अप्रैल के दौरान “भले कामों में सरगर्म” रहिए!
पिछले साल एक अपूर्व गवाही दी गई थी जब राज्य समाचार क्र. ३४ की लाखों प्रतियाँ संसार-भर में वितरित की गई थीं। कलीसिया प्रकाशकों और पायनियरों ने एक समान इस उत्तेजक कार्य में सरगर्मी से भाग लिया। क्या आप उनमें थे? यदि आप थे, तो निःसंदेह आपने उस उल्लेखनीय अभियान में भाग लेने का पूरा-पूरा आनन्द लिया। अब आप शायद सोच रहे होंगे, इस साल कौन-सा ‘भला काम’ हमारा इंतज़ार कर रहा है?—तीतु. २:१४.
२ अप्रैल के दौरान और मई की शुरूआत में, हमें अवेक! पत्रिका के एक विशेष संस्करण, अप्रैल २२, १९९६ का अंक, जिसका मुख्य लेख है “जब युद्ध नहीं रहेंगे,” को वितरित करने का सुख प्राप्त होगा। चूँकि यह विषय अनेकों-अनेक गृहस्वामियों को आकर्षक लगेगा, हम कोशिश करेंगे कि इस पत्रिका का यथासंभव विस्तृत वितरण करें। इसमें जो जानकारी दी गयी है उसके महत्त्व को ध्यान में रखते हुए, अवेक! का यह अंक अप्रैल के दौरान और मई तक प्रस्तुत किया जाना चाहिए जब तक कि प्रतियाँ समाप्त न हो जाएँ।
३ हमारा लक्ष्य—सभी प्रकाशकों द्वारा सहभागिता: यह वास्तव में प्रोत्साहक होगा यदि इस देश के सभी प्रकाशक प्रचार कार्य में अप्रैल के दौरान भाग ले सकें। मसीह की मृत्यु का स्मारक मन में ताज़ा होने से हम निश्चय ही क्षेत्र सेवकाई में प्रत्यक्ष “स्तुतिरूपी बलिदान” चढ़ाने के द्वारा परमेश्वर की भलाई के लिए अपना मूल्यांकन दिखाना चाहेंगे।—इब्रा. १३:१५.
४ कलीसिया के प्रत्येक सदस्य की ज़रूरतों को समझने के लिए पूरी-पूरी कोशिश की जानी चाहिए ताकि सभी अप्रैल के दौरान सेवकाई में सरगर्मी से भाग ले सकें। (रोमि. १५:१) पुस्तक अध्ययन संचालकों को अपने समूह के सदस्यों की परिस्थितियों के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी होनी चाहिए और जब ज़रूरी हो तब व्यावहारिक मदद देनी चाहिए। क्या किसी को यातायात की ज़रूरत है? यह कौन प्रदान कर सकता है? क्या कुछ जन शर्मीले या संकोची हैं? क्या अधिक अनुभवी प्रकाशक उनके साथ कार्य कर सकते हैं? शय्याग्रस्त लोग या जो बीमार हैं उनके बारे में क्या? क्या वे टेलिफ़ोन गवाही, पत्र लेखन या किसी दूसरे फलदायक कार्य में भाग ले सकते हैं?
