चेला बनाने में हमारी सहायता के लिए सभाएं
सितम्बर १० से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ३० (११७)
१२ मि: स्थानीय घोषणाएं और हमारी राज्य सेवा से उचित घोषणाएं। प्रश्न पेटी पढ़िए और संक्षिप्त रूप से यहोवा की संस्था का प्रतिनिधित्व करते समय उचित वस्त्र, बनाव-श्रंगार, और शिष्टाचार के महत्त्व पर टीका करें। इस शनिवार के पत्रिका गवाही के लिए प्रोत्साहित करें।
१८ मि: “राज्य संदेश फैलाने में उत्साही बनो।” प्रश्नोत्तरी विचार-विमर्श। परिच्छेद ६ की चर्चा करने के बाद जैसे परिच्छेद में सुझाव दिया गया है, कैसे ब्रोशुअरों की भेंट की जा सकती है, यह प्रदर्शित करें। वार्तालाप के विषय का उपयोग करें। क्षेत्र सेवकाई में उत्साही बनने के विषय पर विशेष बल दें।
१५ मि: “क्षेत्र सेवकाई सुधारने के लिए स्कूल का उपयोग करना।” स्कूल ओवरसियर थियोक्रेटिक मिनिस्ट्री स्कूल से श्रोतागण के साथ अध्ययन १९ की चर्चा करता है। क्षेत्र सेवकाई में हमारी प्रगति के लिए स्कूल किस तरह मदद देती है, उन तरीक़ों पर विशेष बल दें। स्कूल के सदस्य बने हुओं को प्रोत्साहित करें कि वे स्थानीय क्षेत्र के लिए व्यावहारिक भाषण बनाएं।
गीत ३१ (३) और अन्तिम प्रार्थना।
सितम्बर १७ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २११ (१०५)
१० मि: स्थानीय घोषणाएं और लेखा रिपोर्ट। संस्था के विश्वव्यापी कार्य के लिए दी गयी चन्दाओं के लिए सोसायटी से आए स्वीकृति-पत्रों को पढ़ें। ऐसे योगदानों के लिए और स्थानीय मण्डली का समर्थन के लिए भाईयों की प्रशंसा करें। सप्ताहान्त के क्षेत्र सेवकाई कार्य में भाग लेने के लिए सभों को प्रोत्साहित करें।
१८ मि: “धीरज के साथ फल उत्पन्न करते रहिये।” सन्निवेष पर आधारित भाषण। विषय का स्थानीय विनियोग करें, सभों को यहोवा के दृष्टिकोण से अपनी अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों को देखने के लिए प्रोत्साहित करें।
१७ मि: “एक बाइबल अध्ययन चलाने की चाह आप में क्यों होनी चाहिए।” प्रश्नोत्तरी विचार-विमर्श। संक्षिप्त रूप से किसी प्रचारक या पायनियर से साक्षात्कार करें जिन्होंने किसी को समर्पण और बपतिस्मा के लक्ष्य तक पहुँचने में मदद दी हो। यह पूछिए कि उनके और विद्यार्थी (या विद्यार्थियों) के साथ किस प्रकार का सम्बन्ध उत्पन्न हुआ और अध्ययन चलाने के द्वारा कौनसे लाभ पाए गए थे।
गीत १३३ (६८) और अन्तिम प्रार्थना।
सितम्बर २४ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २९ (११)
१० मि: स्थानीय घोषणाएं। ईश्वरशासित समाचार। और साथ ही सप्ताहान्त की क्षेत्र सेवकाई में सहभागिता के लिए प्रोत्साहित करें।
२० मि: “क्या आपके बच्चे स्कूल में मज़बूत बने रहते हैं?” श्रोतागण के साथ प्रश्नोत्तरी विचार-विमर्श। परिच्छेद और शास्त्र वचनों को पढ़ा जाए। अगर ऐसे कोई स्थानीय अनुभव हैं जो उन मुद्दों को स्पष्ट करते हैं जिनकी चर्चा की गयी है, तो इन्हें अगर समय अनुमति दें तो शामिल करें।
१५ मि: स्थानीय आवश्यकताएं या अप्रैल १५, १९९०, वॉचटावर, पृष्ठ २६-८ के “‘स्टॅन्ड फम’—डु नॉट स्टम्बल” पर भाषण। (प्रान्तीय भाषा: जून १, १९९० वॉचटावर, “अविश्वासियों के साथ खुद को न जोतो।”)
गीत १९१ (४२) और अन्तिम प्रार्थना।
अक्तूबर १ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ९२ (५१)
७ मि: स्थानीय घोषणाएं। भारत की मई सेवकाई रिपोर्ट और उस महिने की मण्डली की रिपोर्ट के कोई सकारात्मक पहलुओं की चर्चा करें। क्षेत्र सेवकाई रिपोर्टों को तुरन्त दे देने के महत्त्व का ज़िक्र करें।
२३ मि: “सुसमाचर की भेंट—एक अनौपचारिक गवाही देने के अवसरों को बनाने के द्वारा।” प्रश्नोत्तरी पूर्ति। परिच्छेद ३ पर विचार करने के बाद श्रोतागण से अन्य अवसरों के सुझाव देने के लिए कहें जिनका उपयोग एक अनौपचारिक गवाही देने के लिए किया जा सकता है। यह बताएं कि कैसे एक नया स्कूल वर्ष युवकों को सच्चाई के बारे में बात करने के लिए अवसर प्रदान करता है। परिच्छेद ६ के बाद संक्षिप्त रूप से एक या दो प्रचारकों का साक्षात्कार करें जिन्होंने अनौपचारिक गवाही देने में सफलता पायी है। पूछिए: ‘किन किन अवसरों पर वे प्रचार करते हैं? वे प्रचार कार्य के इस मार्ग को प्रभावशाली क्यों पाते हैं? उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कैसे लाभ पाया है?’ प्रत्येक दिन सुसमाचार को फ़ैलाने का एक लक्ष्य बनाने के लिए सभों को प्रोत्साहित करें। लोगों के लिए गहरी चिन्ता व्यक्त करने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए समाप्त करें।
१५ मि: अक्तूबर में क्रियेशन पुस्तक प्रस्तुत करें। प्रदर्शन के साथ भाषण। अक्तूबर में क्रियेशन पुस्तक की भेंट करते वक्त जिन वार्तालाप के मुद्दों पर बात की जा सकती है उन पर चर्चा करें। शायद अध्याय १६ और १७ के विषय जो “परमेश्वर कष्ट की अनुमति क्यों देता है?” और “क्या आप बाइबल पर भरोसा कर सकते हैं?” पर आधारित हैं, गृहस्वामी को पसन्द आ सकते हैं। विकासवाद सिद्धान्त का खण्डन करने और परमेश्वर में मनुष्य के निर्माता के रूप में विश्वास उत्पन्न करने के लिए इब्रानियों ३:४ और प्रकाशितवाक्य ४:११ जैसे शास्त्र वचनों का उपयोग करने के द्वारा, एक योग्य प्रचारक इस भेंट का प्रदर्शन करें। जैसे समय अनुमति देता है, रीज़निंग पुस्तक में “क्रियेशन” इस शीर्षक के नीचे दिए गए विषय का इस्तेमाल किया जा सकता है। मण्डली की क्षेत्र सेवकाई व्यवस्थाओं की घोषणा करें, और भाग लेने के लिए सभों को आमंत्रण दें।
गीत १२९ (६६) और अन्तिम प्रार्थना।