सन् 2006 के लिए परमेश्वर की सेवा स्कूल का कार्यक्रम
हिदायतें
सन् 2006 के दौरान, परमेश्वर की सेवा स्कूल आगे बताए इंतज़ाम के मुताबिक चलाया जाएगा।
किताबें: द होली बाइबल हिंदी [O.V.], प्रहरीदुर्ग [w-HI], परमेश्वर की सेवा स्कूल से फायदा उठाइए [be-HI], “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र”—सच्चा और फायदेमंद [bsi06-HI], और चर्चा के लिए बाइबल के विषय [td-HI]।
स्कूल वक्त पर शुरू होना चाहिए। गीत, प्रार्थना और स्वागत के चंद शब्दों से स्कूल की शुरूआत करने के बाद नीचे दी गयी हिदायतों के मुताबिक स्कूल चलाइए। हर भाग के बाद स्कूल अध्यक्ष अगले भाग का परिचय देगा।
भाषण का गुण: 5 मिनट। स्कूल अध्यक्ष, सहायक सलाहकार या कोई और काबिल प्राचीन सेवा स्कूल किताब में से भाषण के एक गुण पर चर्चा करेगा। (जिन कलीसियाओं में प्राचीन कम हैं, वहाँ काबिल सहायक सेवकों को यह भाग दिया जा सकता है।)
भाग नं. 1: 10 मिनट। इस भाग को एक काबिल प्राचीन या सहायक सेवक पेश करेगा। इसकी जानकारी प्रहरीदुर्ग पत्रिका, परमेश्वर की सेवा स्कूल से फायदा उठाइए, या “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र”—सच्चा और फायदेमंद किताब से ली जाएगी। इस भाग को दस मिनट के हिदायत-भाषण के तौर पर पेश करना चाहिए और इसके आखिर में सवाल नहीं पूछना चाहिए। इस भाग का मकसद, सिर्फ जानकारी पेश करना नहीं बल्कि यह ज़ोर देना है कि जानकारी पर कैसे अमल किया जाना चाहिए। इसलिए कलीसिया को जिन मुद्दों से फायदा होगा, उन पर इस भाग में खास ज़ोर दिया जाना चाहिए। स्कूल के कार्यक्रम में जो विषय दिया जाता है, उसी का इस्तेमाल करना चाहिए। जिन भाइयों को यह भाग सौंपा जाता है, उनसे उम्मीद की जाती है कि वे दिए गए समय में ही अपना भाग खत्म करें। ज़रूरत पड़ने पर, उन्हें अकेले में सलाह दी जा सकती है।
बाइबल पढ़ाई की झलकियाँ: 10 मिनट। यह भाग एक काबिल प्राचीन या सहायक सेवक देगा। उसे पहले पाँच मिनट के लिए कलीसिया की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर यह समझाना होगा कि जानकारी को कैसे लागू किया जा सकता है। यह भाई, हफ्ते की बाइबल पढ़ाई के किसी भी हिस्से पर चर्चा कर सकता है। मगर झलकियाँ पेश करने का मतलब, सिर्फ पढ़ाई के हिस्से का सारांश देना नहीं है। इस भाग का खास मकसद है, हाज़िर लोगों को यह समझने में मदद देना कि यह जानकारी उनके लिए क्यों और कैसे अहमियत रखती है। भाई को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह पाँच मिनट से ज़्यादा वक्त न ले। और यह भी कि वह पाँच मिनट श्रोताओं के जवाबों के लिए रखे। वह सभा में हाज़िर लोगों से कहेगा कि वे चंद शब्दों में (30 या उससे कम सेकंड में) बताएँ कि उन्हें बाइबल पढ़ाई में कौन-सी बात अच्छी लगी और उन्हें क्या फायदा हुआ। उसके बाद स्कूल अध्यक्ष, विद्यार्थियों को अपने-अपने क्लासरूम में जाने के लिए कहेगा।
भाग नं. 2: 4 मिनट या उससे कम। यह पढ़ाई का भाग है जो एक भाई पेश करेगा। विद्यार्थी को दिया गया भाग सिर्फ पढ़ना चाहिए, उसे शुरूआत और आखिर में कुछ कहने की ज़रूरत नहीं। भजनों की किताब का कोई हिस्सा पढ़ते वक्त उसे ऊपरिलेख भी पढ़ना चाहिए। स्कूल अध्यक्ष खासकर ऐसी काबिलीयतें बढ़ाने में विद्यार्थियों की मदद करेगा, जैसे समझ और प्रवाह के साथ पढ़ना, सही तरीके से मतलब पर ज़ोर देना, आवाज़ में उतार-चढ़ाव लाना, सही ठहराव देना और सहजता से पढ़ना।
