विषय-सूची
15 दिसंबर, 2010
अध्ययन के लिए
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
31 जनवरी, 2011–6 फरवरी, 2011
सच्ची उपासना के लिए जोशीले बनो
पेज 7
7-13 फरवरी, 2011
“अभी खास तौर पर मंज़ूरी पाने का वक्त है”
पेज 11
14-20 फरवरी, 2011
पवित्र शक्ति के निर्देशन में चलनेवाले राजा से आशीष पाइए!
पेज 16
21-27 फरवरी, 2011
पेज 20
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1, 2 पेज 7-15
इन लेखों से हम सीखेंगे कि यीशु ने कैसे सही मायनों में जोश दिखाया, जिसके उदाहरण पर आज हम चल सकते हैं। लेकिन खासकर आज क्यों हमें अपनी सेवा में जोश दिखाना ज़रूरी है? यह वक्त कैसे खास तौर पर मंज़ूरी पाने का वक्त है?
अध्ययन लेख 3 पेज 16-20
हम ऐसे समय में जी रहे हैं, जब इंसान का शासन नाकाम हो रहा है। इस लेख से हमें पता चलेगा कि यहोवा ने क्यों यीशु मसीह को मानवजाति पर राज करने के लिए चुना और मसीह के अधीन रहकर कैसे हमें ढेर सारी आशीषें मिलेंगी।
अध्ययन लेख 4 पेज 20-24
हम क्यों कह सकते हैं कि उपासना में संगीत बहुत मायने रखता है और यह बाइबल पर आधारित है? इस लेख में इसका जवाब दिया जाएगा और बताया जाएगा कि हम निजी तौर पर कैसे इसकी अहमियत बढ़ा सकते हैं।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
यीशु ने क्यों कहा कि “कोई पुरानी मश्कों में नयी दाख-मदिरा नहीं भरता”? 6
परमेश्वर की सेवा में उम्र कोई बंधन नहीं 25
मैंने बाइबल की सच्चाई की ताकत देखी है 26
2010 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची 32