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  • सेवा सभा की तालिका
  • हमारी राज-सेवा—2002
  • उपशीर्षक
  • मई 13 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • मई 20 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • मई 27 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • जून 3 से शुरू होनेवाला सप्ताह
हमारी राज-सेवा—2002
km 5/02 पेज 2

सेवा सभा की तालिका

मई 13 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 9 (37)

15 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। पेज 8 पर दिए गए सुझावों का इस्तेमाल करके दो अलग-अलग प्रदर्शन दिखाइए कि अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिका पेश करने के लिए सुझावों के कॉलम में से पहला सुझाव) और मई 15 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश की जा सकती है। दोनों प्रदर्शनों में, “मैं बिज़ी हूँ” कहकर बातचीत रोकने की कोशिश करने पर उस रुकावट को कैसे पार किया जा सकता है, इसके दो अलग-अलग तरीके दिखाइए।—रीज़निंग किताब के पेज 19-20 देखिए।

10 मि: “क्या आपके लिए हमारा साहित्य अनमोल है?” एक प्राचीन हौसला बढ़ाते हुए यह भाषण देगा।

20 मि: “सन्‌ 2002 में ‘राज्य के जोशीले प्रचारक’ यहोवा के साक्षियों का ज़िला अधिवेशन।”a इसे कलीसिया का सेक्रेटरी पेश करेगा। बाइबल के ज़माने से लेकर आज तक अधिवेशन, परमेश्‍वर के लोगों की हौसला-अफज़ाई करने में एक अहम भूमिका निभाते आए हैं। (प्रोक्लेमर्स किताब के पेज 254, पैराग्राफ 1-3 और इंसाइट, भाग 1 के पेज 821, पैराग्राफ 5 देखिए।) सभी को बढ़ावा दीजिए कि वे इस साल के ज़िला अधिवेशन के तीनों दिनों के लिए हाज़िर रहने की अभी से तैयारियाँ शुरू कर दें।

गीत 23 (200) और प्रार्थना।

मई 20 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 1 (13)

12 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्‌स रिपोर्ट। प्रश्‍न बक्स पर चर्चा कीजिए।

10 मि: अपनी मसीही निष्पक्षता को बरकरार रखना। एक काबिल प्राचीन यह भाषण देगा। स्कूल, काम की जगह पर और आस-पड़ोस में देशभक्‍ति की भावना दिखाना, बहुत आम हो गया है। कई लोग, देश में हुए किसी हादसे की वजह से होनेवाले दुःख और चिंता का सामना करने के लिए देशभक्‍ति की भावना को बढ़ावा देते हैं। हालाँकि दुनिया के हालात से हमें भी दुःख होता है, मगर हम जानते हैं कि सबसे बड़ा मसला परमेश्‍वर की हुकूमत पर उठाए गए सवाल का है। और राज्य के संदेश से हमें सच्चा दिलासा मिलता है। जब हम समझदारी से दूसरों को समझाते हैं कि क्यों हम देशभक्‍ति से जुड़े समारोहों में हिस्सा नहीं लेते, तो हम उन्हें तसल्ली और आशा दे सकते हैं जो खुद हमें परमेश्‍वर के वचन से मिली है। ब्रोशर, यहोवा के साक्षी और शिक्षा के पेज 20-4 पर दिए उपशीर्षक “झंडा सलामी” में बताया गया है कि हम क्यों देशभक्‍ति के समारोह में भाग नहीं लेते। उसमें दी गयी खास बातों की चर्चा कीजिए और माता-पिताओं को अपने बच्चों के साथ मिलकर इस जानकारी पर अच्छी तरह अध्ययन करने का बढ़ावा दीजिए। ब्रोशर के पेज 20 पर और जनवरी 8, 1996 की सजग होइए! (अँग्रेज़ी) के पेज 31 पर दिए अनुभव बताइए। ज़ोर दीजिए कि सरकारी अधिकारियों का आदर करने के साथ-साथ हमें यहोवा को एकनिष्ठ भक्‍ति देनी है।

8 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।

15 मि: “स्वच्छता से परमेश्‍वर की महिमा होती है।” प्राचीन, श्रोताओं के साथ इस लेख की चर्चा करता है। आखिर में फरवरी 1, 2002 की प्रहरीदुर्ग के पेज 6-7 में दी गयी जानकारी को चंद शब्दों में बताइए।

गीत 17 (187) और प्रार्थना।

मई 27 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 8 (53)