भाग नं. 3: 5 मिनट। यह भाग किसी बहन को दिया जाएगा। इस भाग के लिए उसे सेवा स्कूल किताब के पेज 82 पर दी गयी सूची में से या तो एक सैटिंग दी जाएगी, या फिर उसे खुद उसमें से सैटिंग चुननी होगी। विद्यार्थी को दिए गए विषय का इस्तेमाल करना चाहिए और उसे प्रचार के किसी पहलू पर इस तरह लागू करना चाहिए कि वह सच्चा लगे और अपने इलाके में प्रचार करने के लिए कलीसिया के काम आए। अगर शेड्यूल में यह नहीं बताया गया है कि इस भाग के लिए कहाँ से जानकारी लेनी है, तो विद्यार्थी को हमारे साहित्य से खुद खोजबीन करके अपने भाग के लिए जानकारी इकट्ठी करनी होगी। नए विद्यार्थियों को ऐसा भाग दिया जाना चाहिए, जिसमें बताया गया हो कि किस किताब से जानकारी लेनी है। स्कूल अध्यक्ष का खास ध्यान इस बात पर होगा कि विद्यार्थी किस तरह जानकारी पेश करती और समझाती है, और कैसे घर-मालिक को बाइबल की आयतों पर गहराई से सोचने और भाषण के खास मुद्दों को समझने में मदद देती है। स्कूल अध्यक्ष एक और बहन को उसका सहायक ठहराएगा।
भाग नं. 4: 5 मिनट। विद्यार्थी को दिए गए विषय पर ही भाषण देना चाहिए। अगर शेड्यूल में यह नहीं बताया गया है कि इस भाग के लिए कहाँ से जानकारी लेनी है, तो विद्यार्थी को हमारे साहित्य से खुद खोजबीन करके अपने भाग के लिए जानकारी इकट्ठी करनी होगी। अगर यह भाग एक भाई को सौंपा जाता है, तो उसे राज्य घर में हाज़िर लोगों को ध्यान में रखकर इसे एक भाषण के रूप में पेश करना चाहिए। अगर यह भाग एक बहन को दिया जाता है, तो उसे भाग नं. 3 की हिदायतों का पालन करना होगा। अगर स्कूल अध्यक्ष को लगता है कि फलाँ भाग नं. 4 किसी भाई को देना सही होगा, तो वह ऐसा कर सकता है। ध्यान दीजिए कि जिन विषयों के साथ यह निशान (*) दिया गया है, वे भाग सिर्फ भाइयों को दिए जाने चाहिए, जो इन्हें भाषण के रूप में पेश करेंगे।
वक्त: हर भाषण बताए गए वक्त के अंदर खत्म होना चाहिए और सलाहकार को भी उतना ही वक्त लेना चाहिए जितना उसे दिया गया है। भाग नं. 2, 3 और 4 पेश करनेवाले विद्यार्थियों का अगर समय पूरा हो जाता है, तो समझ-बूझ के साथ उन्हें रुकने का इशारा किया जा सकता है। और अगर भाषण के गुण पर चर्चा करनेवाला भाई या भाग नं. 1 या बाइबल पढ़ाई से झलकियाँ पेश करनेवाला भाई ज़्यादा समय ले लेता है, तो उसे अकेले में सलाह दी जानी चाहिए। सभी को ध्यान रखना चाहिए कि वे वक्त पर अपना भाग खत्म करें। गीत और प्रार्थना को छोड़कर, पूरे कार्यक्रम का कुल समय है: 45 मिनट।
सलाह: 1 मिनट। भाग नं. 2, 3 और 4 के बाद, स्कूल अध्यक्ष को यह बताने के लिए कि भाई या बहन के भाग में क्या बात काबिले-तारीफ थी, सिर्फ एक मिनट लेना चाहिए। उसका सिर्फ इतना कहना काफी नहीं कि यह भाग “बहुत अच्छा” था, बल्कि साफ-साफ कारण बताना चाहिए कि इस भाग में भाई/बहन का फलाँ गुण क्यों असरदार था। अगर विद्यार्थी को सुधार के लिए कुछ सलाह देने की ज़रूरत है, तो उसे सभा के बाद या दूसरे वक्त पर अलग से सलाह दी जा सकती है।
सहायक सलाहकार: स्कूल अध्यक्ष के अलावा, अगर कोई और काबिल प्राचीन है, तो उसे प्राचीनों का निकाय सहायक सलाहकार की ज़िम्मेदारी सौंप सकता है। अगर कलीसिया में कई योग्य प्राचीन हैं, तो हर साल इस ज़िम्मेदारी को अलग-अलग प्राचीन निभा सकते हैं। सहायक सलाहकार की ज़िम्मेदारी है, ज़रूरत पड़ने पर भाग नं. 1 और बाइबल झलकियाँ पेश करनेवाले भाइयों को अकेले में सलाह देना। मगर ज़रूरी नहीं कि जब भी कोई प्राचीन या सहायक सेवक भाग पेश करता है, तो वह उसे सलाह दे।
सलाह पर्चा: सेवा स्कूल किताब में है।
