हमारे पास अध्ययन शुरू करने का एक नया साधन है!
राजेन्द्रन अपने मोहल्ले के एक छोटे-से मंदिर में पुजारी था। वह हमेशा दूसरों के लिए पूजा-पाठ किया करता था। वह देखता था कि हर हफ्ते एक नौजवान भाई उसके आस-पड़ोस में बाइबल अध्ययन कराने आता है। राजेन्द्रन भी इस बारे में जानना चाहता था। कुछ वक्त बाद एक समारोह में हमारे भाइयों की उससे मुलाकात हुई। इस मौके पर उन्होंने उसके सामने बाइबल का अध्ययन करने की पेशकश रखी। उसे बाइबल सीखने की बड़ी इच्छा थी इसलिए उसने खुशी-खुशी यह पेशकश स्वीकार कर ली। यह अनुभव हमें क्या सिखाता है? यही कि हम नहीं जानते कि कौन किस वक्त मुफ्त बाइबल अध्ययन करने के लिए राज़ी हो जाए।—सभो. 11:6.
2 क्या आपको कभी यह बताने में संकोच महसूस हुआ है कि हम दिलचस्पी दिखानेवाले हर व्यक्ति को बाइबल अध्ययन कराने के लिए तैयार हैं? क्या आपके इलाके में सभी लोग जानते हैं कि हम मुफ्त बाइबल अध्ययन कराते हैं? सब लोग जानें, इसके लिए हम क्या कर सकते हैं? इस नए साधन का इस्तेमाल कीजिए! यह छः पन्नोंवाला एक मनमोहक ट्रैक्ट है, जिसका शीर्षक है क्या आप बाइबल के बारे में और ज़्यादा जानना चाहते हैं? आइए हम इस ट्रैक्ट के एक-एक उपशीर्षक की जाँच करके इसे जानें।
3 “बाइबल क्यों पढ़नी चाहिए?” ट्रैक्ट में कई दिलचस्प कारण बताए गए हैं कि क्यों हमें बाइबल पढ़नी चाहिए। जैसे कि बाइबल में बताया है कि “परमेश्वर ने हमारी भलाई के लिए कौन-सी सलाहें दी हैं,” और यह भी कि मदद पाने के लिए हमें उससे कैसे प्रार्थना करनी चाहिए, साथ ही हमेशा की ज़िंदगी का वरदान पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए। (1 थिस्स. 2:13) यह ट्रैक्ट बाइबल में दी गयी “सच्चाई” के बारे में बताता है, जो “हमारी आँखें खोल देती है।” जैसे कि मरने के बाद हमारा क्या होता है और आज दुनिया में इतनी बुराई क्यों है। इसमें, “बाइबल में दिए गए परमेश्वर के सिद्धांत” बताए गए हैं, जिन पर अमल करने से हमें शारीरिक फायदे होते हैं और इनसे हमारी खुशी बढ़ती है, हमें आशा मिलती है और हम दूसरे बढ़िया गुण भी पैदा कर पाते हैं। इस ट्रैक्ट में एक और कारण बताया है कि हमें बाइबल क्यों पढ़नी चाहिए—इसकी भविष्यवाणियाँ दिखाती हैं कि बहुत जल्द आगे क्या होनेवाला है।—प्रका. 21:3, 4.
