यहोवा के प्रेम के लिए कदर दिखाने से मिलनेवाली आशीषें—भाग 2
पिछले महीने इस विषय के पहले भाग में, हमने चार ऐसे तरीकों पर ज़ोर दिया जिससे हम प्रचार में यहोवा के प्रेम के लिए कदर दिखा सकते हैं। (1 यूह. 4:9-11) इस भाग में ऐसा करने के पाँच और तरीके बताए गए हैं। जब हम दूसरों की आध्यात्मिक तरीके से पूरी-पूरी मदद करते हैं तो हम आशीष पाते हैं।
2 अनौपचारिक गवाही: यह एक बहुत ही असरदार तरीका है जिससे हम धार्मिकता के भूखे-प्यासे लोगों को ढूँढ़ने और उन्हें फायदा पहुँचानेवाला साहित्य देने में सफलता पा सकते हैं। अच्छा होगा अगर हम ‘हर अवसर का पूरा-पूरा उपयोग करें,’ और हर मौके पर और जिस किसी से मिलें उसे गवाही दें। (इफि. 5:16, ईज़ी-टू-रीड वर्शन) हमें शायद इस तरीके से साक्षी देने के लिए हिम्मत जुटानी पड़े, लेकिन अगर हम परमेश्वर के प्रेम की कदर करते हैं और लोगों की ज़रूरत समझते हैं, तो हम हर मौके पर साक्षी देंगे।—2 तीमु. 1:7, 8.
3 पूरे समय के एक प्रचारक ने टैक्सी में साथ बैठे यात्री से बातचीत शुरू की और इसकी वजह से उसे ढेरों आशीषें मिलीं। उस आदमी ने दिलचस्पी दिखायी। उससे फिर से मुलाकातें की गयीं, और बाइबल अध्ययन शुरू किया गया। वह आदमी सच्चाई में आया और उसने इस हद तक तरक्की की कि वह कलीसिया में एक प्राचीन बना!
4 खत लिखना: हम शायद शारीरिक दुर्बलता या खराब मौसम की वजह से घर-घर जाकर प्रचार न कर सकें। ऐसे में हम उन लोगों को खत लिखकर गवाही दे सकते हैं, जिनसे हमारी जान-पहचान है, जिनके किसी अज़ीज़ की मौत हो गयी है, या जो प्रचार में हमें घर पर नहीं मिले थे। खत के साथ हम विषय के अनुसार एक उपयुक्त ट्रैक्ट भी भेज सकते हैं जिसमें बाइबल का मनभावना संदेश दिया गया हो और जो ट्रैक्ट पानेवाले को अपने सवाल लिखकर भेजने के लिए उकसाए। आप जवाबी चिट्ठी पाने के लिए अपने घर का या किंगडम हॉल का पता दे सकते हैं; कृपया ब्रांच ऑफिस का पता मत दीजिए।
5 टेलिफोन के ज़रिए गवाही: यह उन लोगों तक पहुँचने का बढ़िया तरीका है जिनसे हम घर-घर के प्रचार में नहीं मिल सकते। अगर हम बड़ी समझदारी, प्यार और कुशलता से टेलिफोन के ज़रिए गवाही दें तो लोगों पर इसका अच्छा असर पड़ सकता है। फरवरी 2001 की हमारी राज्य सेवकाई, पेज 5-6 में कुछ कारगर सुझाव दिए हैं कि इसमें हम अच्छे नतीजे कैसे हासिल कर सकते हैं।
6 एक बहन ने एक स्त्री को टेलिफोन के ज़रिए साक्षी देते वक्त, उससे पूछा कि क्या आपने इस बारे में सोचा है कि आपका और आपके परिवार का भविष्य कैसा होगा। उस स्त्री ने जवाब दिया, ‘हाँ, मैंने सोचा है।’ फिर उसने कहा कि ‘इसी वजह से मैं बहुत निराश हो गयी हूँ और मैंने खुद को अपने घर की चारदीवारी में कैद कर लिया है।’ बहन की सच्ची परवाह का उस स्त्री पर ज़बरदस्त असर हुआ, और वह पास के एक बाज़ार में बहन से मिलने को राज़ी हो गयी। नतीजा यह हुआ कि उस स्त्री ने फौरन बाइबल अध्ययन स्वीकार किया!
7 अजनबियों का स्वागत करना: अगर हम अपने पड़ोसियों से प्रेम करते हैं, तो हम इस बात का ध्यान रखेंगे कि अगर कोई अनजान व्यक्ति हमारी सभाओं में आता है तो हम उसका स्वागत करें। (रोमि. 15:7) उसे यह एहसास दिलाएँ कि वह ऐसे लोगों के बीच मौजूद है जो आध्यात्मिक तरीके से उसकी भलाई चाहते हैं। हमारी सच्ची परवाह देखकर और निजी बाइबल अध्ययन की पेशकश से शायद उसे हमारी मदद स्वीकार करने की प्रेरणा मिले।
8 हमारा अच्छा चालचलन: अपने अच्छे चालचलन से हम सच्चाई की शोभा बढ़ाते हैं। (तीतु. 2:10) जब दुनिया के लोग, हम यहोवा के साक्षियों की तारीफ में अच्छी बातें बोलते हैं, तो इससे हमारे परमेश्वर की महिमा होती है। (1 पत. 2:12) इस तरीके से भी हम वह रास्ता चुनने में दूसरों की मदद करते हैं जो उन्हें ज़िंदगी दिलाएगा।
9 हमारे लिए यहोवा के महान प्रेम के लिए कदर दिखाने के इन पाँच तरीकों पर क्यों न हम फिर से विचार करें और इन पर अमल करें? (1 यूह. 4:16) जब आप ऐसा करेंगे, तो आपको ज़रूर ढेरों आशीषें मिलेंगी।