ज़बानी चर्चा: 30 मिनट। हर दो महीने में एक बार, स्कूल अध्यक्ष ज़बानी चर्चा का कार्यक्रम चलाएगा। इस कार्यक्रम से पहले, जैसे ऊपर बताया है, भाषण के एक गुण पर चर्चा की जाएगी, साथ ही बाइबल पढ़ाई की झलकियाँ पेश की जाएँगी। ज़बानी चर्चा, पिछले दो महीनों और उसी हफ्ते के स्कूल में दी गयी जानकारी पर होगी। अगर ज़बानी चर्चा के हफ्ते में आपकी कलीसिया का सर्किट सम्मेलन है, तो चर्चा को (और उस हफ्ते के बाकी कार्यक्रम को भी) अगले हफ्ते के लिए छोड़ देना चाहिए। और अगले हफ्ते का पूरा कार्यक्रम सम्मेलन में पेश किया जाएगा। अगर ज़बानी चर्चा के हफ्ते में सर्किट अध्यक्ष आपकी कलीसिया का दौरा करने आता है, तो उस हफ्ते के शेड्यूल के मुताबिक ही गीत, भाषण गुण का भाग और बाइबल झलकियाँ पेश की जानी चाहिए। हिदायत भाषण (जो भाषण गुण के भाग के बाद दिया जाता है) अगले हफ्ते के कार्यक्रम से लिया जाना चाहिए। और अगले हफ्ते के स्कूल में, शेड्यूल के मुताबिक भाषण गुण का भाग और बाइबल की झलकियाँ पेश की जाएँगी और उसके बाद ज़बानी चर्चा होगी।
कार्यक्रम
जन. 2 बाइबल पढ़ाई: 2 इतिहास 29-32 गीत 21 (191)
भाषण का गुण: परमेश्वर की सेवा स्कूल से पूरा फायदा उठाइए (be-HI पेज 5 ¶1–पेज 8 ¶1)
नं. 1: परमेश्वर का वचन पढ़ने में दिली खुशी पाइए (be-HI पेज 9 ¶1–पेज 10 ¶1)
नं. 2: 2 इतिहास 30:1-12
नं. 3: सच्चे मसीही क्यों गंदी भाषा इस्तेमाल नहीं करते
नं. 4: td-HI 1क “दुनिया के अंत” का मतलब क्या है?
जन. 9 बाइबल पढ़ाई: 2 इतिहास 33-36 गीत 4 (43)
भाषण का गुण: सही-सही पढ़ना (be-HI पेज 83 ¶1–5)
नं. 1: 2 इतिहास—क्यों फायदेमंद है (bsi06-HI पेज 4 ¶34-6)
नं. 2: 2 इतिहास 34:1-11
नं. 3: td-HI 1ख अंतिम दिनों की निशानियाँ देखने के लिए जागते रहना ज़रूरी है
नं. 4: बाइबल के नैतिक स्तरों को सख्ती से मानने में कभी शर्मिंदा महसूस मत कीजिए
जन. 16 बाइबल पढ़ाई: एज्रा 1-5 गीत 11 (85)
भाषण का गुण: सही-सही कैसे पढ़ें (be-HI पेज 84 ¶1–पेज 85 ¶3)
नं. 1: एज्रा का परिचय (bsi06-HI पेज 5-6 ¶1-7)
नं. 2: एज्रा 1:1-11
नं. 3: खरा विवेक होने के फायदे
नं. 4: td-HI 2क पवित्र आत्मा क्या है
जन. 23 बाइबल पढ़ाई: एज्रा 6-10 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: शब्द साफ-साफ बोलना (be-HI पेज 86 ¶1-6)
नं. 1: एज्रा—क्यों फायदेमंद है (bsi06-HI पेज 6-7 ¶14-18)
नं. 2: एज्रा 6:1-12
नं. 3: td-HI 2ख जीवन-शक्ति को आत्मा कहा गया है
नं. 4: a शादी के बारे में परमेश्वर का नज़रिया
जन. 30 बाइबल पढ़ाई: नहेमायाह 1-4 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: साफ-साफ कैसे बोलें (be-HI पेज 87 ¶1–पेज 88 ¶3)
नं. 1: नहेमायाह का परिचय (bsi06-HI पेज 7-8 ¶1-5)
नं. 2: नहेमायाह 2:1-10
नं. 3: सबसे अहम किस्म की सुरक्षा
नं. 4: td-HI 2ग प्रेतात्मवाद से दूर रहना चाहिए, क्योंकि यह दुष्टात्माओं का काम है
फर. 6 बाइबल पढ़ाई: नहेमायाह 5-8 गीत 5 (46)
भाषण का गुण: सही उच्चारण—कुछ अहम बातों पर गौर कीजिए (be-HI पेज 89 ¶1–पेज 90 ¶3)
नं. 1: रोज़ बाइबल पढ़िए (be-HI पेज 10 ¶2–पेज 12 ¶3)
नं. 2: नहेमायाह 5:1-13
नं. 3: td-HI 3क इब्लीस या शैतान एक आत्मिक व्यक्ति है
नं. 4: “अपने हृदय की रक्षा कर” (नीति. 4:23, नयी हिन्दी बाइबिल)
फर. 13 बाइबल पढ़ाई: नहेमायाह 9-11 गीत 13 (124)
भाषण का गुण: उच्चारण सुधारने के तरीके (be-HI पेज 90 ¶4–पेज 92)
नं. 1: युद्ध के बजाय शांति से जीने की तालीम पाना (w04-HI 1/1 पेज 6 ¶8–पेज 7 ¶5)
नं. 2: नहेमायाह 10:28-37
नं. 3: हमारे लिए यहोवा के प्यार के सबूत
नं. 4: td-HI 3ख इब्लीस, संसार का अदृश्य शासक है
फर. 20 बाइबल पढ़ाई: नहेमायाह 12-13 गीत 20 (93)
भाषण का गुण: प्रवाह के साथ भाषण देना (be-HI पेज 93 ¶1–पेज 94 ¶3)
नं. 1: नहेमायाह—क्यों फायदेमंद है (bsi06-HI पेज 8-9 ¶16-19)
नं. 2: नहेमायाह 13:1-14
नं. 3: td-HI 3ग दुष्टात्माएँ बगावती स्वर्गदूत हैं
नं. 4: b हिंसा को बढ़ावा देनेवाले वीडियो गेम, मसीहियों के लिए नहीं हैं
फर. 27 बाइबल पढ़ाई: एस्तेर 1-5 गीत 22 (130)
भाषण का गुण: प्रवाह के साथ भाषण देने में सुधार कैसे करें (be-HI पेज 94 ¶4–पेज 96 ¶3, पेज 95 के बक्स को छोड़)
ज़बानी चर्चा
