परमेश्वर की सेवा स्कूल की चर्चा
दिसंबर 26, 2005 से शुरू होनेवाले हफ्ते में, परमेश्वर की सेवा स्कूल में नीचे दिए गए सवालों की ज़बानी चर्चा होगी। स्कूल अध्यक्ष, 30 मिनट के लिए नवंबर 7 से दिसंबर 26, 2005 तक के हफ्तों में पेश किए भागों पर दोबारा चर्चा करेगा। [ध्यान दीजिए: अगर किसी सवाल के बाद कोई हवाले नहीं दिए गए हैं, तो वहाँ जवाब के लिए आपको खुद खोजबीन करनी होगी।—सेवा स्कूल किताब के पेज 36-7 देखिए।]
भाषण के गुण
1. “प्रेम से” उपदेश देने और उकसाने के लिए हम क्या कर सकते हैं? (फिले. 9) [be-HI पेज 266]
2. किन तरीकों से हम “खरी शिक्षा से उपदेश” दे सकते हैं? (तीतु. 1:9) [be-HI पेज 267 पैरा. 1-2]
3. यह क्यों ज़रूरी है कि हम अपने भाषण से सुननेवालों का हौसला बढ़ाएँ, और यह हम कैसे कर सकते हैं? [be-HI पेज 268 पैरा. 1-3, बक्स]
4. अगर हम मूसा की तरह, दूसरों को याद दिलाएँ कि यहोवा ने अपने लोगों की खातिर कैसे भले काम किए हैं, तो किस तरह हम उनमें हिम्मत पैदा कर रहे होंगे? (व्यव. 3:28; 31:1-8) [be-HI पेज 268 पैरा. 5–पेज 269 पैरा. 2]
5. आज यहोवा जो कर रहा है और भविष्य में जो करने जा रहा है, इस बारे में बात करते वक्त खुशी ज़ाहिर करने से सुननेवालों का हौसला कैसे बढ़ेगा? [be-HI पेज 270-1]
भाग नं. 1
6. जब हम बाइबल का कोई भाग पढ़ते हैं, तो उसके किन चार पहलुओं पर वक्त निकालकर मनन करने से हमें काफी लाभ हो सकता है? [wt-HI पेज 28, 30]
7. बाइबल में यीशु के बारे में कितनी भविष्यवाणियाँ दर्ज़ हैं? [wt-HI पेज 32, 33 पैरा. 2]
8. अगर हम यीशु के बलिदान में सचमुच विश्वास करते हैं, तो हम क्या करेंगे? [wt-HI पेज 39, 40 पैरा. 14]
9. सच्ची मसीहियत हमें किन-किन बेड़ियों से आज़ाद करती है? [wt-HI पेज 45 पैरा. 8]
10. असिद्ध होने के बावजूद हम यहोवा के लिए अपनी सच्ची वफादारी कैसे साबित कर सकते हैं? [wt-HI पेज 56, 57 पैरा. 14]
हफ्ते की बाइबल पढ़ाई
11. क्या दाऊद को मंदिर बनाने की इजाज़त न मिलना यह दिखाता है कि उसने जो युद्ध लड़े थे, उन पर यहोवा की मंज़ूरी नहीं थी? (1 इति. 22:6-10)
12. सुलैमान ने यहोवा के मंदिर की समर्पण प्रार्थना में कैसे इस बात को कबूल किया कि यहोवा न सिर्फ मोटे तौर पर अपने सभी सेवकों की ज़रूरतों का खयाल रखता है, बल्कि उसका भय माननेवाले एक-एक इंसान के हालात को जानता है? (2 इति. 6:29, 30)
13. दूसरे इतिहास 11:15 में (नयी हिन्दी बाइबिल) बतायी “बकरों की मूर्तियां” क्या हैं?
14. बाशा की हुकूमत, “आसा के तीसरे वर्ष में” शुरू हुई थी और सिर्फ 24 साल तक चली थी। मगर बाइबल का एक और वाकया कहता है कि बाशा ने ‘आसा के राज्य के छत्तीसवें वर्ष में यहूदा पर चढ़ाई की’ थी। हम इन दोनों वाकयों के बीच मेल कैसे बिठा सकते हैं? (1 राजा 15:33; 2 इति. 16:1)
15. शैतान की दुनिया का जो हश्र होगा, उसका एक जीता-जागता दृष्टांत दूसरे इतिहास 20:22, 23 में कैसे दिया गया है?