घोषणाएँ
◼ फरवरी के लिए साहित्य पेशकश: यहोवा के करीब आओ किताब। जिन कलीसियाओं के पास यह किताब नहीं है, वे इसकी जगह सृष्टि (अँग्रेज़ी) किताब या रॆवलेशन क्लाइमैक्स किताब पेश कर सकती हैं। मार्च: ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है किताब पेश कीजिए। घर पर बाइबल अध्ययन शुरू करने की कोशिश कीजिए। अप्रैल और मई: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! दोनों पत्रिकाएँ दीजिए। दिलचस्पी दिखानेवालों से वापसी भेंट करते वक्त, उन लोगों से भी मिलिए जो कलीसिया के साथ पूरी तरह से संगति तो नहीं करते हैं, मगर स्मारक या दूसरी खास सभाओं में हाज़िर होते हैं। ऐसे लोगों को परमेश्वर की उपासना करें किताब पेश करने पर खास ध्यान दीजिए। इसका मकसद होना चाहिए, घर पर बाइबल अध्ययन शुरू करना, खासकर ऐसे लोगों के संग जो पहले ज्ञान किताब और माँग ब्रोशर से अध्ययन कर चुके हैं।
◼ प्रिसाइडिंग ओवरसियर या उसके ज़रिए नियुक्त किसी भाई को मार्च 1 या उसके बाद जल्द-से-जल्द कलीसिया के अकाउंट्स की ऑडिट करनी चाहिए। अगर किंगडम हॉल के रख-रखाव और निर्माण जैसे मामलों के लिए अलग से हिसाब-किताब रखा जाता है, तो उस अकाउंट्स की भी ऑडिट की जानी चाहिए। फिर जब कलीसिया की अगली अकाउंट्स रिपोर्ट पढ़कर सुनायी जाए तो उसके बाद ऑडिट किए जाने की घोषणा कीजिए।
◼ सेक्रेट्री और सर्विस ओवरसियर को चाहिए कि वे सभी रेग्युलर पायनियरों की सेवा का रिकॉर्ड देखें। अगर किसी पायनियर को घंटों की माँग पूरी करने में मुश्किल हो रही है, तो प्राचीनों को उसकी मदद करने के लिए कुछ इंतज़ाम करने चाहिए। इस बारे में सुझावों के लिए सालाना चिट्ठियाँ S-201 देखिए।
◼ सन् 2005 में स्मारक मौसम के खास जन भाषण का विषय होगा, “यीशु ने क्यों दुःख उठाया और अपनी जान दे दी?” इस बारे में सितंबर 2004 की हमारी राज्य सेवकाई में दी गयी घोषणा देखिए।
◼ मार्च 20, रविवार के दिन जन सभा के लिए सभी को हाज़िर होना चाहिए क्योंकि प्रचारकों के लिए किए गए एक इंतज़ाम के सिलसिले में खास घोषणा की जाएगी।
◼ अगर कोई प्रचारक खुद-ब-खुद शाखा दफ्तर से साहित्य मँगाता है तो शाखा दफ्तर उसे साहित्य नहीं भेजेगा। कलीसिया का लिट्रेचर ऑर्डर शाखा दफ्तर को भेजने से पहले, प्रिसाइडिंग ओवरसियर को हर महीने कलीसिया में घोषणा करवानी चाहिए ताकि जिन्हें अपने लिए साहित्य मँगवाना है, वे लिट्रेचर सर्वेंट को अपना ऑर्डर दे सकें। कृपया याद रखिए कि कौन-से प्रकाशन ‘स्पेशल रिक्वेस्ट आइटम्स’ हैं।
◼ मई 23, 2005 से शुरू होनेवाले हफ्ते से हम कलीसिया के पुस्तक अध्ययन में जागते रहो! ब्रोशर का अध्ययन करेंगे। उसके बाद, जून 27, 2005 के हफ्ते से दानिय्येल की भविष्यवाणी पर ध्यान दें! का अध्ययन करेंगे।
◼ मार्च 1, 2005 के अंक से मराठी में प्रहरीदुर्ग अर्ध-मासिक नहीं बल्कि मासिक पत्रिका होगी।
◼ उपलब्ध नए प्रकाशन:
मानवजाति द्वारा परमेश्वर की खोज —तमिल
जागते रहो! —अँग्रेज़ी, असमी, उर्दू, कन्नड़, गुजराती, तमिल, तेलगू, नेपाली, पंजाबी, बंगाली, मराठी, मलयालम, मिज़ो, हिंदी
सब जातियों के लोगों के लिए सुसमाचार —अँग्रेज़ी, कन्नड़, तमिल, तेलगू, मलयालम, हिंदी
◼ दोबारा उपलब्ध प्रकाशन:
चर्चा के लिए बाइबल के विषय —मराठी (दोबारा तैयार किया गया)