मार्च 6 बाइबल पढ़ाई: एस्तेर 6-10 गीत 11 (85)
भाषण का गुण: हकलाने की समस्या का सामना करना (be-HI पेज 95, बक्स)
नं. 1: एस्तेर का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi06-HI पेज 9-11 ¶1-6, 16-18)
नं. 2: एस्तेर 6:1-10
नं. 3: कोमल उत्तर सुनने से जलजलाहट ठंडी होती है
नं. 4: td-HI 4क उद्धार परमेश्वर की ओर से और यीशु के छुड़ौती बलिदान के ज़रिए मिलेगा
मार्च 13 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 1-5 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: विराम-चिन्ह पर और विचार बदलने पर ठहरना (be-HI पेज 97 ¶1–पेज 99 ¶1)
नं. 1: अय्यूब का परिचय (bsi06-HI पेज 11-13 ¶1-6)
नं. 2: अय्यूब 2:1-13
नं. 3: td-HI 4ख यह शिक्षा बाइबल से नहीं कि “एक बार उद्धार पाने से हमेशा के लिए उद्धार हो जाता है”
नं. 4: सच्चे मसीही क्यों कुड़कुड़ाने से दूर रहते हैं
मार्च 20 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 6-10 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: ज़ोर देने के लिए ठहरना, सुनने के लिए ठहरना (be-HI पेज 99 ¶2–पेज 100 ¶4)
नं. 1: आध्यात्मिक आदर्श सबसे उत्तम हैं (w04-HI 10/15 पेज 4 ¶2–पेज 5 ¶3)
नं. 2: अय्यूब 7:1-21
नं. 3: शुद्ध मन के होने का मतलब क्या है
नं. 4: td-HI 4ग यह शिक्षा बाइबल के खिलाफ है कि “पूरे संसार का उद्धार होगा”
मार्च 27 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 11-15 गीत 16 (143)
भाषण का गुण: सही तरीके से मतलब पर ज़ोर देना (be-HI पेज 101 ¶1–पेज 102 ¶3)
नं. 1: “चौकस रहो, कि तुम किस रीति से सुनते हो” (be-HI पेज 13 ¶1–पेज 14 ¶4)
नं. 2: अय्यूब 12:1-25
नं. 3: td-HI 5क यीशु की निंदा करने के लिए उसे काठ पर लटकाया गया
नं. 4: मसीही सेवा से हमें खुशी क्यों मिलती है
अप्रै. 3 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 16-20 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: मतलब पर ज़ोर देने में सुधार करना (be-HI पेज 102 ¶4–पेज 104 ¶4)
नं. 1: हम परमेश्वर के लिए अपना प्रेम कैसे दिखाते हैं (w04-HI 3/1 पेज 19-21)
नं. 2: अय्यूब 16:1-22
नं. 3: यहोवा किस तरह लोगों को अपनी ओर खींचता है कि वे उसकी उपासना करें
नं. 4: td-HI 5ख क्रूस की उपासना नहीं करनी चाहिए
अप्रै. 10 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 21-27 गीत 17 (187)
भाषण का गुण: खास विचारों पर ज़ोर देना (be-HI पेज 105 ¶1–पेज 106 ¶1)
नं. 1: आध्यात्मिक आदर्शों पर चलना फायदे लाता है (w04-HI 10/15 पेज 5 ¶4–पेज 7 ¶2)
नं. 2: अय्यूब 24:1-20
नं. 3: यहोवा असीम सामर्थ देता है
नं. 4: td-HI 6क सभी मसीहियों को गवाही देनी चाहिए, खुशखबरी सुनानी चाहिए
अप्रै. 17 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 28-32 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: सुननेवालों के हिसाब से सही आवाज़ (be-HI पेज 107 ¶1–पेज 108 ¶5)
नं. 1: सभाओं और सम्मेलनों में सुनना (be-HI पेज 14 ¶5–पेज 16 ¶5)
नं. 2: अय्यूब 29:1-25
नं. 3: td-HI 6ख लोगों से बार-बार जाकर मिलने, लगातार गवाही देने की ज़रूरत है
नं. 4: यीशु के सिखाने का तरीका देखकर भीड़ चकित क्यों हो गयी
अप्रै. 24 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 33-37 गीत 5 (46)
भाषण का गुण: अपनी आवाज़ सुधारने के तरीके (be-HI पेज 109 ¶1–पेज 110 ¶2)
ज़बानी चर्चा
मई 1 बाइबल पढ़ाई: अय्यूब 38-42 गीत 1 (13)
भाषण का गुण: उतार-चढ़ाव—अपनी आवाज़ ऊँची-नीची कीजिए (be-HI पेज 111 ¶1–पेज 112 ¶3)
नं. 1: अय्यूब—क्यों फायदेमंद है (bsi06-HI पेज 13-14 ¶39-43)
नं. 2: अय्यूब 38:1-24
नं. 3: यशायाह 60:22 की भविष्यवाणी आज कैसे पूरी हो रही है?