५ कुछ जन जो निष्क्रिय बन गए हैं और नियमित आध्यात्मिक प्रोत्साहन प्राप्त करते रहे हैं, उन्हें एक बार फिर प्रचार कार्य में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। विशेष अवेक! का अभियान उन्हें पुनःसक्रिय होने के लिए एक उत्तम अवसर प्रदान करेगा।
६ युवजनों को भाग लेने के लिए प्रशिक्षित कीजिए: यहोवा के साक्षियों के अनेक बच्चे सालों से अपने माता-पिता के साथ घर-घर गए हैं, हालाँकि वे अभी तक बपतिस्मा-रहित प्रकाशकों के तौर पर सेवा नहीं कर रहे हैं। क्या अभी उनके लिए शुरूआत करने का यह सही समय है? क्या वे घर-घर के कार्य में एक अर्थपूर्ण भाग लेने के लिए हृदय से प्रेरित और तैयार हैं? परिवार के सिर को पारिवारिक बाइबल अध्ययन के दौरान अपने योग्य बच्चों की मदद करने के लिए समय लगाना चाहिए ताकि वे अपनी-अपनी उम्र और योग्यता के अनुरूप एक प्रस्तुति तैयार कर सकें। बड़े बच्चे एक विचारोत्पादक सवाल चुन सकते हैं जिससे गृहस्वामी की दिलचस्पी को जगाएँ और फिर पत्रिका में उसका जवाब दिखाएँ। छोटे बच्चे कुछ ही शब्दों में एक प्रभावकारी गवाही दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, वे गृहस्वामी को प्रोत्साहित कर सकते हैं कि “एक विशेष पत्रिका पढ़े जो इस महीने संसार-भर में पेश की जा रही है।” आपके परिवार की तैयारी के भाग के तौर पर, सामान्य विरोधों को पार करने के कुछ सुझावों को ज़रूर शामिल कीजिए। आप रीज़निंग (अंग्रेज़ी) पुस्तक में कई अच्छे विचार पाएँगे। भोजन के समय और अन्य उपयुक्त अवसरों पर पारिवारिक सदस्यों को प्रोत्साहित कीजिए कि वे उन अनुभवों को सुनाएँ जो उन्होंने क्षेत्र सेवा में प्राप्त किए हैं।
७ योग्य बाइबल विद्यार्थी उस कार्य का बीड़ा उठाते हैं जो यीशु ने किया: यीशु ने अपने शिक्षण को सैद्धांतिक बातों पर उपदेश देने तक सीमित नहीं रखा। वह अपने विद्यार्थियों के साथ सेवकाई में गया और उन्हें सिखाया कि कैसे प्रचार करें। (लूका ८:१; १०:१-११) आज स्थिति क्या है? भारत में तेरह हज़ार से अधिक बाइबल अध्ययन संचालित किए जा रहे हैं। निःसंदेह, उचित प्रोत्साहन के साथ इनमें से अनेक विद्यार्थी अपने प्रशिक्षण में अगला क़दम ले सकते हैं और अप्रैल में बपतिस्मा-रहित प्रकाशकों के तौर पर सेवा करने के योग्य हो सकते हैं।
८ यदि आप एक बाइबल अध्ययन संचालित कर रहे हैं तो इन सवालों पर विचार कीजिए: क्या विद्यार्थी अपनी उम्र और योग्यता के अनुसार प्रगति कर रहा है? क्या उसने अपना विश्वास दूसरों के साथ अनौपचारिक रूप से बाँटना शुरू किया है? क्या वह “नए मनुष्यत्व” को पहन रहा है? (कुलु. ३:१०) क्या वह बपतिस्मा-रहित प्रकाशकों की योग्यताओं को पूरा करता है, जो हमारी सेवकाई (अंग्रेज़ी) पुस्तक के पृष्ठ ९७ से ९९ में दी गई हैं? यदि आप मानते हैं कि वह योग्य हैं, तो क्यों न इस विषय पर उससे चर्चा करें? कुछ विद्यार्थियों को कार्य में भाग लेने के लिए बस एक स्पष्ट निमंत्रण की ज़रूरत होती है। जी हाँ, यदि विद्यार्थी इच्छुक है तो पहले यह ज़रूरी होगा कि प्रिसाइडिंग ओवरसियर अपने नित्य ढ़ंग से दो प्राचीनों के साथ एक चर्चा का प्रबंध करे। दूसरी ओर, शायद कोई बात उस विद्यार्थी को रोक रही होगी। संभवतः एक प्राचीन बाइबल अध्ययन के लिए आपके साथ जा सकता है और सच्चाई के प्रति विद्यार्थी की भावनाओं को निकलवा सकता है। विद्यार्थी को जो कहना है उसे सुनने के बाद, प्राचीन शायद शास्त्रीय मदद के साथ-साथ व्यावहारिक सुझाव देने में समर्थ हो।
