सितंबर के लिये सेवा सभाएँ
अक्तूबर ४ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत १९
१० मि:कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ।
१७ मि:“बच्चे—‘यहोवा के दिए हुए दान।’” एक प्राचीन द्वारा सवाल-जवाब से चर्चा। अगर यह प्राचीन एक पिता हो तो ज़्यादा अच्छा होगा। इस बात पर ज़ोर दीजिए कि अपने बच्चों को इस रंग बदलती दुनिया से बचाने के लिए बराबर फैमिली स्टडी करना कितना ज़रूरी है। बताइए कि आपकी कलीसिया में औसतन कितने परिवारों में फैमिली स्टडी नहीं हो रही है। इस बात पर ज़ोर दीजिए कि परिवार में बराबर फैमिली स्टडी करने के लिए समय तय करना माता-पिता की ज़िम्मेदारी है।
१८ मि:पत्रिका देने के मौके हमेशा ढूँढ़ते रहिए! बताइए कि पिछले महीने कलीसिया ने कितनी पत्रिकाएँ बाँटी थीं। कलीसिया द्वारा बाँटी गई पत्रिकाओं और संस्था द्वारा भेजी गई पत्रिकाओं की गिनती में कितना फर्क है? अगर फर्क बहुत ज़्यादा है, तो क्या करना चाहिए? आगे दिए गए विषयों पर श्रोताओं के साथ चर्चा कीजिए: (१) हर प्रचारक को काफी, लेकिन सही मात्रा में पत्रिकाओं के लिए ऑर्डर देना चाहिए। (२) हर शनिवार को पत्रिका दिन समझिए। (३) हर महीने पत्रिका बाँटने के लिए कुछ समय अलग रखिए। (४) किसी भी मौके पर लोगों को पत्रिकाएँ देकर बातचीत शुरू करने की कोशिश कीजिए। (५) बिज़नॆस करनेवालों और पेशेवर लोगों को ऐसे लेख दिखाइए जो उन्हें खासकर दिलचस्प लगें (६) आप जितनी पत्रिकाएँ बाँटते हैं उनका एक सही रिकॉर्ड रखिए, लोगों के साथ मैगज़िन रूट बनाइए और उन्हें हर महीने नई पत्रिकाएँ देते रहिए। (७) पुरानी पत्रिकाएँ भी बाँटिए ताकि पत्रिकाएँ जमा न हो जाएँ। अब श्रोताओं को कुछ नई पत्रिकाओं में से दिलचस्प लेख दिखाइए। एक बुज़ुर्ग और एक जवान प्रचारक से दो छोटे प्रदर्शन करवाइए कि पत्रिका कैसे बाँटी जा सकती है।—जनवरी १९९६ की हमारी राज्य सेवकाई का इंसर्ट देखिए।
गीत १७ और समाप्ति प्रार्थना।
अक्तूबर ११ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत २०
१० मि:कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट।
१५ मि:कलीसिया की ज़रूरतें।
२० मि:“सभाओं से हम ज़्यादा खुशी कैसे पा सकते हैं।” सवाल और जवाब। बताइए कि किन-किन तरीकों से हम सभाओं में एक-दूसरे का ख्याल रख सकते हैं और एक-दूसरे का हौसला बढ़ा सकते हैं। श्रोताओं से उनके कुछ अनुभव पूछिए।
गीत ६ और समाप्ति प्रार्थना।
अक्तूबर १८ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ९
१५ मि:कलीसिया की घोषणाएँ और प्रचार काम में मिले अनुभव। “नए खास सम्मेलन दिन का कार्यक्रम” पर बात कीजिए।
१५ मि:“क्या आप कहीं और जाकर बसनेवाले हैं?” सेक्रेट्री द्वारा एक जोश दिलानेवाला भाषण। जब भाई-बहनों को किसी और कलीसिया में जाना पड़ता है तो यह ज़रूरी है कि वे अपनी नई जगह में अच्छी तरह बस जाएँ ताकि उन्हें आध्यात्मिक बातों का कुछ नुकसान न हो। बताइए कि अगर किसी दूसरी कलीसिया में जाना पड़े तो इस बारे में प्राचीनों को ज़रूर खबर दें और नई कलीसिया का पता लगाने में उनकी मदद लें।
१५ मि:“माँग ब्रोशर से बाइबल स्टडी शुरू करना।” सवाल-जवाब से चर्चा।
गीत १७ और समाप्ति प्रार्थना।
अक्तूबर २५ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत २
१५ मि:कलीसिया की घोषणाएँ। नवंबर महीने में माँग ब्रोशर या ज्ञान किताब पेश करने के बारे में कुछ अच्छे सुझाव दीजिए। “क्या परमेश्वर प्रार्थनाओं का जवाब देता है?,” इस सवाल को लेकर किस तरह गवाही दी जा सकती है, समझाइए। माँग ब्रोशर के सातवें पाठ या ज्ञान किताब के अध्याय १६, पैराग्राफ १२-१४ की कुछ खास बातों का इस्तेमाल कीजिए। एक प्रदर्शन दिखाइए जिसमें बाइबल की एक आयत भी शामिल हो।
१५ मि:बाइबल के सवालों के जवाब ढूँढ़ना। एक सहायक सेवक से एक प्रचारक मदद चाहता है क्योंकि दिलचस्पी दिखानेवाले किसी व्यक्ति ने उससे बाइबल का एक सवाल पूछा है। सहायक सेवक उसे जवाब बताने के बजाय समझाता है कि जवाब किस तरह ढूँढ़ना चाहिए। सबसे पहले वह स्कूल गाइडबुक, अध्ययन ७, पैराग्राफ ८-९ में दिए गए सुझाव बताता है। फिर दोनों मिलकर एक ऐसे सवाल पर रिसर्च करते हैं जो आम-तौर पर उनके इलाके में लोग पूछते हैं। उस सवाल के बारे में जिन किताबों के हवाले दिए गए हैं वे उन्हें खोलकर पढ़ते हैं और बाइबल का जवाब समझाने के लिए वे इन हवालों में से कई सबूत ढूँढ़ निकालते हैं। श्रोताओं से कहिए कि वे बाइबल के सवालों के जवाब ढूँढ़ने के लिए इस तरह की रिसर्च करें क्योंकि ऐसा करना बहुत ही फायदेमंद है।
१५ मि:ऐसे लक्ष्य जो हम रख सकते हैं। भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। प्रहरीदुर्ग, मार्च १५, १९९७, पेज ११ के बक्स में दिए गए लक्ष्य बताइए जो हासिल किए जा सकते हैं। ऑक्ज़लरी और रेगुलर पायनियरिंग करने का हौसला दिलाइए। समझाइए कि लक्ष्य हासिल करने से खुद हमें किस तरह फायदा मिल सकता है। श्रोताओं से पूछिए कि परमेश्वर की सेवा में उन्होंने कौन-से लक्ष्य हासिल किए और उन्हें कैसी खुशी मिली।
गीत १८ और समाप्ति प्रार्थना।