नं. 4: td-HI 6ग खून के इलज़ाम से बचने के लिए गवाही देना ज़रूरी है
मई 8 बाइबल पढ़ाई: भजन 1-10 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: उतार-चढ़ाव—रफ्तार घटाना-बढ़ाना (be-HI पेज 112 ¶4–पेज 113 ¶2)
नं. 1: भजन संहिता का परिचय—भाग 1 (bsi06-HI पेज 14-15 ¶1-5)
नं. 2: भजन 4:1–5:12
नं. 3: td-HI 7क अन्यजातियों का समय सन् 1914 में खत्म हुआ
नं. 4: खरी बातों के आदर्श को थामे रहना
मई 15 बाइबल पढ़ाई: भजन 11-18 गीत 9 (37)
भाषण का गुण: उतार-चढ़ाव—स्वर-बल में फेरबदल कीजिए (be-HI पेज 113 ¶3–पेज 114 ¶3)
नं. 1: भजन संहिता का परिचय—भाग 2 (bsi06-HI पेज 15-17 ¶6-11)
नं. 2: भजन 14:1–16:6
नं. 3: सच्चे मसीही किन तरीकों से संसार के भाग नहीं हैं?
नं. 4: td-HI 8क आध्यात्मिक चंगाई से हमेशा के फायदे होते हैं
मई 22 बाइबल पढ़ाई: भजन 19-25 गीत 29 (222)
भाषण का गुण: भावनाओं के साथ बात कीजिए (be-HI पेज 115 ¶1–पेज 116 ¶4)
नं. 1: सुबुद्धि अनुग्रह दिलाती है (w04-HI 7/15 पेज 27 ¶4–पेज 28 ¶4)
नं. 2: भजन 22:1-22
नं. 3: td-HI 8ख परमेश्वर का राज्य शारीरिक बीमारियों को हमेशा के लिए मिटा देगा
नं. 4: c परमेश्वर की चितौनियाँ क्या हैं, और हमें क्यों उन्हें मानना चाहिए?
मई 29 बाइबल पढ़ाई: भजन 26-33 गीत 5 (46)
भाषण का गुण: जानकारी के हिसाब से जोश दिखाना (be-HI पेज 117 ¶1-5)
नं. 1: आप अपनी याददाश्त बढ़ा सकते हैं (be-HI पेज 17 ¶1–पेज 19 ¶1)
नं. 2: भजन 30:1–31:8
नं. 3: सच्चाई किन तरीकों से हमें आज़ाद करती है?
नं. 4: td-HI 8ग आज के चंगाई के कामों पर परमेश्वर की मंज़ूरी होने का कोई सबूत नहीं है
जून 5 बाइबल पढ़ाई: भजन 34-37 गीत 26 (212)
भाषण का गुण: स्नेह ज़ाहिर करना (be-HI पेज 118 ¶1–पेज 119 ¶5)
नं. 1: प्रार्थना की ताकत (w04-HI 8/15 पेज 18 ¶6–पेज 19 ¶10)
नं. 2: भजन 34:1-22
नं. 3: td-HI 8घ अन्य-अन्य भाषाएँ बोलने का इंतज़ाम थोड़े समय के लिए था
नं. 4: किस-किस तरह की मूर्तिपूजा से हमें दूर भागना चाहिए?
जून 12 बाइबल पढ़ाई: भजन 38-44 गीत 9 (37)
भाषण का गुण: भावनाएँ ज़ाहिर करना (be-HI पेज 119 ¶6–पेज 120 ¶5)
नं. 1: याद रखने में परमेश्वर की आत्मा की भूमिका (be-HI पेज 19 ¶2–पेज 20 ¶3)
नं. 2: भजन 40:1-17
नं. 3: सच्चा विज्ञान, बाइबल की बातों को नहीं काटता
नं. 4: td-HI 9क चर्च का आध्यात्मिक अर्थ है, मसीह पर बनाया गया है
जून 19 बाइबल पढ़ाई: भजन 45-51 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: हाव-भाव और चेहरे के भावों की अहमियत (be-HI पेज 121 ¶1-4)
नं. 1: यीशु कब आता है? (w04-HI 3/1 पेज 16, बक्स)
नं. 2: भजन 46:1–47:9
नं. 3: td-HI 9ख चर्च की नींव पतरस नहीं था
नं. 4: एक मसीही निर्बल होते हुए भी बलवंत कैसे हो सकता है? (2 कुरि. 12:10)
जून 26 बाइबल पढ़ाई: भजन 52-59 गीत 11 (85)
भाषण का गुण: हाव-भाव और चेहरे के भाव का इस्तेमाल करना (be-HI पेज 122 ¶1–पेज 123 ¶3)
ज़बानी चर्चा
जुला. 3 बाइबल पढ़ाई: भजन 60-68 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: प्रचार में लोगों से नज़र मिलाकर बात करना (be-HI पेज 124 ¶1–पेज 125 ¶4)
नं. 1: यहोवा की नम्रता हमारे लिए क्या मायने रखती है (w04-HI 11/1 पेज 29-30)
नं. 2: भजन 60:1–61:8
नं. 3: क्या मसीही कामों में हिस्सा लेने से हमें परमेश्वर के नियमों को न मानने की छूट मिल जाती है?
