विषय-सूची
15 अक्टूबर, 2010
अध्ययन लेख
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
29 नवंबर, 2010–5 दिसंबर, 2010
“कौन है जो यहोवा का मन जान सका है?”
पेज 3
6-12 दिसंबर, 2010
पहले “उसकी धार्मिकता” की खोज करो
पेज 7
13-19 दिसंबर, 2010
क्या आप भाई-बहनों का आदर करने में पहल करते हैं?
पेज 16
20-26 दिसंबर, 2010
सभाओं से सबका हौसला बढ़े, इसके लिए आप क्या कर सकते हैं?
पेज 20
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1, 2 पेज 3-11
इन लेखों में बताया गया है कि यीशु के कामों के बारे में जानकर हम कैसे यहोवा के और करीब आने की कोशिश कर सकते हैं। इनमें यह भी बताया गया है कि परमेश्वर की धार्मिकता में क्या शामिल है, हमें पहले उसकी खोज क्यों करनी है और हमें अपने स्तरों के आधार पर क्यों यहोवा को नहीं परखना चाहिए।
अध्ययन लेख 3 पेज 16-20
अपने भाई-बहनों का आदर करने का मतलब क्या है? हमें उनका आदर क्यों करना चाहिए? उनका आदर करने में हम व्यक्तिगत तौर पर कैसे पहल कर सकते हैं? इस लेख में इन्हीं कुछ सवालों पर गौर किया जाएगा।
अध्ययन लेख 4 पेज 20-25
इस लेख में गौर किया जाएगा कि जो भाई, मसीही सभाएँ चलाते हैं वे और जो इनमें हाज़िर होते हैं वे ऐसा क्या कर सकते हैं कि सभा में मौजूद सभी लोगों का हौसला बढ़े। इस पत्रिका में हुई फेरबदल के बारे में भी इस लेख में चर्चा की जाएगी।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
सफाई पेश करना—यहोवा इसे किस नज़र से देखता है? 12
बच्चों को यहोवा के संगठन की जानकारी दीजिए 25
मैं यहोवा की सेवा में लगा रहा 29
‘मैं इसकी मदद से उनके दिल तक पहुँच सका’ 32