क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?
ब्रोशर पेश करने के सुझाव
किसी दिल-दहलानेवाले हादसे का ज़िक्र करने के बाद, आप यह कह सकते हैं:
“क्या आपने कभी सोचा है कि अगर परमेश्वर को सचमुच हमारी परवाह है, तो वह हम इंसानों को दुःख-तकलीफों से गुज़रने क्यों देता है? [जवाब के लिए रुकिए।] इस सवाल का सही-सही जवाब इस ब्रोशर में दिया गया है। साथ ही, यह ब्रोशर बताता है कि परमेश्वर बहुत जल्द क्या करनेवाला है। [पेज 27 पर दी गयी तसवीरें दिखाइए और पैराग्राफ 22 में दिया भजन 145:16 पढ़िए।] परमेश्वर, इंसान के सारे दुःखों को कैसे मिटाएगा? मैं अगली बार आकर इस सवाल पर आपके साथ चर्चा करना चाहूँगा।” ब्रोशर पेश कीजिए और दोबारा मिलने का इंतज़ाम कीजिए।
वापसी भेंट में आप यह कह सकते हैं:
“पिछली बार जब मैं आपके घर आया था, तब हमने यह आयत पढ़ी थी। [भजन 145:16 पढ़िए या मुँह-ज़बानी बताइए।] इसके बाद मैंने एक सवाल पूछा था कि परमेश्वर, इंसान के सारे दुःखों को कैसे मिटाएगा?” उसे अपना ब्रोशर निकालने को कहिए। फिर पेज 27-8 खोलिए और पैराग्राफ 23-5 पर चर्चा कीजिए। बाइबल अध्ययन की पेशकश कीजिए, या फिर अगली मुलाकात में पैराग्राफ 26-7 पर चर्चा करने का इंतज़ाम कीजिए।
एक किशोर प्रचारक यह कह सकता है:
“मेरी उम्र के बहुत-से जवानों को फिक्र है कि आनेवाले 10-15 सालों में न जाने इस दुनिया का क्या होगा। आपको क्या लगता है, उस समय ज़िंदगी कैसी होगी? [जवाब के लिए रुकिए।] आज चारों तरफ जो समस्याएँ हैं, वे दिखाती हैं कि हम अंतिम दिनों में जी रहे हैं। [2 तीमुथियुस 3:1-3 पढ़िए।] यह ब्रोशर इन सवालों के जवाब देता है। [कवर पर दिए सवाल पढ़िए और ब्रोशर पेश कीजिए।] मैं दोबारा आऊँगा और अगर आपके पास कुछ मिनट होंगे, तो मैं आपको एक ऐसे समय के बारे में बताना चाहूँगा जब बीमारी और बुढ़ापा नहीं रहेगा। मुझे यकीन है कि इससे आपको ज़रूर हौसला मिलेगा।” दोबारा मिलने का इंतज़ाम कीजिए।
दोबारा मिलने पर आप यह कह सकते हैं:
“हमारी पिछली बातचीत में, मैंने कहा था कि मैं आपको एक ऐसे समय के बारे में बताऊँगा जब बीमारी और बुढ़ापा नहीं रहेगा। यह मुद्दा यहाँ पर दिया गया है।” उसे अपना ब्रोशर निकालने को कहिए। फिर पेज 23-4 पर दिए पैराग्राफ 6-7 पढ़िए और चर्चा कीजिए। अगली दफा पैराग्राफ 8-9 पर चर्चा करने का इंतज़ाम कीजिए।
एक बच्चे के साथ प्रचार करते वक्त, बालिग प्रचारक अपना और उस बच्चे का नाम बताकर यह कह सकता है:
“अगर आपकी इजाज़त हो, तो ________ आपको यह आयत पढ़कर सुनाना चाहेगा। [बच्चा, भजन 37:29 पढ़ता है और चंद शब्दों में आयत के बारे में समझाता है।] यह ब्रोशर बताता है कि परमेश्वर, इंसानों और धरती के लिए कैसे अपना मकसद पूरा करेगा। [पेज 24-7 पर दी गयी तसवीरें दिखाइए।] अगली बार जब हम आएँगे, तो मैं आपको दिखाना चाहूँगा कि बाइबल, मरे हुओं के जी उठने के बारे में क्या ही शानदार वादा करती है।” ब्रोशर पेश कीजिए और दोबारा आने का इंतज़ाम कीजिए।
वापसी भेंट पर बालिग प्रचारक यह कह सकता है:
“पिछली दफा हमने भजन 37:29 पढ़ा था। और मैंने बताया था कि मैं अगली बार आकर आपको दिखाऊँगा कि बाइबल मरे हुओं के जी उठने के बारे में क्या बताती है। ध्यान दीजिए कि यहाँ क्या लिखा है।” उसे अपना ब्रोशर निकालने को कहिए और पेज 24-5 पर दिए पैराग्राफ 12-14 पर चर्चा कीजिए। बाइबल अध्ययन की पेशकश कीजिए, या फिर अगली मुलाकात में पैराग्राफ 15-16 पर चर्चा करने का इंतज़ाम कीजिए।