“आनन्दित स्तुतिकर्ता” अधिवेशन क्या आप वहाँ उपस्थित होंगे?
आनन्द! क्या इस समस्या-भरे समय में यह शब्द अपरिचित लगता है? निश्चय ही अख़बार हमें आनन्दित करने के लिए अनेक कारण नहीं देते। नृजातीय युद्ध, सभी जगह फैली हुई भूख, बेरोज़गारी, भयानक प्रदूषण, राजनैतिक अस्थिरता, अपराध—ये ऐसी बातें नहीं हैं जो हृदय को आनन्द से भर दें, है ना?
आज अधिकांश लोग जीवन से जितना हो सके उतना मज़ा उठाते हैं। लेकिन आनन्द? आनन्द को “ख़ुशी की स्थिति; उल्लास,” के तौर पर वर्णित किया गया है। बहुत कम लोगों ने असली आनन्द का अनुभव किया है, और जब वे करते भी हैं तो यह अकसर बहुत ही अल्पकालिक होता है।
फिर भी, हमारे दिनों के बारे में बाइबल ने पूर्वबताया: ‘प्रभु यहोवा यों कहता है, देखो, मेरे दास आनन्द करेंगे, देखो, मेरे दास हर्ष [आनन्द, NW] के मारे जयजयकार करेंगे।’ (यशायाह ६५:१३, १४) यह कैसे हो सकता है?
इसका जवाब पाने के लिए, हम आपको १९९५ में आयोजित किए जानेवाले यहोवा के साक्षियों के किसी ज़िला अधिवेशन में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित करते हैं। अधिवेशनों का शीर्षक है “आनन्दित स्तुतिकर्ता,” और उपस्थित होने के लिए कोई चंदा नहीं है। तीन-दिवसीय अधिवेशन के कार्यक्रम में बाइबल-आधारित भाषण, प्रदर्शन, चर्चा, तथा काफ़ी कुछ और शामिल होगा। पूरे कार्यक्रम के दौरान, आनन्द के विषय को विशिष्ट किया जाएगा।
ये अधिवेशन अमरीका में जून में शुरू होंगे और संसार-भर के शहरों में १९९६ के प्रारंभिक भाग तक जारी रहेंगे। सम्भवत:, आपके यहाँ भी एक अधिवेशन होगा। क्यों न आपके क्षेत्र में रहनेवाले यहोवा के साक्षियों से पूछें? हम आपको वहाँ उपस्थित होने का हार्दिक आमंत्रण देते हैं।