नं. 4: td-HI 10क शुरू के मसीही, जन्मदिन और क्रिसमस नहीं मनाते थे
जुला. 10 बाइबल पढ़ाई: भजन 69-73 गीत 9 (37)
भाषण का गुण: भाषण देते वक्त नज़र मिलाकर बात करना (be-HI पेज 125 ¶5–पेज 127 ¶2)
नं. 1: पढ़ने में ध्यान क्यों लगाए रहें? (be-HI पेज 21 ¶1–पेज 23 ¶3)
नं. 2: भजन 71:1-18
नं. 3: td-HI 11क यीशु का इंसानी जीवन “सब के छुटकारे” के लिए दिया गया
नं. 4: d मसीहियों को सबको बराबर नज़र से क्यों देखना चाहिए
जुला. 17 बाइबल पढ़ाई: भजन 74-78 गीत 20 (93)
भाषण का गुण: प्रचार में सहजता (be-HI पेज 128 ¶1–पेज 129 ¶1)
नं. 1: सही मंशा के साथ पढ़िए (be-HI पेज 23 ¶4–पेज 26 ¶5)
नं. 2: भजन 75:1–76:12
नं. 3: यहोवा को ढूँढ़ने में क्या शामिल है? (सप. 2:3)
नं. 4: td-HI 11ख छुड़ौती बराबरी की कीमत थी
जुला. 24 बाइबल पढ़ाई: भजन 79-86 गीत 16 (143)
भाषण का गुण: स्टेज पर सहजता (be-HI पेज 129 ¶2–पेज 130 ¶1)
नं. 1: ‘खरे लोगों का डेरा आबाद रहेगा’ (w04-HI 11/15 पेज 26 ¶1–पेज 28 ¶2)
नं. 2: भजन 82:1–83:18
नं. 3: td-HI 12क आज्ञा माननेवाले इंसानों से अनंत जीवन का पक्का वादा किया गया है
नं. 4: क्या असिद्ध इंसान वाकई परमेश्वर को खुश कर सकते हैं?
जुला. 31 बाइबल पढ़ाई: भजन 87-91 गीत 15 (127)
भाषण का गुण: पढ़कर सुनाते वक्त सहजता (be-HI पेज 130 ¶2-4)
नं. 1: जब “ज्ञान सहज से मिलता है” और बुद्धि हमें राह दिखाती है (w04-HI 11/15 पेज 28 ¶3–पेज 29 ¶7)
नं. 2: भजन 89:1-21
नं. 3: बाइबल का अध्ययन करना हमारी उपासना का हिस्सा है
नं. 4: td-HI 12ख स्वर्गीय जीवन सिर्फ उनको मिलेगा जो मसीह की देह का हिस्सा हैं
अग. 7 बाइबल पढ़ाई: भजन 92-101 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: अपने शरीर और कपड़ों को साफ रखना, हमारे संदेश की शोभा बढ़ाता है (be-HI पेज 131 ¶1-3)
नं. 1: अध्ययन कैसे करें (be-HI पेज 27 ¶1–पेज 31 ¶2)
नं. 2: भजन 92:1–93:5
नं. 3: td-HI 12ग अनगिनत लोगों यानी ‘अन्य भेड़ों’ को धरती पर जीवन देने का वादा किया गया है
नं. 4: शुद्ध और खरे चालचलन की अहमियत
अग. 14 बाइबल पढ़ाई: भजन 102-105 गीत 26 (212)
भाषण का गुण: शालीनता और संयम का एक इंसान के कपड़ों और बनाव-श्रंगार पर क्या असर होता है (be-HI पेज 131 ¶4–पेज 132 ¶3)
नं. 1: “हे यहोवा तेरे काम अनगिनित हैं!” (w04-HI 11/15 पेज 8-9)
नं. 2: भजन 104:1-24
नं. 3: हमें क्यों जागते रहने की ज़रूरत है
नं. 4: td-HI 13क झूठे भविष्यवक्ताओं के आने की भविष्यवाणी की गयी थी; वे प्रेरितों के दिनों में भी थे
अग. 21 बाइबल पढ़ाई: भजन 106-109 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: सलीकेदार कपड़े पहनने की अहमियत (be-HI पेज 132 ¶4–पेज 133 ¶1)
नं. 1: जवानो—आँख मूँदकर अपने हमउम्रों जैसे मत बनिए (w04-HI 10/15 पेज 22 ¶4–पेज 24 ¶5)
नं. 2: भजन 107:20-43
नं. 3: td-HI 14क परमेश्वर, पिता एक व्यक्ति है, विश्व में सबसे महान है
नं. 4: किन तरीकों से हम परमेश्वर की मिसाल पर चल सकते हैं?
