वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • km 1/07 पेज 2
  • सेवा सभा की तालिका

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • सेवा सभा की तालिका
  • हमारी राज-सेवा—2007
  • उपशीर्षक
  • जनवरी 8 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • जनवरी 15 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • जनवरी 22 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • जनवरी 29 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • फरवरी 5 से शुरू होनेवाला सप्ताह
हमारी राज-सेवा—2007
km 1/07 पेज 2

सेवा सभा की तालिका

जनवरी 8 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 9 (37)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। जनवरी 22 के हफ्ते की सेवा सभा में होनेवाली चर्चा की तैयारी में, सबको यह वीडियो देखने के लिए कहिए: बगैर खून इलाज—चिकित्सा क्षेत्र चुनौती स्वीकार करता है। (अँग्रेजी) पेज 4 पर दिए सुझावों का या आपके इलाके के लिए कोई और पेशकश कारगर हो, तो उसका इस्तेमाल करके प्रदर्शन दिखाइए कि जनवरी 1 की प्रहरीदुर्ग और जनवरी-मार्च की सजग होइए! कैसे पेश करें। एक प्रदर्शन में दिखाइए कि जब कोई यह कहकर बातचीत रोकने की कोशिश करता है कि “मैं व्यस्त हूँ,” तो उस रुकावट को कैसे पार किया जा सकता है।—किस तरह बाइबल चर्चाओं को आरंभ करें और जारी रखें पुस्तिका के पेज 11-12 देखिए।

15 मि: रोज़ाना बाइबल वचनों पर ध्यान दीजिए और फायदा पाइए। रोज़ाना बाइबल वचनों पर ध्यान दीजिए—2007 पुस्तिका के पहले लेख, ‘दो शब्द’ से भाषण और हाज़िर लोगों के साथ चर्चा। हम सभी को हर दिन के वचन और जानकारी पर गौर करने के लिए कुछ वक्‍त निकालने की ज़रूरत है, इस बात पर चर्चा कीजिए। पहले से एक या दो प्रचारकों का इंतज़ाम कीजिए जो बता सकें कि वे कब दिन के वचन की जाँच करते हैं और इससे उन्हें क्या फायदे हुए हैं। आखिर में, सन्‌ 2007 के सालाना वचन पर चंद शब्दों में चर्चा कीजिए।

20 मि: हर इंसान तक खुशखबरी पहुँचाइए। यहोवा की इच्छा पूरी करने के लिए संगठित किताब के पेज 92 से लेकर 102 के उपशीर्षक तक दी जानकारी पर भाषण और हाज़िर लोगों के साथ चर्चा।

गीत 20 (93) और प्रार्थना।

जनवरी 15 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 11 (85)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ।

15 मि: क्या कोई बात आपको रोक रही है? अप्रैल 1, 2002 की प्रहरीदुर्ग के पेज 13-15 से एक प्राचीन का भाषण।

20 मि: “मुझे इन बातों में कोई दिलचस्पी नहीं।”a पैराग्राफ 4 पर चर्चा करते वक्‍त, हाज़िर लोगों से पूछिए कि इलाके में कौन-सी समस्याओं को लेकर लोग परेशान हैं। दो छोटे-छोटे प्रदर्शनों में दिखाइए कि जब कोई यह कहकर बातचीत रोकने की कोशिश करता है कि “मुझे इन बातों में कोई दिलचस्पी नहीं,” तो उस रुकावट को कैसे पार किया जा सकता है।—किस तरह बाइबल चर्चाओं को आरंभ करें और जारी रखें पुस्तिका के पेज 8-9 देखिए।

गीत 6 (45) और प्रार्थना।

जनवरी 22 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 28 (224)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हिसाब-किताब की रिपोर्ट पढ़िए, साथ ही कलीसिया ने जो दान भेजे हैं उसके लिए शाखा दफ्तर से मिली कदरदानी की चिट्ठियाँ भी पढ़िए। पेज 4 पर दिए सुझावों का या आपके इलाके के लिए कोई और पेशकश कारगर हो तो उसका इस्तेमाल करके प्रदर्शन दिखाइए कि फरवरी 1 की प्रहरीदुर्ग और जनवरी-मार्च की सजग होइए! कैसे पेश करें। एक प्रदर्शन में एक ऐसे शख्स के साथ वापसी भेंट करते हुए दिखाइए जो पत्रिका मार्ग के ज़रिए पत्रिकाएँ लेता है।

