दिसम्बर के लिए सेवा सभाएँ
दिसम्बर ६ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २०५ (११८)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ और हमारी राज्य सेवकाई में से चुनी हुए घोषणाएँ।
२० मि:“परमेश्वर के पुत्र, यीशु मसीह के बारे में सीखने के लिए दूसरों की मदद कीजिए।” सवाल-और-जवाब द्वारा विचार-विमर्श। (अनुभवी प्रकाशक के द्वारा) अनुच्छेद २ में और (कम-अनुभवी प्रकाशक के द्वारा) अनुच्छेद ४ में दी गई प्रस्तुतियों का प्रदर्शन कीजिए। घर-घर के और अनौपचारिक गवाही कार्य में सभी को सर्वश्रेष्ठ मनुष्य पुस्तक प्रस्तुत करने का प्रोत्साहन दीजिए।
१५ मि:“पत्रिका कार्य के लिए समय अलग रखिए।” श्रोतागण के साथ चर्चा सहित भाषण। अनुच्छेद ३ पर विचार करते वक़्त, उदाहरण देकर दिखाइए कि किस तरह भिन्न प्रकार के लोगों को जो स्थानीय क्षेत्र में मिल सकते हैं सामयिक पत्रिकाओं के विभिन्न लेख प्रस्तुत किए जा सकते हैं।
गीत १६९ (२८) और समाप्ति प्रार्थना।
दिसम्बर १३ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १४६ (८०)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ, लेखा रिपोर्ट, और अंशदान स्वीकृतियाँ। स्थानीय ज़रूरतों, संस्था के राज्यगृह निधि, और संस्था के विश्वव्यापी कार्य के लिए उदार समर्थन के लिए कलीसिया की सराहना कीजिए। एक या दो बातचीत के मुद्दों का सुझाव दीजिए जो इस सप्ताहांत क्षेत्र सेवा में दी जानेवाली प्रस्तावना की टिप्पणियों में उपयोग कर सकते हैं।
२० मि:“अपने बाइबल विद्यार्थी के हृदय तक पहुँचिए।” प्रदर्शन के साथ सवाल-और-जवाब। कलीसिया में सभी को सिखाने की कला विकसित करने के लिए कार्य करना चाहिए इस मुद्दे पर ज़ोर दीजिए। अनुच्छेद ३ पर विचार करने के बाद, प्रकाशक प्रदर्शित करता है कि सर्वदा जीवित रहना पुस्तक के अध्याय १ में अनुच्छेद १३ और १४ से सवाल और शास्त्रवचनों का उपयोग करते हुए बाइबल विद्यार्थी के साथ कैसे तर्क कर सकते हैं।
१५ मि:“यरबुक—प्रोत्साहन का एक ख़ज़ाना।” उल्लिखित शास्त्रवचनों के प्रयोग को विशिष्ट करते हुए एक उत्साहपूर्ण भाषण। इस लेख और प्रहरीदुर्ग के जनवरी १, १९९०, जनवरी १, १९८७, और जनवरी १, १९८६, के अंग्रेज़ी अंकों के पृष्ठ ३२ पर दिए गए अनुभव या अपनी भाषा की प्रहरीदुर्ग से उपयुक्त अनुभवों को भावपूर्ण रीति से बताने के लिए अच्छी तरह तैयारी किए हुए प्रकाशकों का प्रबंध कीजिए।
गीत १६५ (८१) और समाप्ति प्रार्थना।
दिसम्बर २० से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १८९ (९०)
१५ मि:स्थानीय घोषणाएँ। दिसम्बर २५ के दिन विशेष गवाही कार्य के लिए स्थानीय प्रबंधों का उल्लेख कीजिए।
२० मि:“दिसम्बर के दौरान बाइबल अध्ययन आरंभ करना।” श्रोतागण के साथ चर्चा। अनुच्छेद ४ पर विचार करते वक़्त, प्रदर्शित कीजिए कैसे एक पुनः भेंट पर बाइबल अध्ययन आरंभ किया जा सकता है। हरेक को प्रोत्साहन दीजिए कि यदि संभव हो तो हर महीने एक बाइबल अध्ययन संचालित करें।
१० मि:“नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम।” सवाल-और-जवाब द्वारा चर्चा। ऐसे सम्मेलनों में उपस्थित होने के फ़ायदों का उल्लेख कीजिए और आगामी श्रृंखला की विशिष्टताओं की ओर ध्यान दिलाइए। ज्यों ही उनके सम्मेलन की तारीख़ें घोषित की जाती हैं, सभी को उपस्थित होने के लिए योजनाएँ बनाने का प्रोत्साहन दीजिए।
गीत ६१ (१३) और समाप्ति प्रार्थना।
दिसम्बर २७ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ३७ (९४)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ। ईश्वरशासित समाचार। जनवरी १ के लिए विशेष गवाही कार्य प्रबंधों की घोषणा कीजिए। स्थानीय रूप से जनवरी में प्रस्तुत किए जानेवाले साहित्य का उपयोग कैसे किया जाए इसका प्रदर्शन कीजिए।
२० मि:नशीले पदार्थों को आज़माने में क्या ग़लत है? दो किशोर प्रकाशक स्कूल में नशीले पदार्थों के व्यापक उपयोग की चर्चा एक प्राचीन के साथ करते हैं। वे उल्लेख करते हैं कि कुछ युवजनों को कभी-कभी नशीले पदार्थों को उपयोग करने में कुछ भी ग़लत नहीं लगता। प्राचीन स्वीकार करता है कि जब वह स्कूल जाता था तब से बातें और भी ख़राब हुई हैं। वह बताता है कि बाइबल में नशीले पदार्थ विशिष्ट रूप से उल्लिखित नहीं हैं, लेकिन नशीले पदार्थों के उपयोग पर रीज़निंग पुस्तक में, पृष्ठ १०६-१२ में उत्तम मार्गदर्शन मिल सकता है। युवा शास्त्रवचन पढ़ते हैं, और विषय पर विचार करते-करते प्राचीन उनसे तर्क करता है। युवा उन विभिन्न तरीक़ों के बारे में अपने सुझाव देते हैं जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से अपने हम उम्र लोगों से दबाव का विरोध करने में सहायता दे सकते हैं।
१५ मि:स्थानीय ज़रूरतें या “वृद्ध जनों की सहायता मसीही कैसे कर सकते हैं” पर प्राचीन द्वारा भाषण, जो द वॉचटावर के अगस्त १५, १९९३, पृष्ठ २७-३०, अर्ध-मासिक संस्करणों (अंग्रेज़ी में भी) पर आधारित है। उन भाषाओं को इस्तेमाल करनेवाली कलीसियाएँ जिसमें द वॉचटावर मासिक तौर से छपती है, भाषण को अक्तूबर १, १९९३ के प्रान्तीय भाषाओं के मासिक संस्करणों में “प्रतीक्षा करना सीखने की समस्या” लेख पर आधारित कर सकती हैं। (यह लेख अंग्रेज़ी और अर्ध-मासिक संस्करणों में अक्तूबर १५, १९९३ के पृष्ठ ८-११ पर है।)
गीत १२० (२६) और समाप्ति प्रार्थना।