९ सहयोगी पायनियर कार्य करने के लिए ‘समय को मोल लें:’ हर साल स्मारक समय में, छुड़ौती के लिए कृतज्ञता हज़ारों लोगों को सहयोगी पायनियर होने के लिए ‘समय को मोल लेने’ के लिए प्रेरित करती है। (इफि. ५:१५-१७, NW) हालाँकि कुछ त्याग की ज़रूरत होती है, प्रतिफल बड़े होते हैं। सराहनीय संख्या में युवक सहयोगी पायनियर कार्य करने के लिए स्कूल की छुट्टियों का फ़ायदा उठाते हैं। पूर्ण समय नौक़री करनेवाले वयस्क शाम के वक़्त और सप्ताहांतों को इसी गतिविधि में पूरी तरह लगाते हैं। इस प्रकार परिवारों के सभी सदस्य एक साथ सहयोगी पायनियर कार्य करने के लिए अवसर का फ़ायदा उठाते हैं! कुछ कलीसियाओं में अधिकतर प्राचीन और सहायक सेवक तथा उनकी पत्नियों ने सहयोगी पायनियरों के तौर पर नाम दिया है। उनके सरगर्म उदाहरण से प्रेरित होकर दूसरों ने उनकी नक़ल की है, और इस प्रकार कलीसिया का एक बड़ा प्रतिशत अप्रैल में सहयोगी पायनियर कार्य करता है।
१० चाहे आप सहयोगी पायनियर कार्य करने में समर्थ होते हैं या नहीं, अप्रैल के दौरान क्षेत्र में अपनी सेवा को बढ़ाने के तरीक़ों को ढूँढिए। अपने लिए एक व्यक्तिगत लक्ष्य रखिए, एक ऐसा लक्ष्य जिसे पाना थोड़ी मेहनत की माँग करेगा परन्तु जो प्राप्य हो। आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार यहोवा की सेवा में ‘खर्च करने बरन आप भी खर्च हो जाने’ की आपकी इच्छा पर उसकी आशीष होगी।—२ कुरि. १२:१५.
११ क्षेत्र सेवा के लिए सभाएँ: अवेक! अभियान के हर दिन क्षेत्र सेवा के लिए सभाओं का ऐसे समय पर प्रबन्ध किया जाना चाहिए जो सेवकाई को जल्दी शुरू करने में समर्थ करे। संध्याकालीन गवाही के लिए भी प्रबंध किया जाना चाहिए। अधिकतर प्रकाशक सप्ताहांतों में सेवा में भाग लेंगे, सो विशेष अवेक! वितरण के दौरान कलीसियाओं को शनिवार की सुबह और दोपहर, दोनों समय क्षेत्र सेवा के लिए सभाओं को आयोजित करना चाहिए।
१२ जो क्षेत्र सेवा के लिए सभाओं को संचालित करते हैं उन्हें निश्चित करना चाहिए कि पर्याप्त क्षेत्र उपलब्ध है। वह क्षेत्र जहाँ हाल में कार्य नहीं किया गया है, उसे पहले पूरा किया जाना चाहिए। लेकिन, अनियुक्त क्षेत्र जो संस्था के निरीक्षण में है वहाँ संस्था की अनुमति के बिना कार्य नहीं किया जाना चाहिए। क्या आपके पास एक या उससे अधिक व्यक्तिगत क्षेत्र हैं जहाँ हाल में कार्य नहीं किया गया है? यदि आपको अभियान के दौरान वहाँ कार्य करने में मदद की ज़रूरत हो, तो सेवा ओवरसियर या उस भाई से बात कीजिए जो क्षेत्र को संभालता है और वे आपके लिए कुछ मदद का प्रबंध करने में ख़ुश होंगे।
१३ आप कितनी पत्रिकाएँ वितरित करेंगे? इस सवाल का जवाब हर व्यक्ति को स्वयं देना है। यह निश्चित करने में कि अभियान के दौरान आप कितनी पत्रिकाएँ वितरित कर सकते हैं उस क्षेत्र के बारे में जहाँ आप कार्य करेंगे, आपकी उम्र, आपका स्वास्थ्य, वह समय जो आप कार्य के लिए दे सकते हैं, और अन्य तत्त्वों पर विचार कीजिए। लेकिन, उस अनुस्मारक पर ध्यान दीजिए जो जनवरी १, १९९४ के प्रहरीदुर्ग अंक में दिया गया था: “सुझाव के तौर पर, मान लीजिए कि प्रकाशक हर महीने अपनी परिस्थितियों के अनुसार, १० पत्रिकाओं का लक्ष्य रखते हैं; पायनियर शायद ९० का प्रयास करें।” क्या एक मिलता-जुलता लक्ष्य आपके मामले में व्यावहारिक होगा?
