जून के लिए सेवा सभाएँ
जून ६ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ९ (१९)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ और स्थानीय रूप से लागू होनेवाली हमारी राज्य सेवकाई से घोषणाएँ। संक्षिप्त रूप से प्रदर्शित कीजिए कि इस साप्ताहांत किस प्रकार नवीनतम पत्रिकाओं को घर-घर प्रस्तुत किया जा सकता है। इस साप्ताहांत सेवा में इस्तेमाल करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मनुष्य और सृष्ट पुस्तकों की प्रतियाँ लेने के लिए श्रोताओं को याद दिलाइए।
२० मि:“क्या आप बहुत बो रहे हैं?” सवाल और जवाब। जैसे समय अनुमति दे, श्रोतागण को ऐसे व्यक्तिगत अनुभवों का वर्णन करने के लिए आमंत्रित कीजिए जो दिखाएँगे कि किस तरह उन्होंने अपनी सेवा के किसी पहलू में अधिक मेहनत की और उसके लिए आशीषें पायी हैं।
१५ मि:“हमारे रचयिता का सम्मान करने के लिए दूसरों की सहायता करना।” श्रोतागण के साथ चर्चा कीजिए। यह दिखाने के लिए दो प्रदर्शन करवाइए कि किस तरह सुझायी गयी प्रस्तुतियों का प्रयोग कर सकते हैं।
गीत ३० (५८) और समाप्ति प्रार्थना।
जून १३ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २८ (५)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ। लेखा रिपोर्ट और संस्था की अंशदान स्वीकृति पढ़िए। किस तरह से उदार आत्मा दिखानेवालों को आशीष मिलती है उस पर संक्षिप्त टिप्पणी शामिल कीजिए।—नीतिवचन ११:२४क.
१५ मि:“मानवजाति के सृष्टिकर्ता में विश्वास विकसित करना।” श्रोतागण के साथ चर्चा कीजिए। जैसे समय अनुमति दे, पुन:भेंट के लिए दिए गए सुझावों में से एक को प्रदर्शित करवाइए।
२० मि:“कलीसिया पुस्तक अध्ययन शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है।” एक अध्ययन संचालक श्रोतागण के साथ चर्चा करता है। ज़ोर दीजिए कि लेख किस तरह (१) पुस्तक अध्ययन में अधिक उपस्थिति, (२) अध्ययन के दौरान अधिक टिप्पणी देने, और (३) सेवा की सभाओं के लिए बेहतर सहयोग देने पर प्रोत्साहन देता है।
गीत ६५ (३६) और समाप्ति प्रार्थना।
जून २० से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ३१ (५१)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ और ईश्वरशासित समाचार। जो युवा लोग अब तक स्कूल की छुट्टी पर हैं उन्हें सेवकाई में अपना भाग बढ़ाने के अपने अवसरों पर पुनर्विचार करना चाहिए; कुछ सहयोगी पायनियर कार्य कर सकते हैं। जो स्कूल से स्नातक हुए हैं उन्हें राज्य हितों को पहला स्थान देने का लक्ष्य रखते हुए भविष्य की अपनी योजनाओं पर गम्भीरता से विचार करना चाहिए।
१५ मि:स्थानीय ज़रूरतें। या जून १, १९९४ के प्रहरीदुर्ग के सभी संस्करणों के पृष्ठ ३-७ पर दिए पहले दो लेखों पर आधारित एक भाषण ‘सही धर्म।’
२० मि:“क्या आप परमेश्वर की इच्छा पूरी कर रहे हैं?” मार्च १, १९९४, प्रहरीदुर्ग (अर्ध-मासिक संस्करण) के पृष्ठ २८-३० पर आधारित प्राचीन द्वारा भाषण।
गीत २२३ (२२) और समाप्ति प्रार्थना।
जून २७ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १७४ (९०)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ। साप्ताहांत के लिए क्षेत्र सेवा सारणी को दोहराइए। प्रकाशकों को “ईश्वरीय भय” अधिवेशन के लिए अपने कमरा-निवेदन फॉर्म सही समय पर देने के लिए याद दिलाइए। सचिव उन्हें जमा करेगा और इस पृष्ठ पर दी गई सूची में से उपयुक्त पते पर भेज देगा।
१५ मि:“क्षेत्र सेवा के लिए अर्थपूर्ण सभाएँ।” सेवा ओवरसियर द्वारा सवाल और जवाब। अनुच्छेद ३ पर चर्चा करते वक्त, इस साप्ताहांत प्रयोग करने के लिए रीज़निंग पुस्तक से एक या दो प्रस्तावनाओं की ओर ध्यान आकर्षित कीजिए। अनुच्छेद ५ पर क्षेत्र सेवा में व्यवहार से सम्बन्धित समस्याओं का ज़िक्र कीजिए जो स्थानीय रूप से देखी गयी हों; सुधार के लिए अनुग्रहपूर्वक सुझाव दीजिए।
२० मि:जुलाई के लिए प्रस्तुति को दोहराइए। कलीसिया के स्टॉक में रखी पुस्तिकाओं की प्रतियाँ प्रदर्शित कीजिए। कुछ दिलचस्प मुद्दों और दृष्टान्तों को दोहराइए जिन्हें वार्तालाप प्रारम्भ करने में इस्तेमाल किया जा सकता है। अलग-अलग क़िस्म के गृहस्वामियों के साथ बाइबल अध्ययन शुरू करने में कौन सी पुस्तिकाएँ उपयुक्त हैं उसका उल्लेख कीजिए। बाइबल विषय पर चर्चा कैसे शुरू की जाए यह दिखाने के लिए दो प्रदर्शन करवाइए। (“भविष्य/सुरक्षा” पर पृष्ठ ११-१२ पर दिए और “राज्य” पर पृष्ठ १२-१३ पर दिए रीज़निंग पुस्तक के सुझावों को इस्तेमाल कीजिए।) बाइबल अध्ययन शुरू करने के प्रबन्ध के साथ ही प्रदर्शन समाप्त होना चाहिए।
गीत ११८ (९९) और समाप्ति प्रार्थना।