“मैंने ऐसा कभी नहीं देखा है!”
वर्ष १९९३ में आर्जेंटीना में वॉच टावर संस्था के शाखा दफ़्तर को सैन्टिऑगो, चिली में यहोवा के गवाहों के चार-दिवसीय “ईश्वरीय शिक्षा” ज़िला अधिवेशन के लिए एक हज़ार प्रतिनिधियों को भेजने का आमंत्रण दिया गया था। यह पहला अवसर था जब आर्जेंटीना के गवाहों को विदेश के अधिवेशन के लिए एक बड़े समूह के तौर पर यात्रा करने को आमंत्रित किया गया था।a प्रतिक्रिया क्या थी? ८,५०० से भी अधिक निवेदन मिले, जिनमें से १,०३९ प्रतिनिधि चुने गए।
ब्वेनस एरीज़ से सैन्टिऑगो तक की इस १,४०० किलोमीटर लम्बी यात्रा के लिए कुल १४ बसें किराए पर ली गयीं। शानदार प्राकृतिक दृश्य की वजह से छब्बीस घंटे की यात्रा का आनन्द और भी बढ़ा। एन्डीज़ पर्वत को पार करते हुए, प्रतिनिधि ६,९६० मीटर की ऊँचाई पर अकनकॉगवा के पास से गुज़रे जो पश्चिम गोलार्ध में सबसे ऊँचा शिखर है। चिली की ओर जाते वक़्त गहरा, घुमावदार उतार ख़ासकर स्मरणीय था। ऐसे कठिन क्षेत्र में बसों को चलाने की उनकी कुशलता के लिए बस चालकों को काफ़ी वाह-वाही मिली!
लेकिन, सबसे सुन्दर दृश्य स्वंय अधिवेशन में ही पाया जाना था। राष्ट्रीय संघर्ष और जातीय तनाव के संसार में, २४ देशों से आए ८०,००० लोगों की संयुक्त भीड़ को उपस्थित देखना कितना स्फूर्तिदायक था—सचमुच ही एक अंतर्राष्ट्रीय भाईचारा! अधिवेशन के लोगों के बीच एकता को प्रत्यक्ष देखने पर, कुछ बस चालकों ने यहोवा के गवाहों के बारे में ज़्यादा सीखने की दिलचस्पी व्यक्त की। “मैंने ऐसा कभी नहीं देखा है!” उनमें से एक व्यक्ति ने विस्मित होकर कहा।
[फुटनोट]
a आर्जेंटीना में १९४९ से १९८२ तक के सरकारी प्रतिबन्ध की वजह से ऐसा कार्यभार असंभव हुआ।