१९९२ प्रहरीदुर्ग की विषय–सूची
उस अंक की तारीख़ सूचित करते हुए जिस में लेख प्रकाशित हुआ
पाठकों से प्रश्न
एकश्रृंगी, ९/१
“कन्या के साथ पुरुष की चाल” “विचित्र”? (नीति. ३०:१९) १०/१
क्या मसीही औरतों के लिए गहने पहनना उचित है? २/१
क्यों स्वर्गदूतों को पंख-सहित चित्रित करते हैं? ३/१
चुराई हुई वस्तुओं को खरीदना, ९/१
जकरयाह, बहरा और गूँगा? (लूका १:६२) ७/१
रक्ताधान—प्रतिरोध करना? ५/१
बाइबल
डेड़ सी स्क्रोल्ज़—वह बहुमूल्य उपलब्धि, १/१
डेड़ सी स्क्रोल्ज़—अभूतपूर्व ख़ज़ाना, १/१
मसीही जीवन और गुण
अपने बच्चों में मसीही व्यक्तित्व का निर्माण करना, ५/१
किसी दौलतमंद देश में जा बसने की क़ीमत आँकना, १/१
“तुम मेरी ओर फिरो, तब मैं भी तुम्हारी ओर फिरूंगा” ११/१
मसीही युवजन—विश्वास में दृढ़ रहो, ६/१
युवजन—क्या आप मसीही वफ़ादारी की परीक्षा में उत्तीर्ण होंगे? ४/१
विनम्रता क्यों धारण करें? ६/१
सुसमाचार सुनाने की धुन में लगकर, ४/१
मुख्य अध्ययन लेख
“अन्त के समय” में जागते रहो, ८/१
अनन्त जीवन के लिए उचित रीति से प्रवृत्त जनों की खोज करना, ३/१
अपनी मसीही स्वतंत्रता का बुद्धिमानी से प्रयोग करें, ९/१
आज परमेश्वर की करुणा का अनुकरण करें, २/१
आप जीवन की दौड़ में कैसे दौड़ रहे हैं? ११/१
एक चित्त होकर चलना, १२/१
एक दूसरे को प्रोत्साहित करते रहिए, ११/१
एक स्वतंत्र मगर उत्तरदायी लोग, ९/१
क्या आप परमेश्वर की करुणा का अनुकरण करेंगे? २/१
क्या विवाह ही आनन्द की एकमात्र कुंजी है? ८/१
‘तेरी उन्नति प्रगट हो,’ ११/१
नागरिक या विदेशी, परमेश्वर आपका स्वागत करते हैं, ७/१
“परमेश्वर की शान्ति” को आपके हृदय को सुरक्षित रखने दें, १/१
परमेश्वर की स्वतंत्रता के नए संसार का अभिवादन करना, ७/१
प्राचीनों, धार्मिकता से न्याय करो, १०/१
मनुष्य की “नयी विश्व-व्यवस्था” निकट? ७/१
मनुष्य के मछुए की तरह सेवा करना, ९/१
मसीह ने अधर्म से बैर रखा—क्या आप रखते हैं? १०/१
मसीही मिशनरि कार्य का एक प्रेरित नमूना, १२/१
महाजाल और मछली आप के लिए क्या अर्थ रखती हैं? ९/१
यहोवा, आश्चर्यकर्म करनेवाला, १२/१
यहोवा का आदर करें—क्यों और कैसे? ६/१
यहोवा का प्रबन्ध, “अर्पण किए हुए,” ७/१
यहोवा की सेवा करने में सच्चा आनन्द, ८/१
यहोवा के दिन की आकांक्षा रखना, ८/१
यहोवा के दिव्य रथ के क़दम से क़दम मिलाइए, १/१
यहोवा के प्रधान कर्ता, उनके पुत्र का आदर करें, ६/१
यहोवा के लिए प्रेम सच्ची उपासना को प्रोत्साहित करता है, ४/१
यहोवा के समीप रहो, ३/१
यहोवा द्वारा सिखाये गये मार्ग पर चलें, ५/१
यहोवा, “सारी पृथ्वी का” निष्पक्ष “न्यायी”, १०/१
यहोवा से डरो और उनके पवित्र नाम की महिमा करो, ४/१
राज्य की आशा में आनंदित रहो, ३/१
लहू से जीवन बचाना—कैसे? ४/१
लोगों के सामने और घर घर सिखाएँ, २/१
विश्वव्यापी जलाशयों में मनुष्यों के लिए मछुवाही, ९/१
विश्वास करनेवालों को उद्धार देने के लिए यहोवा द्वारा “मूर्खता” का प्रयोग, १२/१
“शांति को ढूँढ़े और उसके यत्न में रहे”, १/१
शुद्ध भाषा द्वारा एक हो जाएँ, ५/१
शुद्ध भाषा बोलें और अनन्त काल तक जीवित रहें, ५/१
“संकट के दिन” से कौन बचेगा? ८/१
सच्ची स्वतंत्रता—किस स्रोत से? ७/१
सब प्रकार के आदमियों का आदर करें, ६/१
सभी सच्चे मसीहियों को सुसमाचारक होना चाहिए, १२/१
सांसारिक अतिकल्पनाओं को ठुकराइये, राज्य वास्तविकताओं के पीछे लगे रहिये, १०/१
सामाजिक मनोरंजन—फ़ायदों का आनन्द लीजिए, फन्दों से बचिए, ११/१
यहोवा
यहोवा, “सारी पृथ्वी का” निष्पक्ष “न्यायी”, १०/१
यीशु का जीवन और सेवकाई
जन्म से अन्धे मनुष्य को चंगा करना, ५/१
पितृत्व का सवाल, ४/१
फ़रीसियों का हठीला अविश्वास, ६/१
मण्डपों के पर्ब्ब में, १/१
वे उसे गिरफ़्तार करने से रह जाते हैं, २/१
सातवें दिन और भी ज़्यादा शिक्षा, ३/१
राज्य उद्घोषकों की रिपोर्ट
“उसने जो भी शास्त्रपद पढ़कर सुनाया, वह मेरे दिल को छू गया”, ४/१
ऐसा आचरण जो हमारी मसीही सेवकाई की शोभा बढ़ाता है, ५/१
पराग्वाय के एकल क्षेत्र में कार्य फल उत्पन्न करते हैं, ७/१
२५ सालों से रही नन आख़िरकार सत्य सीख लेती है, ३/१
विविध लेख
अपने पारिवारिक जीवन में परमेश्वर को पहला स्थान दें, ५/१
आशा निराशा पर विजय प्राप्त करती है, १०/१
एक अव्यवस्थित दुनिया में अपराध से निपटना, २/१
एक नयी दुनिया क़रीब है, १/१
क्या आपके अनुमान से भी ज़्यादा देर हो चुकी है? ४/१
क्यों धर्म को संजीदगी से लेना? ३/१
जब आप प्रार्थना करते हैं, तब क्या परमेश्वर सुनते हैं? ७/१
जल्द ही न कोई बीमारी रहेगी न मृत्यु! ६/१
जीवन के बहुमूल्य देन की क़दर करना, ११/१
दरअसल किसे स्वर्गीय बुलाहट है? ३/१
बीमारी और मृत्यु के ख़िलाफ़ लड़ाई, ६/१
मदद के लिए हमारी तीव्र पुकारों को यहोवा सुनते हैं, २/१
हमें एक नयी दुनिया की ज़रूरत है, १/१
१९१४ की पीढ़ी—क्यों महत्त्वपूर्ण है? ८/१