१९९४ प्रहरीदुर्ग की विषय–सूची
उस अंक की तारीख़ सूचित करती है जिसमें लेख प्रकाशित है
पाठकों के प्रश्न
क्या आदम और हव्वा ने सेब खाया था? १०/१
दिवालियापन के लिए दर्ज़ कराना, ९/१
लहू से प्राप्त ऐल्ब्यूमिन लेना? १०/१
साढ़े तीन समयों के लिए तारीख़ें (प्रका ११:३), ८/१
मसीही जीवन और गुण
सचमुच चोरी? ४/१
मुख्य अध्ययन लेख
‘अधर्म के धन से मित्र बना लो,’ १२/१
अधिकार के प्रति आनन्दपूर्ण अधीनता, ७/१
अधिकार के बारे में मसीही दृष्टिकोण, ७/१
अपना उद्देश्य पूरा करने के लिए यहोवा पर भरोसा रखिए, ३/१
अपनी सारी चिन्ता यहोवा पर डाल दो, ११/१
अपने घराने के उद्धार के लिए कठिन परिश्रम कीजिए, ७/१
अपने विवाह को स्थायी बंधन बनाइए, ७/१
अय्यूब का प्रतिफल—आशा का एक स्रोत, ११/१
अय्यूब ने धीरज धरा—हम भी धर सकते हैं! ११/१
अवश्य है कि पहले इस सुसमाचार का प्रचार किया जाए, ८/१
आप कौन-सी मेज़ से भोजन खा रहे हैं? ७/१
ईशतन्त्र में रखवाले और भेड़ें, १/१
ईश्वरीय शिक्षा के लाभों का आनन्द लीजिए, २/१
ईश्वरीय शिक्षा के विरुद्ध पिशाचों की शिक्षाएँ, ४/१
ईश्वरीय शिक्षा विजयी होती है, २/१
कोमल करुणामय होइए, ११/१
कोमलता विकसित कीजिए, ८/१
क्या आप यहोवा की तरह क्षमा करते हैं? १०/१
क्या आप यीशु की तरह सिखाते हैं? १०/१
क्या आप संसार की आत्मा का विरोध कर रहे हैं? ४/१
क्या आपको सही धर्म मिल गया है? ६/१
जातियों के साथ यहोवा का विवाद, ३/१
झूठे शिक्षकों के विरुद्ध यहोवा का न्याय, ३/१
“तेरी उपस्थिति का . . . चिह्न क्या होगा?” २/१
पतित शरीर पर पाप की पकड़ का विरोध करना, ६/१
परमेश्वर के झुंड की प्रेम से रखवाली करना, १०/१
परमेश्वर के भविष्यवक्ताओं को एक आदर्श समझो, ९/१
परमेश्वर के शिक्षण के अनुसार चलिए, ४/१
परमेश्वर के सेवक—संगठित और ख़ुश लोग, १०/१
प्रहरीदुर्ग और अवेक!—सत्य की समयोचित पत्रिकाएँ, १/१
प्रेम के सिद्ध बंधन में संयुक्त, १२/१
फल—अच्छा और निकम्मा, ३/१
माता-पिताओं, आपके बच्चों को विशिष्टीकृत ध्यान की ज़रूरत है, ५/१
मिट्टी के बने होने के बावजूद, आगे बढ़िए! ९/१
यहोवा—ईशतन्त्र के द्वारा शासन करता है, १/१
यहोवा—उद्देश्य का परमेश्वर, ३/१
यहोवा के गवाह क्यों जागते रहते हैं, ५/१
यहोवा के नाम की सार्वजनिक घोषणा कीजिए, ९/१
यहोवा के स्तुतिगीत गाइए, ५/१
यहोवा कोमल है! ८/१
यहोवा तुम्हें सामर्थी बना सकता है, १२/१
यहोवा में आनन्दित रहो! ९/१
यहोवा में शरण लीजिए, १/१
यहोवा—हमारा कोमल करुणामय पिता, ११/१
युवाओं—आप किसकी शिक्षा को मानते हैं? ५/१
राज्य उद्घोषक सारी पृथ्वी में सक्रिय, ५/१
“सब जातियों” को गवाही देना, ८/१
सही धर्म जानने के साथ-साथ ज़िम्मेदारी आती है, ६/१
स्वास्थ्यकर शिक्षा को अपनी जीवन-शैली बनाइए, ६/१
“हम से कह कि ये बातें कब होंगी?” २/१
हमारे कठिन समय के लिए सहायक शिक्षा, ४/१
हमारे जीवन में यहोवा की उपासना का उचित स्थान, १२/१
यहोवा के गवाह
“ईश्वरीय भय” ज़िला अधिवेशन, २/१
पूरब पश्चिम से मिलता है, १/१
मलावी, ६/१
राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
४/१, ६/१, १२/१
विविध
इब्राहीम—यहाँ दफ़नाया गया, फिर भी जीवित? ६/१
दुष्ट आत्माएँ, २/१
नास्तिकवाद, १२/१
परमाणु ख़तरा, ८/१
प्रभु का संध्या भोज—कितनी बार? ३/१
बेहतर संसार—मात्र एक स्वप्न? ४/१
मृत जनों की स्थिति, १०/१
विज्ञान, धर्म और सत्य की खोज, ९/१
संसार पर भय की जकड़ है, ७/१
सही धर्म के लिए खोज, ६/१