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w96 10/15 पेज 30-31

‘दाऊद का घराना’ सच्चाई या मिथ्या?

दाऊद—एक जवान चरवाहा लड़का जो एक संगीतकार, एक कवि, एक सैनिक, एक भविष्यवक्‍ता, और एक राजा बना—स्पष्ट रूप से बाइबल में बड़ी प्रमुखता से अलग नज़र आता है। उसके नाम का ज़िक्र १,१३८ बार किया गया है; अकसर दाऊद के राजवंश को सूचित करनेवाली अभिव्यक्‍ति—‘दाऊद का घराना’ २५ बार प्रयोग की गई है। (१ शमूएल २०:१६) क्या राजा दाऊद और उसका राजवंश मात्र मिथ्या थे? पुरातत्त्वविज्ञान क्या प्रकट करता है? ऐसी रिपोर्ट की गयी है कि उत्तरी गलीली में तेल दान पुरातत्त्वीय खनन स्थल में हाल ही की एक विशिष्ट खोज दाऊद और उसके राजवंश की ऐतिहासिकता का समर्थन करती है।

वर्ष १९९३ की गर्मियों में, प्रॉफ़ॆसर अवराम बीरॉ द्वारा निर्देशित एक पुरातत्त्वीय दल ने प्राचीन दान के बाहरी फाटक के बाहर के क्षेत्र का उत्खनन किया। उन्होंने एक खडंजेदार चौक खोज निकाला। भूमि से बाहर निकला हुआ एक काला असिताश्‍म पत्थर आसानी से हटा दिया गया। जब पत्थर को दोपहर के सूर्य की ओर किया गया, तो अक्षर जीवित हो उठे। “हे मेरे ईश्‍वर, हमें एक अभिलेख मिला है!” प्रॉफ़ॆसर बीरॉ ने घोषित किया।

प्रॉफ़ॆसर बीरॉ और जॆरूसलेम के इब्रानी विश्‍वविद्यालय के उसके साथी, प्रॉफ़ॆसर योसफ़ नॉवेह ने शीघ्र ही उस अभिलेख पर एक वैज्ञानिक रिपोर्ट लिखी। इस रिपोर्ट पर आधारित, १९९४ की मार्च/अप्रैल बाइबलीय पुरातत्त्वीय सर्वेक्षण (अंग्रेज़ी) पत्रिका में एक लेख कहता है: “ऐसा अकसर नहीं होता कि एक पुरातत्त्वीय खोज न्यू यार्क टाइम्स्‌ की सुर्ख़ियों में आती है (टाइम पत्रिका का तो कहना ही क्या)। लेकिन पिछली गर्मियों में तेल दान, उत्तरी गलीली के एक ख़ूबसूरत टीले की खोज पर यही हुआ जो हरमन पर्वत की तलहटी में यरदन नदी के एक शीर्ष के साथ में है।

“वहाँ अवराम बीरॉ और पुरातत्त्वज्ञानियों के उसके दल ने सा.यु.पू. नौवीं शताब्दी का एक विशिष्ठ अभिलेख पाया जो ‘दाऊद के घराने’ और ‘इस्राएल के राजा’ दोनों को सूचित करता है। यह पहला अवसर है जब दाऊद का नाम बाइबल के बाहर किसी प्राचीन अभिलेख में पाया गया हो। यह बात कि यह अभिलेख केवल किसी ‘दाऊद’ को सूचित नहीं करता बल्कि दाऊद के घराने, अर्थात्‌ महान इस्राएली राजाओं के राजवंश को सूचित करता है, और भी उल्लेखनीय है।

“‘इस्राएल का राजा’ बाइबल में बारंबार पाया जानेवाला पद है, ख़ास तौर पर राजाओं की पुस्तक में। लेकिन, यह शायद सामी लेख में इस्राएल का सबसे पुराना अतिरिक्‍त-बाइबलीय उल्लेख हो। यदि यह अभिलेख कुछ साबित करता है, तो यह दिखाता है कि कुछ विद्वान बाइबलीय न्यूनतमीकर्ता के दावों की विषमता में, इस्राएल और यहूदा दोनों इस समय महत्त्वपूर्ण राज्य थे।”

तिथि-निर्धारण अक्षरों के आकार, पत्थर के टुकड़ों के पास पाए गए मिट्टी के बर्तनों के विश्‍लेषण, और अभिलेख की विषय-वस्तु पर आधारित होती है। ये तीनों तरीक़े समान समयावधि की ओर इशारा करते हैं, सा.य.पू. नौवीं शताब्दी, राजा दाऊद से कुछ सौ से भी अधिक वर्ष बाद। विद्वान विश्‍वास करते हैं कि यह अभिलेख एक आरामी द्वारा खड़ा किया गया विजय स्मृत्ति-चिन्ह था जो ‘इस्राएल के राजा’ और “दाऊद के घराने [के राजा]” दोनों का शत्रु था। आरामी लोग, जो एक मशहूर तूफ़ान-देवता, हादाद की उपासना करते थे, पूर्व की ओर रहते थे।