10 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।

25 मि: “इलाज का सबसे बेहतरीन तरीका क्या है?” यह भाग एक प्राचीन पेश करेगा। लेख में दिए सवालों से हाज़िर लोगों के साथ बगैर खून इलाज वीडियो पर सीधे चर्चा शुरू कीजिए। अंत में, आखिरी पैराग्राफ पढ़िए और सभी को बढ़ावा दीजिए कि जिन प्रहरीदुर्ग के लेखों का हवाला दिया गया है, उन्हें वे दोबारा ध्यान से पढ़ें।

गीत 4 (43) और प्रार्थना।

जनवरी 29 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 1 (13)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। प्रचारकों को याद दिलाइए कि वे जनवरी की प्रचार रिपोर्ट डाल दें। फरवरी की साहित्य पेशकश के बारे में बताइए और इसकी किसी एक पेशकश का प्रदर्शन दिखाइए।

20 मि: “क्या आप कुदरती आफतों का सामना करने के लिए तैयार हैं?”b यह भाग एक प्राचीन पेश करेगा। नवंबर 2005 की हमारी राज्य सेवकाई के पेज 3 से चंद बातें बताइए।

15 मि: अगर आपने दोबारा मिलने का वादा किया है, तो उसे पूरा कीजिए। सितंबर 15, 1999 की प्रहरीदुर्ग, पेज 11 से भाषण और हाज़िर लोगों के साथ चर्चा। हाज़िर लोगों से ऐसे अनुभव बताने के लिए कहिए जो दिखाते हैं कि दोबारा मिलने का अपना वादा पूरा करने पर उन्हें क्या आशीषें मिलीं।

गीत 11 (85) और प्रार्थना।

फरवरी 5 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 16 (143)

10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।

15 मि: यही मेरी पहचान है! भाषण और हाज़िर लोगों के साथ चर्चा। कुछ नौजवान यहोवा के साक्षी के तौर पर अपनी पहचान कराने से झिझकते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके हमउम्र साथी उनका मज़ाक उड़ाएँगे। मगर ऐसी कई ठोस वजह हैं जो दिखाती हैं कि आपको अपनी पहचान बतानी चाहिए। अगर आपके टीचरों को मालूम होगा कि आपके विश्‍वास क्या हैं, तो ज़ाहिर है कि वे उनका आदर करेंगे और उनके खिलाफ किसी भी काम में शरीक होने के लिए आप पर दबाव नहीं डालेंगे। साथ ही, ऐसे नौजवान जो खुद नैतिक आदर्शों पर नहीं चलते, वे भी आपको किसी गलत काम में हिस्सा लेने के लिए बोलने से झिझकेंगे। और-तो-और, डेटिंग, या स्कूल के खेलों और दूसरे कार्यक्रमों में भाग लेने जैसे मामलों में आपने जो फैसले किए हैं, उन्हें दूसरे और भी अच्छी तरह समझ पाएँगे। इसके अलावा, स्कूल में या प्रचार के इलाके में मिलनेवाले क्लास के किसी साथी को गवाही देने से, आप नहीं कतराएँगे। (g02 3/22 पेज 12) प्रचारकों से पूछिए कि स्कूल में, यहोवा के साक्षी के तौर पर अपनी पहचान कराने से उन्हें क्या फायदे मिले हैं। इस सवाल का जवाब देने के लिए, एक या दो प्रचारकों का पहले से इंतज़ाम किया जा सकता है।

20 मि: “प्रचार में अच्छे नतीजे पाने के लिए ज़रूरी है, प्यार।”c फरवरी 1, 2003 की प्रहरीदुर्ग, पेज 23, पैराग्राफ 16-17 से चंद बातें बताइए।

गीत 17 (187) और प्रार्थना।

[फुटनोट]

a  एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

b  एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

c  एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें