क्या आपने कभी सोचा है?
मरने पर एक इंसान का क्या होता है?
कुछ लोगों का मानना है कि मरने पर हम किसी और रूप में ज़िंदा रहते हैं, तो कुछ का मानना है कि मरने पर सबकुछ खत्म हो जाता है। इस बारे में आप क्या सोचते हैं?
पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?
“मरे हुए कुछ भी नहीं जानते।” (सभोपदेशक 9:5) जब हमारी मौत हो जाती है, तो हमारा वजूद मिट जाता है।
शास्त्र में और क्या बताया गया है?
सबसे पहला इंसान आदम मिट्टी से बनाया गया था और जब उसकी मौत हुई, तो वह मिट्टी में मिल गया। (उत्पत्ति 2:7; 3:19) उसी तरह, बाकी सभी लोग भी मरने के बाद मिट्टी में मिल जाते हैं।—सभोपदेशक 3:19, 20.
जब एक इंसान की मौत हो जाती है, तो उसके सभी पाप उसके साथ ही खत्म हो जाते हैं। (रोमियों 6:7) फिर उसे अपने पापों के लिए और कोई सज़ा नहीं दी जाती।
जो अब नहीं रहे, क्या वे कभी ज़िंदा होंगे?
आपको क्या लगता है?
हाँ
नहीं
शायद
पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?
“लोग मरे हुओं में से जी उठेंगे।”—प्रेषितों 24:15.
शास्त्र में और क्या बताया गया है?
पवित्र शास्त्र में मौत की तुलना नींद से की गयी है। (यूहन्ना 11:11-14) जिस तरह हम एक सोए हुए व्यक्ति को नींद से जगाते हैं, उसी तरह परमेश्वर भी मौत की नींद सो रहे लोगों को ज़िंदा कर सकता है।—अय्यूब 14:13-15.
पवित्र शास्त्र में ऐसे कई लोगों के बारे में बताया गया है, जिन्हें परमेश्वर ने ज़िंदा किया। इसलिए हम यकीन कर सकते हैं कि हमारे अपने जो नहीं रहे, उन्हें भी परमेश्वर ज़रूर जी उठाएगा।—1 राजा 17:17-24; लूका 7:11-17; यूहन्ना 11:39-44. (w16-E No.1)