अग. 28 बाइबल पढ़ाई: भजन 110-118 गीत 11 (85)
भाषण का गुण: अच्छा रूप और ढंग किसी को ठोकर खाने का अवसर नहीं देता (be-HI पेज 133 ¶2-4)
ज़बानी चर्चा
सितं. 4 बाइबल पढ़ाई: भजन 119 गीत 5 (46)
भाषण का गुण: सही मुद्रा में होना और सामान को तरतीब से रखना (be-HI पेज 133 ¶5–पेज 134 ¶4)
नं. 1: अध्ययन करने से ढेरों आशीषें मिलती हैं (be-HI पेज 31 ¶3–पेज 32 ¶3)
नं. 2: भजन 119:25-48
नं. 3: हम सरकारी अधिकारियों का आदर क्यों करते हैं
नं. 4: td-HI 14ख धरती पर आने से पहले और बाद में पुत्र का दर्जा पिता से कम ही रहा
सितं. 11 बाइबल पढ़ाई: भजन 120-134 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: भाषण देते वक्त चिंता को कैसे कम किया जाए (be-HI पेज 135 ¶1–पेज 137 ¶3)
नं. 1: खोजबीन कैसे करें (be-HI पेज 33 ¶1–पेज 35 ¶4)
नं. 2: भजन 121:1–123:4
नं. 3: td-HI 14ग परमेश्वर और मसीह के बीच एकता
नं. 4: अतिशयोक्ति का मतलब क्या है, और यीशु ने इसका कैसे इस्तेमाल किया था?
सितं. 18 बाइबल पढ़ाई: भजन 135-141 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: शांत और संतुलित कैसे हों (be-HI पेज 137 ¶4–पेज 138 ¶6)
नं. 1: भजन संहिता—क्यों फायदेमंद है—भाग 1 (bsi06-HI पेज 17-18 ¶23-7)
नं. 2: भजन 136:1-26
नं. 3: किस मायने में स्मारक एक सामूहिक भोज है?
नं. 4: td-HI 14घ परमेश्वर की पवित्र आत्मा उसकी सक्रिय शक्ति है
सितं. 25 बाइबल पढ़ाई: भजन 142-150 गीत 17 (187)
भाषण का गुण: आवाज़ बढ़ाने में माइक्रोफोन की अहमियत (be-HI पेज 139 ¶1–पेज 140 ¶2)
नं. 1: भजन संहिता—क्यों फायदेमंद है—भाग 2 (bsi06-HI पेज 18-19 ¶28-32)
नं. 2: भजन 142:1–143:12
नं. 3: td-HI 15क संसार की मुसीबतों के लिए कौन ज़िम्मेदार है
नं. 4: हम किन तरीकों से खुद से ज़्यादा दूसरों की ज़रूरतों का खयाल रख सकते हैं?
अक्टू. 2 बाइबल पढ़ाई: नीतिवचन 1-6 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: माइक्रोफोन का सही ढंग से इस्तेमाल कीजिए (be-HI पेज 140 ¶3–पेज 142 ¶2)
नं. 1: नीतिवचन का परिचय—भाग 1 (bsi06-HI पेज 19-20 ¶1-5)
नं. 2: नीतिवचन 5:1-23
नं. 3: td-HI 15ख दुष्टता की इजाज़त क्यों दी गयी
नं. 4: e झूठी कहानियाँ मत फैलाइए (2 तीमु. 4:4)
अक्टू. 9 बाइबल पढ़ाई: नीतिवचन 7-11 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: बाइबल से जवाब देना (be-HI पेज 143 ¶1-3)
नं. 1: नीतिवचन का परिचय—भाग 2 (bsi06-HI पेज 20-21 ¶6-11)
नं. 2: नीतिवचन 7:1-27
नं. 3: मसीही निष्पक्षता, हमारे भाईचारे की एकता बनाए रखने में मदद करती है
नं. 4: td-HI 15ग अंत से पहले लंबे समय की इजाज़त देकर परमेश्वर ने दया दिखायी है
अक्टू. 16 बाइबल पढ़ाई: नीतिवचन 12-16 गीत 5 (46)
भाषण का गुण: बाइबल का इस्तेमाल करने में सुधार कैसे करें (be-HI पेज 144 ¶1-4)
नं. 1: खोजबीन के दूसरे साहित्य इस्तेमाल करना सीखिए (be-HI पेज 35 ¶3–पेज 38 ¶4)
नं. 2: नीतिवचन 14:1-21
नं. 3: td-HI 15घ दुनिया की समस्याओं का हल इंसान के हाथ में नहीं है
नं. 4: सभाओं में ध्यान लगाकर सुनने में क्या बात हमारी मदद कर सकती है?
