सेवा सभा की तालिका
जून 14 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 11 (85)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। पेज 4 पर दिए सुझावों का इस्तेमाल करके (अगर ये आपकी कलीसिया के इलाके के लिए कारगर हैं तो) दिखाइए कि जून 15 की प्रहरीदुर्ग और अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का दूसरा सुझाव) कैसे पेश की जा सकती हैं। एक प्रदर्शन में प्रचारक को दिखाना चाहिए कि बिज़नेस इलाकों में कैसे गवाही दी जा सकती है। इन सुझावों के बदले ऐसे दूसरे सुझाव इस्तेमाल किए जा सकते हैं जो बनावटी न लगें।
20 मि: “जो यहोवा पर भरोसा रखते हैं, वह उनकी मदद करता है।”a पैराग्राफ 4 पर चर्चा करते वक्त, मई 2000 की हमारी राज्य सेवकाई के पेज 3, पैराग्राफ 4, 5 और सेवा स्कूल किताब के पेज 67, पैराग्राफ 1 पर दिए मुद्दे भी बताइए।
15 मि: ड्रग्स क्यों नहीं लेनी चाहिए? रीज़निंग किताब के पेज 106-9 में दी गयी जानकारी पर श्रोताओं के साथ चर्चा। “मज़े के लिए” ड्रग्स लेना आज आम हो गया है। कई लोग दावा करते हैं कि ड्रग्स के इस्तेमाल से कोई नुकसान नहीं होता; यहाँ तक कि कुछ लोग कहते हैं कि ड्रग्स के सेवन को कानूनी मान्यता मिलनी चाहिए। चर्चा कीजिए कि हम ऐसे लोगों को कैसे दलीलें देकर समझा सकते हैं। नवंबर 8, 1999 की सजग होइए! (अँग्रेज़ी) के पेज 10 पर दिए बक्स के मुद्दे भी शामिल कीजिए।
गीत 2 (15) और प्रार्थना।
जून 21 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 18 (162)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।
15 मि: “स्वर्गदूत हमारी मदद कर रहे हैं।”b अगर समय हो तो उन आयतों पर श्रोताओं से सवाल पूछिए जिनका लेख में सिर्फ ज़िक्र किया गया है, मगर हवाला नहीं है।
20 मि: ऊपर से मिलनेवाला ज्ञान कोमल होता है। (याकू. 3:17) सेवा स्कूल किताब के पेज 251-2 में दी गयी जानकारी पर भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। कोमल होने का मतलब क्या है? अपनी सेवा में यह गुण दिखाना क्यों ज़रूरी है? हम प्रेरित पौलुस की मिसाल से क्या सीख सकते हैं? प्रचारक, अपने इलाके के लोगों की संस्कृति को कैसे ध्यान में रखकर बात कर सकते हैं? हम अपने बाइबल विद्यार्थियों को कोमलता का गुण दिखाने में कैसे मदद दे सकते हैं? एक-दो प्रचारकों को पहले से ही ऐसे अनुभव बताने को कहा जा सकता है जिनसे ज़ाहिर हो कि कोमलता दिखाने से क्या फायदे होते हैं।
गीत 8 (53) और प्रार्थना।
जून 28 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 16 (143)
12 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट। प्रचारकों को याद दिलाइए कि वे जून की प्रचार की रिपोर्ट डाल दें। पेज 4 पर दिए सुझावों का इस्तेमाल करके (अगर ये आपकी कलीसिया के इलाके के लिए कारगर हैं तो) दिखाइए कि जुलाई 1 की प्रहरीदुर्ग और अप्रैल-जून की सजग होइए! (पत्रिकाएँ पेश करने के कॉलम का चौथा सुझाव) कैसे पेश की जा सकती हैं। हर प्रदर्शन में, प्रचारक को शुरू में दोस्ताना तरीके से कुछ आम बातें करने को कहिए। श्रोताओं को बताइए कि ऐसी बातें कहने से घर-मालिक की घबराहट दूर होती है।
15 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।
18 मि: “कलीसिया पुस्तक अध्ययन—हमें क्यों इसकी ज़रूरत है।”c लेख में दिए सवालों का इस्तेमाल कीजिए। नवंबर 2002 की हमारी राज्य सेवकाई के पेज 1 पर दिए इस लेख से भी कुछ मुद्दे बताइए: “अपनी कलीसिया के पुस्तक अध्ययन ओवरसियर की मदद कीजिए।”
गीत 7 (51) और प्रार्थना।
जुलाई 5 से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 12 (113)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।
15 मि: आप क्या कहेंगे? भाषण और श्रोताओं के साथ चर्चा। जुलाई और अगस्त के दौरान हम लोगों को ब्रोशर पेश करेंगे। प्रचारकों को अपनी कलीसिया के इलाके में कौन-से ब्रोशर पेश करने से ज़्यादा कामयाबी मिली है? जुलाई 1998 की हमारी राज्य सेवकाई के पेज 8 पर दिए सुझावों या दूसरे पुराने अंकों में दिए सुझावों पर चर्चा कीजिए। इस बात पर ज़ोर दीजिए कि हर पेशकश में ये बातें शामिल हैं: (1) एक सवाल, (2) एक आयत और (3) साहित्य में दिया कोई एक मुद्दा। ऊपर बताए अंक में दिए एक-दो सुझावों का प्रदर्शन दिखाइए। सभी को बढ़ावा दीजिए कि वे खुशखबरी सुनाते वक्त बाइबल का इस्तेमाल ज़रूर करें।
20 मि: बच्चों को माता-पिता से क्या चाहिए? महान शिक्षक से सीखिए (अँग्रेज़ी) किताब के पेज 6-7 के आधार पर भाषण। बच्चों को सच्ची उपासना से जुड़े बाइबल सिद्धांत सीखना बहुत ज़रूरी है और उन्हें यह भी समझना है कि उनको ट्रेनिंग देने में माता-पिता की क्या अहम भूमिका है। इस किताब के अध्ययन के लिए दिए सुझावों पर चर्चा कीजिए। माता-पिताओं से पूछिए कि उन्होंने अध्ययन में मदद देनेवाली इस किताब का कैसे इस्तेमाल किया है। एक-दो बच्चों से पूछिए कि उन्हें यह किताब क्यों अच्छी लगती है।
गीत 23 (200) और प्रार्थना।
[फुटनोट]
a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
c एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।