अपंग—फिर भी कामयाब
अगर आप उन यहोवा के साक्षियों में से हैं जो अपंग हैं, तो भी आप सेवा में कामयाब हो सकते हैं। यही नहीं अपंगता की वजह से आपको ऐसे खास अवसर मिल सकते हैं जिनमें आप गवाही दे सकते हैं और दूसरों का हौसला बढ़ा सकते हैं।
2 गवाही देने के मौके: बहुत-से लोग अपनी अपंगता से संघर्ष करते हुए भी सेवा में पूरी तरह हिस्सा ले रहे हैं। उदाहरण के लिए, एक बहन के ऑपरेशन का उसके चलने और बोलने की क्षमता पर बहुत बुरा असर पड़ा। जब उसका पति अपनी कार ऐसे फुटपाथ के पास खड़ी करता जहाँ लोगों का काफी आना-जाना लगा रहता है, तो वह पत्रिका देने का काम कर पाती थी। एक बार उसने सिर्फ दो घंटे में 80 पत्रिकाएँ बाँटीं! अपने अलग हालात की वजह से आपको ऐसे लोगों से मुलाकात करने का मौका मिल सकता है जिनसे आम तौर पर मिलना मुश्किल होता है। अगर आप ऐसा कर पाते हैं तो आप इन्हीं लोगों को अपने प्रचार का खास इलाका समझिए।
3 आपका प्रचार काम बहुत असरदार हो सकता है। जब दूसरे गौर करेंगे कि आपका इरादा कितना अटल है और बाइबल की सच्चाई ने आपके जीवन पर बढ़िया असर किया है, तो वे राज्य के संदेश की तरफ खिंच सकते हैं। इतना ही नहीं, जब आप ऐसे लोगों से मिलते हैं जो दुःख-तकलीफ सह रहे हैं, तब आप उन्हें परमेश्वर के वचन से सांत्वना दे सकते हैं, क्योंकि आपने खुद इसका अनुभव किया है।—2 कुरि. 1:4.
4 आप दूसरों को मज़बूत कर सकते हैं: क्या लॉरल निस्बट की जीवन कहानी से आपको उत्साह नहीं मिला? उसने 37 सालों तक साँस लेने की आइरन लंग मशीन में बंद पड़े रहने के बावजूद बाइबल की सच्चाई का सही ज्ञान पाने में 17 लोगों की मदद की थी। उस बहन की तरह आपकी मिसाल से भी हमारे भाई-बहनों में यह जोश पैदा हो सकता है कि वे यहोवा की सेवा में ज़्यादा-से-ज़्यादा मेहनत करें।—g93 1/22 पेज 18-21.
5 अगर आप अपने हालात की वजह से सेवा में उतना हिस्सा नहीं ले पाते जितना कि आप चाहते हैं, तब भी आप दूसरों का हौसला बढ़ा सकते हैं। एक भाई ने कहा: “मैंने जाना कि ऐसा इंसान भी दूसरों के बहुत काम आ सकता है जो गंभीर रूप से अपंग है। मैं और मेरी पत्नी कलीसिया के कई लोगों के लिए ऐसा सहारा हैं जो वे कभी-भी पा सकते हैं। अपनी परिस्थितियों के कारण हम हमेशा उपलब्ध रहते हैं।” लेकिन हो सकता है कि आप अपनी अपंगता की वजह से, चाहते हुए भी हमेशा जोश से काम न कर पाएँ। फिर भी, अगर आपको थोड़ी-बहुत मदद मिल जाए, तो आप सेवा में जी-जान से हिस्सा ले सकते हैं। इसलिए अगर आपको किसी तरह की मदद की ज़रूरत है, तो बेझिझक अपनी बात प्राचीनों को या कलीसिया के उन लोगों को बताइए जो आपकी मदद कर सकते हैं।
6 आप यहोवा की सेवा में जो कुछ करते हैं उसे वह देखता है, और तन-मन से की गयी आपकी सेवा से वह बहुत खुश भी होता है। (भज. 139:1-4) उस पर भरोसा रखने से वह आपको ऐसी ताकत देगा जिससे आप उसकी सेवा में कामयाबी और खुशी पा सकें।—2 कुरि. 12:7-10.