अक्टू. 23 बाइबल पढ़ाई: नीतिवचन 17-21 गीत 11 (85)
भाषण का गुण: बाइबल खोलकर पढ़ने का बढ़ावा देना (be पेज 145-6)
नं. 1: नीतिवचन—क्यों फायदेमंद है—भाग 1 (bsi06-HI पेज 21-23 ¶19-28)
नं. 2: नीतिवचन 17:1-20
नं. 3: मसीही, बुज़ुर्ग जनों के बारे में क्या नज़रिया रखते हैं
नं. 4: td-HI 16क सच्चा धर्म सिर्फ एक है
अक्टू. 30 बाइबल पढ़ाई: नीतिवचन 22-26 गीत 22 (130)
भाषण का गुण: आयतों का असरदार तरीके से परिचय देने की अहमियत (be-HI पेज 147 ¶1–पेज 148 ¶2)
ज़बानी चर्चा
नवं. 6 बाइबल पढ़ाई: नीतिवचन 27-31 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: आयतों का परिचय देने के लिए सही शब्द चुनना (be-HI पेज 148 ¶3–पेज 149 ¶2)
नं. 1: नीतिवचन—क्यों फायदेमंद है—भाग 2 (bsi06-HI पेज 23-24 ¶29-38)
नं. 2: नीतिवचन 28:1-18
नं. 3: td-HI 16ख सच्चा धर्म झूठी शिक्षाओं का खंडन करता है और ऐसा करना सही है
नं. 4: प्रचार में लोगों की शक्ल-सूरत देखकर उनके बारे में हमें राय क्यों नहीं कायम करनी चाहिए
नवं. 13 बाइबल पढ़ाई: सभोपदेशक 1-6 गीत 2 (15)
भाषण का गुण: सही शब्दों पर ज़ोर देने के लिए भावनाओं के साथ पढ़ना ज़रूरी है (be-HI पेज 150 ¶1-2)
नं. 1: सभोपदेशक का परिचय (bsi06-HI पेज 25-26 ¶1-8)
नं. 2: सभोपदेशक 5:1-15
नं. 3: किस तरह बाइबल की सच्चाइयाँ, ज्ञानियों और समझदारों से छिपायी गयी हैं? (मत्ती 11:25)
नं. 4: td-HI 16ग अपने धर्म के गलत साबित होने पर एक इंसान को वह धर्म बदलना चाहिए
नवं. 20 बाइबल पढ़ाई: सभोपदेशक 7-12 गीत 9 (37)
भाषण का गुण: सही शब्दों पर ज़ोर देना (be-HI पेज 150 ¶3–पेज 151 ¶2)
नं. 1: सभोपदेशक—क्यों फायदेमंद है (bsi06-HI पेज 26-27 ¶15-19)
नं. 2: सभोपदेशक 9:1-12
नं. 3: td-HI 16घ सभी धर्मों में जो अच्छाई नज़र आती है, वह साबित नहीं करती कि परमेश्वर को वे धर्म मंज़ूर हैं
नं. 4: जलन रखने में क्या बुराई है?
नवं. 27 बाइबल पढ़ाई: श्रेष्ठगीत 1-8 गीत 15 (127)
भाषण का गुण: ज़ोर देने के तरीके (be-HI पेज 151 ¶3–पेज 152 ¶5)
नं. 1: श्रेष्ठगीत का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi06-HI पेज 27-28 ¶1-4, 16-18)
नं. 2: श्रेष्ठगीत 7:1–8:4
नं. 3: मसीहियों का पहनावा, साफ-सुथरा और शालीन क्यों होना चाहिए?
नं. 4: td-HI 17क नरक सचमुच की जगह नहीं है जहाँ आग से यातनाएँ दी जाती हैं
दिसं. 4. बाइबल पढ़ाई: यशायाह 1-5 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: आयतों को सही तरीके से लागू करना (be-HI पेज 153 ¶1–पेज 154 ¶3)
नं. 1: यशायाह का परिचय (bsi06-HI पेज 29-30 ¶1-8)
नं. 2: यशायाह 3:1-15
नं. 3: td-HI 17ख आग विनाश की निशानी है
नं. 4: f मसीहियों को ‘क्रोध करने में धीमा’ क्यों होना चाहिए (याकू. 1:19)
दिसं. 11 बाइबल पढ़ाई: यशायाह 6-10 गीत 25 (204)
भाषण का गुण: साफ-साफ समझाना कि आयत कैसे लागू होती है (be-HI पेज 154 ¶4–पेज 155 ¶4)
नं. 1: आउटलाइन तैयार करना (be-HI पेज 39-42)
नं. 2: यशायाह 10:1-14
नं. 3: माफ करने के लिए तैयार रहना क्यों ज़रूरी है?
नं. 4: td-HI 17घ धनवान और लाजर की कहानी, हमेशा की यातना का सबूत नहीं है
दिसं. 18 बाइबल पढ़ाई: यशायाह 11-16 गीत 11 (85)
भाषण का गुण: सीधे शास्त्र से तर्क करना (be-HI पेज 155 ¶5–पेज 156 ¶4)
नं. 1: जवानो—अपने मन की रक्षा करने में माता-पिता की मदद लें! (w04-HI 10/15 पेज 20 ¶1–पेज 22 ¶3)
नं. 2: यशायाह 11:1-12
नं. 3: td-HI 18क पाप क्या है
नं. 4: हरमगिदोन के युद्ध में सच्चे मसीही हिस्सा नहीं लेंगे
दिसं. 25 बाइबल पढ़ाई: यशायाह 17-23 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: जानकारी पर अमल करने के फायदे साफ-साफ बताना (be-HI पेज 157 ¶1–पेज 158 ¶1)
ज़बानी चर्चा
[फुटनोट]
a यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए।
b यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए।
c यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए।
d यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए।
e यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए।
f यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए।