क्या मुझे परिवर्तन करते रहने की ज़रूरत है?
हमारी राज्य सेवकाई का प्रत्येक अंक विविध प्रकार की शास्त्रीय प्रस्तुतियाँ प्रदान करता है जो हम गवाही देते वक्त प्रयोग कर सकते हैं। अनेक प्रकाशक जो काफ़ी सक्रिय हैं नए विचारों को प्राप्त करने और भिन्न तरीक़ों का प्रयोग करने के लिए उत्सुक होते हैं। हमारी राज्य सेवकाई हर महीने अनेक सुझाव देने के द्वारा उन्हें सुविधा प्रदान करती है।
लेकिन ऐसा हो सकता है कि जो तरीक़ा आप प्रयोग करते हैं उसमें परिवर्तन करते रहने की ज़रूरत आप महसूस नहीं करते। घर-घर कार्य में हर महीने भाग लेने के लिए शायद आपके पास सिर्फ़ कुछ ही घंटे उपलब्ध हों। समय के साथ-साथ, आपने कुछ प्रस्तुतियाँ तैयार की होगीं जो आपको आसान लगती हैं, और जिनके प्रयोग से आपको अच्छे परिणाम मिलते हैं। अकसर प्रयोग किए गए कुछ पाठों पर आप निर्भर हो सकते हैं, जिनमें भजन ३७:९-११, २ पतरस ३:१३, प्रकाशितवाक्य २१:४, और अन्य पाठ भी शामिल होंगे। यदि ऐसा है, तो बारंबार परिवर्तन करने और किसी दूसरे तरीक़े को अपनाने के लिए बाध्य महसूस करने की ज़रूरत नहीं है। हमारा मुख्य लक्ष्य है राज्य की आशा को दूसरों के साथ बाँटना और उन्हें यह सीखने में मदद करना कि यहोवा की आशीष के योग्य होने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए। रीज़निंग किताब में यदि आपको समयोचित और आकर्षक प्रस्तावनाएँ मिलती हैं, जिन्हें आप प्रयोग करना पसंद करते हैं और आपको उनके प्रयोग से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, तो उन्हें प्रयोग करने से हिचकिचाइए नहीं।