राज्यगृह निधि
हम अंतःपत्र “हम अपने परमेश्वर के भवन को न छोड़ेंगे” के प्रति प्रतिक्रिया के लिए आपका धन्यवाद करना चाहेंगे जो जनवरी १९९७ की हमारी राज्य सेवकाई में आया था। ऐसा लगता है कि बक्स “क्या आपका हृदय आपको एक राज्यगृह बनाने के लिए दान करने को विवश करता है?” पढ़ने के बाद, जो अंतःपत्र के पृष्ठ ६ में आया था, अनेक हृदय दान देने के लिए विवश हुए, क्योंकि हमने राष्ट्रीय राज्यगृह निधि दान में एकाएक तीव्र वृद्धि को अनुभव किया है। कृपया इस बात के बारे में निश्चिंत रहिए कि इस पैसे का उन कलीसियाओं की सहायता करने में अच्छा प्रयोग किया जा रहा है जिनके पास अभी एक राज्यगृह निर्माण की योजना है। इस निधि के लिए आपकी लगातार सहायता की हम आशा करते हैं।
इसके साथ ही, यह भी कहा जा सकता है कि सभी प्रकार के दान को राष्ट्रीय राज्यगृह निधि के लिए उद्दिष्ट नहीं किया जाना चाहिए। संस्था राज्य प्रचार कार्य के लिए ज़रूरी ढाँचे के अन्य पहलुओं में भारी संसाधन ख़र्च करती है, जैसे ख़ास पायनियरों की सहायता करना, सफ़री ओवरसियरों को जगह-जगह भेजना, और ज़िला अधिवेशनों का प्रबंध करना। इसलिए, व्यक्तियों, कलीसियाओं, और सर्किटों से सामान्य दान का भी स्वागत है। इसे मात्र “विश्वव्यापी प्रचार कार्य के लिए” उद्दिष्ट किया जा सकता है, ताकि संस्था के निर्देशन पर निधि को विभिन्न अनुप्रयोगों में से किसी में भी लगाया जा सके।
हम जानते हैं कि यहोवा के सेवक अपने समय, शक्ति, और निधियों का उसके इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उदारता से योगदान देना जारी रखेंगे। और, इसके बदले में, यहोवा उन्हें उदारता से प्रतिफल देगा।—मला. ३:१०.