4 “बाइबल समझने के लिए मदद”: यह ट्रैक्ट कहता है: “हममें से कोई भी बिना मदद के परमेश्वर का वचन नहीं समझ सकता।” इसके बाद यह बताता है कि हम किस तरीके से बाइबल का अध्ययन कराते हैं: “बाइबल की बुनियादी बातें सीखते हुए इसका सिलसिलेवार ढंग से अध्ययन करना ज़्यादा फायदेमंद है।” यह ट्रैक्ट साफ बताता है कि “बाइबल ही मूल ग्रन्थ है” जिसका अध्ययन किया जाता है, मगर इसमें माँग ब्रोशर का खास तौर पर ज़िक्र किया गया है जिससे “बाइबल के अलग-अलग विषयों से ताल्लुक रखनेवाली आयतों को समझने में” विद्यार्थी को मदद मिलेगी। अगला उपशीर्षक एक ऐसा सवाल पूछता है जो जवाब की माँग करता है।
5 “क्या आप हर हफ्ते बाइबल सीखने के लिए कुछ वक्त निकालने को तैयार हैं?” इस ट्रैक्ट में समझाया गया है कि बाइबल अध्ययन के लिए समय और जगह, विद्यार्थी की सहूलियत के मुताबिक तय की जा सकती है, चाहे तो वह घर पर ही अध्ययन कर सकता है या फिर टेलीफोन के ज़रिए। इस चर्चा में कौन-कौन हिस्सा ले सकते हैं? इस ट्रैक्ट में जवाब दिया है: “आपके परिवार के सभी सदस्य। आप चाहें तो चर्चा में भाग लेने के लिए अपने दोस्तों को भी बुला सकते हैं। या अगर आप चाहते हैं तो यह चर्चा अकेले आपके साथ की जा सकती है।” अध्ययन के लिए कितना वक्त निकालना होता है? ट्रैक्ट में बताया है: “बहुत-से लोग बाइबल का अध्ययन करने में हर हफ्ते एक घंटा बिताते हैं। हर हफ्ते आप जितना भी समय दे पाएँ, साक्षी आपकी मदद करने के लिए तैयार हैं।” यही एक खास बात है! हम हर विद्यार्थी के हालात के मुताबिक फेर-बदल करने के लिए तैयार हैं।
6 “सीखने के लिए बुलावा”: ट्रैक्ट पानेवाले के लिए इसमें एक कूपन दिया गया है, जिसे भरकर वह माँग ब्रोशर के बारे में ज़्यादा जानकारी पाने या हमारे मुफ्त बाइबल अध्ययन कार्यक्रम के सिलसिले में उससे मिलने के लिए लिख सकता है। माँग ब्रोशर का सामने का रंगीन पेज इस ट्रैक्ट में दिखाया गया है। क्या आप अब समझ रहे हैं कि क्यों यह ट्रैक्ट और ज़्यादा नेकदिल लोगों को हमारी मदद स्वीकार करने के लिए उकसाएगा? अब सवाल यह है कि हम इस नए साधन का सबसे बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं?
7 आप यह ट्रैक्ट किसे पेश कर सकते हैं? यह ट्रैक्ट आप खुद लोगों को दे सकते हैं या जहाँ कोई घर-पर-नहीं है, वहाँ आप इसे छोड़ सकते हैं। इसे घर-घर के प्रचार में, सड़क पर, बिज़नेस इलाके में भी बाँटा जा सकता है। लोग चाहे हमारा साहित्य लें या न लें, मगर लोगों को यह ट्रैक्ट ज़रूर दीजिए। अगर कोई पत्रिकाएँ या दूसरे प्रकाशन दिए जाते हैं तो यह ट्रैक्ट उनके अंदर डालकर दीजिए। जब आप खत लिखते हैं तो इसे भी साथ भेजिए। आप जिनसे फोन पर बात करते हैं, उन्हें बताइए कि अगर वे चाहें तो आप यह ट्रैक्ट उनके पते पर डाक द्वारा भेज सकते हैं। इसकी कॉपियाँ हमेशा अपने पास रखिए और जब आप खरीदारी करने जाते हैं, सार्वजनिक गाड़ियों में सफर करते हैं और अनौपचारिक तौर पर गवाही देते हैं, तब इसे दीजिए। आपके दरवाज़े पर आनेवाले हर व्यक्ति को यह ट्रैक्ट दीजिए। इसे अपने रिश्तेदारों, पड़ोसियों, साथ काम करनेवालों, साथ पढ़नेवालों और दूसरे जान-पहचानवालों को दीजिए। कोशिश कीजिए कि आपसे मिलनेवाले हर व्यक्ति को आप यह ट्रैक्ट दें! उसके बाद क्या?
8 अगर तुरंत जवाब मिल जाए: कुछ लोग तुरंत बाइबल का अध्ययन करने के लिए ‘हाँ’ कहेंगे। इसलिए, आप जब कभी प्रचार के लिए निकलते हैं तो ध्यान रखिए कि आपके पास माँग ब्रोशर की दो कॉपियाँ हमेशा रहें—एक विद्यार्थी के लिए और एक अपने लिए। अगर वह व्यक्ति तैयार है तो वहीं, उसी वक्त अध्ययन शुरू कीजिए। सामने के पेज पर अंदर की तरफ खोलकर, पढ़िए “इस ब्रोशर का प्रयोग कैसे करें।” फिर सीधे पाठ 1 से दिखाइए कि अध्ययन कैसे किया जाता है। क्या यह तरीका आसान नहीं है?