१४ प्राचीनों—ध्यानपूर्ण योजना की ज़रूरत है: अप्रैल अभियान के लिए स्थानीय प्रबंधों का निरीक्षण प्राचीनों के निकाय द्वारा किया जाएगा। उन्हें निश्चित करना चाहिए कि कलीसिया का अधिक से अधिक क्षेत्र अवेक! के इस विशेष अंक के साथ पूरा किया जाएगा। कलीसिया के क्षेत्र में आनेवाले व्यवसायिक क्षेत्रों में कार्य करने पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। जो इस क्षेत्र में कार्य करते हैं उन्हें अच्छी तरह तैयारी करने और साफ़-सुथरे वस्त्र पहनने चाहिए। एक लम्बी-चौड़ी प्रस्तुति की ज़रूरत नहीं है। जब आप एक व्यापारी या दुकानदार के पास जाते हैं तो आप कह सकते हैं कि आप अकसर व्यापारियों को घर पर नहीं पाते हैं, सो आप उनकी दुकान पर या व्यवसाय की जगह पर मिल रहे हैं एक ऐसा लेख प्रस्तुत करने के लिए जो निश्चय ही उनकी दिलचस्पी का होगा। फिर आप संक्षिप्त रूप से पत्रिका का एक ख़ास मुद्दा दिखा सकते हैं। कलीसिया के क्षेत्र में पत्रिकाओं के साथ सड़क गवाही को भी उचित रीति से व्यवस्थित किया जाना चाहिए। सड़क कार्य में भाग लेने का सबसे प्रभावकारी तरीक़ा हैं पहल करना और राहगीरों के पास जाना, बजाए इसके कि आप उनका आपके पास आने का इंतज़ार करें। चूँकि आप लोगों की नज़र में होंगे आपको सचेत होना चाहिए कि आपका दिखाव-बनाव गरिमायुक्त हो। आपके क्षेत्र में शायद अन्य जगह होंगी जहाँ अभियान के दौरान कार्य किया जा सकता है, जैसे कि, जहाँ उपयुक्त हो वहाँ, हवाईअड्डों के बाहर, बस अड्डों पर, अस्पतालों में, और रेलवे स्टेशनों पर, या बाज़ारों में, पार्किंग क्षेत्रों में या उद्यानों में। प्राचीनों के निकाय को तय करना चाहिए कि आपकी कलीसिया के क्षेत्र की इन जगहों में गवाही देने के लिए कौन-से उपयुक्त प्रबंध किए जा सकते हैं।
१५ यहोवा एक अथक कार्यकर्ता है। (यूह. ५:१७) उसने स्वर्ग और पृथ्वी साथ ही साथ पौधों और जानवरों की सृष्टि की, परन्तु उसने काम करना जारी रखा जब तक कि उसने पृथ्वी पर अपनी परम उपलब्धि को नहीं सृजा—मनुष्य। यह तथ्य कि हमारे पास जीवन है परमेश्वर के कार्य करने की इच्छा का सीधा परिणाम है। “परमेश्वर के सदृश्य” बनने के नाते, हमें उसके प्रति अपने प्रेम से “भले कामों में सरगर्म” होने को प्रेरित होना चाहिए। (इफि. ५:१; तीतु. २:१४) चूँकि यहोवा हमारी सर्वोत्तम कोशिशों को पाने के योग्य है, और चूँकि परिणाम प्राप्त करने की इच्छा एक सरगर्म व्यक्ति की विशेषता है, हमें सेवकाई में उत्कृष्ट कार्य करने में दिलचस्पी रखनी चाहिए। निःसंदेह, यहोवा किसी भी त्याग का मूल्यांकन करता है जो हम उसके लिए करते हैं, और हमारा कार्य कभी व्यर्थ नहीं है। (१ कुरि. १५:५८) सो, आभारी हृदयों से आइए यहोवा की स्वीकृति और आशीष तथा अपार सफलता के बारे में निश्चित होकर, हम अपने आपको अप्रैल के दौरान सरगर्म गतिविधि में लगाएँ!