पुरानी पुस्तकों का इस्तेमाल करना
“बहुत पुस्तकों की रचना का अन्त नहीं होता, और बहुत पढ़ना देह को थका देता है,” बुद्धिमान राजा सुलैमान ने लिखा। (सभो. १२:१२) यह कथन उन पुस्तकों के बारे में कितना सच है जिनमें मानवी बुद्धि और तत्त्वज्ञान पाए जाते हैं। लेकिन विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास द्वारा परमेश्वर के वचन बाइबल में पाई जानेवाली ईश्वरीय बुद्धि पर आधारित पुस्तकें प्रदान करने के बारे में क्या? इनमें वह ज्ञान पाया जाता है जो अनंत जीवन की ओर ले जाता है।—नीति. २:१-९, २१, २२.
२ कुछ पुरानी पुस्तकों की क़ीमत घटाकर प्रति पुस्तक मात्र २.५० रुपए करना और इन पुस्तकों और इनमें पाए जानेवाले जीवनदायक संदेश को जनता के हाथों तक पहुँचाने का यह संस्था द्वारा किया गया एक प्रबंध है। भारत की सभी कलीसियाओं की हाल की एक सेवा सभा में इस प्रबंध की घोषणा की गई थी और इसके बारे में समझाया गया था। हम यहाँ पर इस प्रकार के सभी प्रकाशनों की सूची दे रहे हैं, जिससे प्रकाशकों के पास हर समय इसकी सूची होगी।
२.५० रुपए प्रति पर उपलब्ध प्रकाशन
आपके लिए आनन्द का सुसमाचार —गुजराती
एक नयी पृथ्वी में उत्तरजीविता —मलयालम, तमिल
एकमात्र सच्चे परमेश्वर की उपासना में संयुक्त —मलयालम, मराठी, नेपाली, तमिल
क्या यही जीवन सब कुछ है? —अंग्रेज़ी, तेलगू
“तेरा राज्य आए” —सभी भाषाओं में
बाइबल—परमेश्वर का वचन या मनुष्य का वचन? —अंग्रेज़ी
बातें जिनमें परमेश्वर का झूठ बोलना असंभव है —कन्नड़
मनुष्य यहाँ क्रमविकास से या सृष्टि से आया? —अंग्रेज़ी
महान शिक्षक की सुनना —मराठी
‘शान्ति के राजकुमार’ के अधीन विश्वव्यापी सुरक्षा —अंग्रेज़ी
सच्ची शांति और सुरक्षा—किस स्रोत से? —तमिल
सत्य जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है —गुजराती
३ इन पुस्तकों का सबसे अच्छा इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है? पहली बात, हम आपको सुझाव देते हैं कि आप अपने व्यक्तिगत पुस्तकालय को तुरंत देखिए। क्या यहाँ बतायी गयी सभी पुस्तकें आपके पास हैं? यदि कुछ नहीं हैं, तो क्यों न अपनी कलीसिया द्वारा इनकी प्रतियों का ऑर्डर दें ताकि आप अपने गृह पुस्तकालय को पूरा कर सकें। ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल ओवरसियर जाँच कर सकते हैं कि स्कूल पुस्तकालय में ये सभी पुस्तकें हैं या नहीं। अगर नहीं, तो वे स्कूल पुस्तकालय में रखने के लिए प्रतियों का ऑर्डर कर सकते हैं, और इनकी क़ीमत कलीसिया द्वारा अदा की जा सकती है। अपने गृह पुस्तकालय और कलीसिया के स्कूल पुस्तकालय दोनों में, इन पुस्तकों को अनेक भाषाओं में—उन भाषाओं में भी जिन्हें आप ज़्यादा इस्तेमाल नहीं करते—रखना अच्छा हो सकता है। अगर आप क्षेत्र में वह भाषा बोलनेवाले किसी व्यक्ति से मिलते हैं या उस भाषा को जाननेवाले दिलचस्पी रखनेवाले लोग सभाओं में उपस्थित होना शुरू करते हैं, तो ये पुस्तकें काम आ सकती हैं। याद रखिए, इन पुस्तकों में से किसी की फिर से छपाई करने की हमारी कोई योजना नहीं है—एक बार जब वर्तमान स्टॉक ख़त्म हो जाएगा, तब शायद आपको नयी प्रतियाँ फिर कभी नहीं मिल पाएँगी!
४ हम आपको प्रोत्साहित करते हैं कि जब कभी आप सेवकाई में भाग लेते हैं, तब इनमें से कुछ प्रकाशनों को अपने साथ रखिए। याद रखिए कि इन्हें पूरे साल में किसी भी समय पर २.५० रुपए की विशेष दर पर पेश किया जा सकता है, केवल विशेष प्रस्तुति अभियान के दौरान ही नहीं। और आप इन्हें एक सॆट बनाकर प्रस्तुत कर सकते हैं—उदाहरण के लिए, आप एक पुस्तक प्रस्तुत कर सकते हैं और फिर चार मिलाकर १० रुपए के लिए पेश कर सकते हैं। इनमें से अनेक पुस्तकें, जैसे क्रमविकास और क्या यही जीवन? पुस्तकें, एक अमुक विषय पर विशिष्ट जानकारी देती हैं और अगर गृहस्वामी उस विषय को उठाता है तो लाभदायक तरीक़े से इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
५ भरा-पूरा ईश्वरशासनिक पुस्तकालय एक बहुमूल्य संपत्ति है। पुरानी पुस्तकों को पढ़ने के द्वारा, जिनमें कभी-कभी एक अमुक विषय पर विस्तृत जानकारी होती है, यह ईश्वरशासनिक पुस्तकालय हमें अपना शास्त्रीय ज्ञान बढ़ाने में समर्थ करता है। इसके अलावा, जब हम सेवकाई में भाग लेते हैं, तो गृहस्वामी का ध्यान आकर्षित करने के लिए सही पुस्तक होना अच्छी बातचीत की ओर उसके बाद फिर एक बाइबल अध्ययन की ओर ले जा सकता है, जिससे वह व्यक्ति खिंचकर जीवन के पथ पर आ सकता है। इसलिए, हम आपको प्रोत्साहन देते हैं कि अपनी कलीसिया द्वारा यहाँ दी गयी पुस्तकों की पर्याप्त सप्लाई का ऑर्डर करें, और अपने व्यक्तिगत अध्ययन और क्षेत्र दोनों में इनका अच्छा इस्तेमाल करें।—नीति. २:१०, ११.