9 अगर आपके सुननेवाले को सोचने के लिए वक्त चाहिए: घर-मालिक से जल्द-से-जल्द दोबारा मिलने की कोशिश कीजिए। जब आप उससे मिलते हैं, तो ध्यान रहे कि आपके पास माँग ब्रोशर हो। उसे सामने के पेज पर अंदर की तरफ विषय-सूची दिखाइए। उसे अपना मनपसंद विषय चुनने दीजिए। वह जिस पाठ का चुनाव करता है, उसी से चर्चा शुरू कीजिए।
10 जहाँ पत्रिकाएँ दी हैं, वहाँ दोबारा जाना: अगर आपने इस ट्रैक्ट के साथ कुछ पत्रिकाएँ दी हैं, तो आप उनसे दोबारा मिलने पर कुछ ऐसा कह सकते हैं: “पिछली बार जब मैं आया था, तो मैंने आपको प्रहरीदुर्ग पत्रिका की एक कॉपी दी थी। शायद आपने ध्यान दिया होगा कि इस पत्रिका का पूरा नाम है प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है। आज मैं बताना चाहता हूँ कि यह राज्य क्या है और यह आपके लिए और आपके परिवार के लिए क्या करेगा।” इसके बाद माँग ब्रोशर का पाठ 6 खोलिए। पहले पैराग्राफ से शुरू करके, घर-मालिक के पास जितने पैराग्राफ पढ़ने और चर्चा करने का समय है उतना ही समय लीजिए। और फिर किसी दूसरे दिन आकर इस पाठ को खत्म करने का इंतज़ाम कीजिए।
11 ट्रैक्ट कभी खत्म न होने पाएँ: सर्विस ओवरसियर और लिट्रेचर सँभालनेवाले भाइयों को बाइबल को जानिए ट्रैक्ट की सप्लाई हर वक्त पर्याप्त मात्रा में रखनी चाहिए। कुछ ट्रैक्ट अपनी जेब या पर्स में, अपनी कार में, काम की जगह पर, स्कूल में, अपने घर के दरवाज़े के पास ऐसी जगह रखिए जहाँ से आप आसानी से निकालकर दे सकें। और हाँ, कुछ ट्रैक्ट अपने प्रचार के बैग में रखिए ताकि अगर आपको कोई ऐसा व्यक्ति मिले जिससे आप बाइबल के बारे में चर्चा कर सकते हैं तो उसे यह ट्रैक्ट दे सकें।
12 यहोवा हमारी मेहनत पर आशीष दे: सभी मसीहियों को यह लक्ष्य रखना चाहिए कि किसी-न-किसी को सच्चाई सिखाएँ। (मत्ती 28:19, 20) क्या फिलहाल आप कोई बाइबल अध्ययन चला रहे हैं? अगर हाँ, तो क्या आप एक और बाइबल अध्ययन के लिए हर हफ्ते वक्त निकाल सकते हैं? अगर आप फिलहाल कोई अध्ययन नहीं चला रहे, तो बेशक आप एक अध्ययन पाने की कामना करते होंगे। यहोवा से प्रार्थना कीजिए कि वह आपकी मेहनत पर आशीष दे और आप किसी ऐसे व्यक्ति को ढूँढ़ पाएँ जिसके साथ आप अध्ययन कर सकें। और फिर अपनी प्रार्थना के मुताबिक मेहनत भी कीजिए।—1 यूह. 5:14, 15.
13 हमारे पास अध्ययन शुरू करने का एक नया साधन है! इसे पहले आप अच्छी तरह पढ़ें। इसे सब में बाँटें। अपनी तरफ से पूरी कोशिश करें कि आपने परमेश्वर के वचन से जो सीखा है, उसके मुताबिक “भलाई करें, और भले कामों में धनी बनें; और उदार और सहायता देने में तत्पर हों।”—1 तीमु. 6:18.
[पेज 4 पर बक्स]
ट्रैक्ट बाँटने के मौके
◼ रोज़मर्रा की बातचीत
◼ जब कोई हमारा साहित्य लेता है
◼ जब कोई घर-पर-नहीं होता
◼ जब हम फिर से भेंट करने जाते हैं
◼ जब हम सड़क पर गवाही देते हैं
◼ जब हम बिज़नेस के इलाके में गवाही देते हैं
◼ जब हम अनौपचारिक तरीके से गवाही देते हैं
◼ जब हम खत लिखते हैं
◼ जब सार्वजनिक गाड़ियों में सफर करते हैं
◼ जब कोई हमारे दरवाज़े पर आता है
◼ जब हम रिश्तेदारों, पड़ोसियों, साथ काम करनेवालों, साथ पढ़नेवालों, और दूसरे जान-पहचानवालों से बात करते हैं