वर्ष १९९४ की गर्मियों में, इस शिला के दो और टुकड़े पाए गए। प्रॉफ़ॆसर बीरॉ रिपोर्ट करता है: “इन दो टुकड़ों में आरामी देवता हादाद का नाम है, साथ-ही-साथ इस्राएलियों और आरामी लोगों के बीच लड़ाई का ज़िक्र है।”

वर्ष १९९३ में जो मुख्य हिस्सा पाया गया था उसमें अंशतः दिखानेवाले १३ वाक्य प्राचीन इब्रानी लेख में लिखे हुए थे। उस समय, बिन्दुओं को पाठ में शब्दों को अलग करने के लिए विभाजकों के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन, “byt” (घर), एक बिन्दु, और फिर “dwd” (दाऊद) के बजाय “bytdwd” (अंग्रेज़ी अक्षरों में लिप्यन्तरण किया गया) से ‘दाऊद का घराना’ एक शब्द के तौर पर लिखा गया है। समझने योग्य है कि “bytdwd” के अनुवाद के सम्बन्ध में सवाल उठाए गए हैं।

भाषाविद्‌ विशेषज्ञ प्रॉफ़ॆसर ऐैनसन रेनी समझाता है: “योसफ़ नॉवेह और अवराम बीरॉ ने इस अभिलेख के बारे में विस्तार से नहीं समझाया, संभवतः क्योंकि उन्होंने मान लिया कि पाठक यह जानते होंगे कि ऐसी रचनाओं में दो घटकों के बीच में एक शब्द विभाजक को अकसर हटा दिया जाता था, ख़ास तौर पर तब जब सन्धि एक सुस्थापित व्यक्‍तिवाचक (संज्ञा) है। ‘दाऊद का घराना’ वाक़ई सा.यु.पू. मध्य-नौवीं शताब्दी में ऐसा ही एक उचित राजनैतिक और भौगोलिक नाम था।”

एक और पुरातत्त्वीय प्रमाण

उस खोज के बाद, मशा शिला (जो मोआबी शिला भी कहलाती है) के एक विशेषज्ञ, प्रॉफ़ॆसर आन्द्रे लमॆर ने रिपोर्ट किया कि यह “दाऊद के घराने” का भी उल्लेख करती है।a १८६८ में खोजी गई इस मशा शिला की, तेल दान शिला के साथ बहुत समानता है। दोनों ही सा.यु.पू. नौवीं शताब्दी की तिथि की हैं, एक ही पदार्थ की बनी हैं, समान आकार की हैं, और लगभग हू-बहू सामी लेख में लिखी हुई हैं।

मशा शिला पर क्षतिग्रस्त वाक्य के नवीन पुनःनिर्माण के बारे में प्रॉफ़ॆसर लमॆर ने लिखा: “तेल दान की खोज से लगभग दो वर्ष पहले, मैंने निष्कर्ष निकाला कि मशा शिला में ‘दाऊद के घराने’ का उल्लेख पाया जाता है। . . . एक कारण जिसकी वजह से ‘दाऊद के घराने’ के इसके उल्लेख पर पहले ग़ौर नहीं किया गया वह शायद इस सच्चाई के कारण हो कि मशा शिला का कभी-भी एक उचित एडिटिओ प्रिंकेज़ [पहला संस्करण] नहीं था। यही मैं तैयार कर रहा हूँ, मशा शिला की खोज के १२५ से ज़्यादा वर्ष बाद।”

ऐसी पुरातत्त्वीय जानकारी रुचिकर है क्योंकि एक स्वर्गदूत, स्वयं यीशु, उसके चेलों, और आम लोगों ने दाऊद की ऐतिहासिकता के बारे में प्रमाण दिया है। (मत्ती १:१; १२:३; २१:९; लूका १:३२; प्रेरितों २:२९) पुरातत्त्वीय खोजें स्पष्टतः इस बात से सहमत हैं कि वह और उसका राजवंश, अर्थात्‌ ‘दाऊद का घराना,’ एक सच्चाई है, कोई मिथ्या नहीं।

[फुटनोट]

a वॉच टावर सोसाइटी के साहित्य के पाठक मश शिला के बारे में जानते हैं। (जुलाई १, १९९१ की प्रहरीदुर्ग, पृष्ठ २६-२७ देखिए।) यह लुव्रे संग्रहालय, पैरिस में प्रदर्शन के लिए रखी गई है।

[पेज 31 पर तसवीरें]

उत्तरी गलीली में, दान के शहर में १९९३ में खोजा गया, तेल दान का टुकड़ा*

* चित्र इस्राएल एक्सप्लोरेशन जनरल (अंग्रेज़ी) में छपनेवाले फोटोग्राफ़ पर आधारित है।

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