिनौनेपन में चलते रहेंगे, वे पूर्ण रूप से नष्ट किए जाएँगे। यौन-संबंध, विवाह, और पारिवारिक जीवन पर बाइबल सिद्धांतों का हम पूरे मन से समर्थन करते हैं।
(६) सामान्य लोगों पर अधिकार, धन, और अत्याचारी प्रभुता हासिल करने के लिए सांसारिक शासकों के साथ गुप्त सहयोग देने में बड़ी बाबेलोन के पादरी वर्ग की सदियों-पुरानी आत्मिक वेश्यावृत्ति को हम घृणित समझते हैं। प्रकाशितवाक्य १८:४ में स्वर्गदूत के आह्वान: “हे मेरे लोगों, उस में से निकल आओ,” का पालन करने के लिए सच्चे दिलवालों की मदद करने के लिए हम कृतसंकल्प हैं।
(७) केवल इसी शताब्दी में युद्ध में १० करोड़ से भी अधिक जानों के बलि होने के फलस्वरूप घोर रक्तपात के अपराध को हम घृणित समझते हैं, जिसका आरोप अधिकांशतः बड़ी वेश्या का राजनीतिक सत्ताधिकारों के साथ व्यभिचार करने पर लगाया जा सकता है। जैसे प्रकाशितवाक्य १८:२१-२४ में स्पष्ट रूप से बताया गया है, हम आनन्द करते हैं कि बड़ी बाबेलोन पर परमेश्वर का न्यायिक दंड निष्पादित करने का नियत समय निकट है।
यहोवा के गवाहों के हैसियत से, दुनिया को यह घोषित करना, कि १९१४ में “जगत का राज्य हमारे प्रभु [यहोवा] का, और उसके मसीह का हो गया,” हम एक आनन्द और एक विशेषाधिकार समझते हैं (प्रकाशितवाक्य ११:१५) बड़ी बाबेलोन पर यहोवा के घोषित न्यायदंड बताने में और परमेश्वर के आरमागेडोन युद्ध की निकटता की चेतावनी देने में, निडरता से आगे बढ़ने के लिए हम कृतसंकल्प हैं। एक बड़ी आवाज़ में और “हर एक जाति, और कुल, और भाषा, और लोगों को” यह खुश ख़बरी गूँजने के लिए हम दृढ़निश्चित हैं, कि आज्ञाकारी मानवजाति के आशीर्वाद के लिए “नए आकाश और नयी पृथ्वी” निकट हैं। (प्रकाशितवाक्य १४:६; २१:१) हम आनन्द करते हैं कि इस उद्घोषणा के फलस्वरूप, सारी पृथ्वी में सभी जातियों में से तीस लाख से भी ज़्यादा लोगों की एक बड़ी भीड़ अब हमारे साथ एक हैं। आकाश के बीच में उड़ते हुए स्वर्गदूत के साथ, हम सब घोषित करते हैं: “परमेश्वर से डरो और उसकी महिमा करो, क्योंकि उसके न्याय करने का समय आ पहुँचा है, और उसका भजन करो, जिस ने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जल के सोते बनाए।”—प्रकाशितवाक्य १४:७.
“एक प्रस्ताव” के अध्ययन के लिए प्रश्न:
२. प्रस्ताव के सात मुद्दों के हर एक मुद्दे पर, बताइए कि (अ) यहोवा के गवाह किन बातों को घृणित समझते हैं और (ब) गवाह कौनसा सकारात्मक समर्थन करते हैं।
३. (अ) यहोवा के गवाहों को कौनसा आनन्द और विशेषाधिकार है? (ब) गवाहों का संकल्प क्या है? (क) हम और क्या करने के लिए दृढ़निश्चित हैं? (ड) यहोवा के गवाह कौनसे आनन्द और घोषणा कार्य में हिस्सा लेते हैं?