सँभालकर रखिए
ब्रोशर को पेश करने के सुझाव
इस इंसर्ट में तरह-तरह के सुझाव दिए गए हैं जिनकी मदद से आप ब्रोशर पेश करने की तैयारी कर सकते हैं। इन सुझावों को आप अपने इलाके के हालात के मुताबिक ढाल सकते हैं। इनके अलावा, आप चाहे तो दूसरे सुझाव भी इस्तेमाल कर सकते हैं। नीचे दिए सुझावों को नमूने के तौर पर इस्तेमाल करके आप उन ब्रोशरों को भी पेश करने की तैयारी कर सकते हैं, जिनकी चर्चा इस इंसर्ट में नहीं की गयी है।—जनवरी 2005 की हमारी राज्य सेवकाई, पेज 8 देखिए।
इस पेज पर दिए हर सुझाव में ये खास बातें दी गयी हैं: (1) बातचीत शुरू करने के लिए एक ऐसा सवाल जो घर-मालिक को सोचने पर मजबूर कर दे, (2) विषय से जुड़े मुद्दे ब्रोशर में कहाँ दिए गए हैं, इसका हवाला, और (3) एक आयत जो चर्चा के दौरान पढ़ी जा सकती है। फिर घर-मालिक क्या जवाब देता है, उसके हिसाब से आप अपनी पेशकश को ढाल सकते हैं।
अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिये!
“बहुत-से लोग सोचते हैं कि हमेशा की ज़िंदगी उन्हें स्वर्ग में मिलेगी। लेकिन धरती पर हमेशा तक जीने के बारे में आप क्या सोचते हैं?”—कवर पर चित्र; प्रका. 21:4.
क्या आपको त्रियेक में विश्वास करना चाहिए?
“कुछ लोग मानते हैं कि परमेश्वर त्रियेक है, जबकि दूसरे मानते हैं कि परमेश्वर सिर्फ एक है। इस बारे में हम जो विश्वास करते हैं क्या इससे कोई फर्क पड़ता है?”—पेज 3, पैरा. 3, 7-8; यूह. 17:3.
जब आपका कोई अपना मर जाए
“आज हम सभी को यह ब्रोशर दे रहे हैं। इससे उन लाखों लोगों को दिलासा और उम्मीद मिली है जिनके अज़ीज़ों की मौत हो गयी है। क्या आपने कभी सोचा है कि मरे हुओं के लिए क्या उम्मीद है?”—पेज 27, पैरा. 3; यूह. 5:28, 29.
“क्या आपने कभी सोचा है कि एक ऐसे इंसान को कैसे तसल्ली दें जिसका कोई अपना गुज़र गया है?”—पेज 20, पैरा. 1; नीति. 17:17.
परमेश्वर का नाम जो सदा तक बना रहेगा (अँग्रेज़ी)
“हममें से ज़्यादातर लोग एक प्रार्थना से अच्छी तरह वाकिफ हैं जो इस तरह शुरू होती है, ‘हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में है; तेरा नाम पवित्र माना जाए।’ (मत्ती 6:9) लेकिन क्या आपको मालूम है कि उस नाम को जानने पर ही हमारा उद्धार हो सकता है?”—पेज 28, पैरा. 1; रोमि. 10:13.
मरने पर हमारा क्या होता है? (अँग्रेज़ी)
“जब हमारे अपनों की मौत होती है, तो ऐसे में हम पूछते हैं कि वे कहाँ हैं और क्या हम उन्हें फिर कभी देख पाएँगे। क्या आपके मन में भी ऐसे सवाल आए हैं?”—पीछे के कवर पर दिए सवाल; अय्यू. 4:14, 15.
वह शासन जो प्रमोदवन लाएगा
“आज हम जिन मुश्किलों से गुज़र रहे हैं, उनसे छुटकारा पाने के लिए बहुत-से लोग तरस रहे हैं। आपके खयाल से क्या ऐसी कोई सरकार आएगी जो इन समस्याओं का हल कर सके?”—पेज 3, पैरा. 1; मत्ती 6:9, 10.
संतोष से भरी ज़िंदगी—कैसे हासिल की जा सकती है
“दुनिया-भर में लोग एक बेहतर ज़िंदगी जीना चाहते हैं। आपको क्या लगता है, क्या हम कभी संतोष से भरी ज़िंदगी जी पाएँगे?”—पेज 29, पैरा. 6; 2 पत. 3:13.
सब लोगों के लिए एक किताब
“क्या आपको लगता है कि बाइबल में जो सलाह दी गयी है, वह आज हमारे दिनों के लिए फायदेमंद है?”—पेज 22, चित्र शीर्षक; पेज 23, बक्स का पैरा. 3; नीति. 25:11.