12 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। प्रचारकों को याद दिलाइए कि वे मई महीने की क्षेत्र सेवा की रिपोर्ट डाल दें। पेज 8 पर दिए गए सुझावों का इस्तेमाल करके एक जवान प्रकाशक से अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिका पेश करने के लिए सुझावों के कॉलम में से तीसरा सुझाव) और एक बुज़ुर्ग प्रकाशक से जून 1 की प्रहरीदुर्ग कैसे पेश करें, इसका प्रदर्शन करवाइए। हर प्रदर्शन के बाद बताइए कि कैसे आसानी से आयतों का इस्तेमाल करके गवाही दी गयी थी।

15 मि: “क्या आपकी कलीसिया के प्रचार का इलाका बड़ा है?” सर्विस ओवरसियर का भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। बताइए कि कलीसिया के पास कितना प्रचार का इलाका है और पिछले साल कितने इलाके में प्रचार किया गया था। समझाइए कि जो सुझाव दिए गए हैं, उन्हें अपने इलाके में कैसे लागू किया जा सकता है। जहाँ कभी-कभार ही प्रचार किया गया है, वहाँ भविष्य में प्रचार करने की योजना पर चंद बातें कहिए।

18 मि: “अध्ययन शुरू करने में क्या आप माँग ब्रोशर का इस्तेमाल कर रहे हैं?” (इस चर्चा के लिए सभी के पास जनवरी 2002 की हमारी राज्य सेवकाई का इंसर्ट होना चाहिए।) पैराग्राफ 3 में दिए गए सुझाव का इस्तेमाल करते हुए एक प्रकाशक से प्रदर्शन करवाइए जिसकी उसने अच्छी तैयारी की हो। उस प्रदर्शन में दिखाइए कि कैसे बाइबल अध्ययन शुरू करना है। उसके बाद ब्रोशर की कुछ खासियतें बताइए, और समझाइए कि इस ब्रोशर को कैसे खूबसूरती से बनाया गया है ताकि इससे अध्ययन शुरू किया जा सके। बताइए कि जनवरी 2002 के इंसर्ट में दिए गए सुझावों का दोबारा अध्ययन करना कितना ज़रूरी है। श्रोताओं से पूछिए कि कौन-सा सुझाव इस्तेमाल करने पर उन्हें कामयाबी मिली है। आखिर में, ऊपर बताए गए प्रदर्शन की बातों को फिर से दोहराइए।

गीत 20 (93) और प्रार्थना।

जून 3 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 20 (93)

15 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। कुछ प्रकाशकों को बताने के लिए कहिए कि मार्च, अप्रैल या मई महीनों में ऑक्ज़लरी या रेग्युलर पायनियरिंग करने से उन्हें क्या-क्या आशीषें और खुशियाँ मिलीं।

15 मि: रीज़निंग किताब कैसे दूसरे बाइबल अनुवादों का इस्तेमाल करती है। एक छोटा-सा भाषण और चर्चा। रीज़निंग किताब के पेज 8 पर पैराग्राफ 2 पढ़िए और समझाइए कि अपनी सेवकाई के दौरान क्यों और कैसे बाइबल की ओर ध्यान दिलाया जा सकता है। पेज 6 पर दिए गए अलग-अलग बाइबलों के संक्षिप्त नामों की तरफ ध्यान दिलाइए, और समझाइए कि हम क्यों दूसरी बाइबलों से भी हवाले देते हैं। अक्टूबर 1, 1997 की प्रहरीदुर्ग के पेज 16, पैराग्राफ 2 और पेज 20, पैराग्राफ 15 में जो चेतावनियाँ दी गयी हैं, उन पर चर्चा कीजिए। रीज़निंग किताब में “प्रेरितों के उत्तराधिकारी,” “मूर्तियाँ” और “त्रियेक” जैसे विषयों को उदाहरण के तौर पर इस्तेमाल करते हुए श्रोताओं को दिखाइए कि कैसे बाइबल के दूसरे अनुवादों की तुलना करने से सच्चाई सिखाना मददगार हो सकता है।

15 मि: “हमारा विश्‍वास हमें भले काम करने के लिए उकसाता है।”b पैराग्राफ 2 पर चर्चा करते वक्‍त एक जोशीले प्रचारक का छोटा-सा इंटरव्यू लीजिए। उस प्रकाशक को बताने के लिए कहिए कि दूसरों को गवाही देने से कैसे वह अपने विश्‍वास का सबूत देता है, साथ ही कैसे उसका विश्‍वास मज़बूत होता है।

गीत 4 (43) और प्रार्थना।

[फुटनोट]

a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

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