सन् 2008 के लिए परमेश्वर की सेवा स्कूल का कार्यक्रम
हिदायतें
सन् 2008 के दौरान, परमेश्वर की सेवा स्कूल आगे बताए इंतज़ाम के मुताबिक चलाया जाएगा।
किताबें: द होली बाइबल हिंदी [O.V.], परमेश्वर की सेवा स्कूल से फायदा उठाइए [be-HI], “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र”—सच्चा और फायदेमंद [bsi08-1-HI, bsi08-2-HI], और चर्चा के लिए बाइबल के विषय [td-HI]।
स्कूल वक्त पर शुरू होना चाहिए। गीत, प्रार्थना और स्वागत के चंद शब्दों से स्कूल की शुरूआत करने के बाद नीचे दी हिदायतों के मुताबिक स्कूल चलाइए। हर भाग के बाद स्कूल अध्यक्ष अगले भाग का परिचय देगा।
भाषण का गुण: 5 मिनट। स्कूल अध्यक्ष, सहायक सलाहकार या कोई और काबिल प्राचीन सेवा स्कूल किताब में से भाषण के एक गुण पर चर्चा करेगा। (जिन कलीसियाओं में प्राचीन कम हैं, वहाँ काबिल सहायक सेवकों को यह भाग दिया जा सकता है।)
भाग नं. 1: 10 मिनट। इस भाग को एक काबिल प्राचीन या सहायक सेवक पेश करेगा। इसकी जानकारी परमेश्वर की सेवा स्कूल से फायदा उठाइए किताब, या “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र”—सच्चा और फायदेमंद ब्रोशर से ली जाएगी। इस भाग को दस मिनट के हिदायत भाषण के तौर पर पेश करना चाहिए। इसमें सिर्फ जानकारी पेश करने पर ही नहीं, बल्कि इस बात पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि जानकारी को अमल में कैसे लाया जा सकता है। इसलिए कलीसिया को जिन मुद्दों से फायदा होगा, उन पर खास ज़ोर दिया जाना चाहिए। स्कूल के कार्यक्रम में जो विषय दिया जाता है, उसी का इस्तेमाल करना चाहिए। जिन भाइयों को यह भाग सौंपा जाता है, उनसे उम्मीद की जाती है कि वे दिए गए समय में अपना भाग खत्म करें। ज़रूरत पड़ने पर, उन्हें अकेले में सलाह दी जा सकती है।
बाइबल पढ़ाई की झलकियाँ: 10 मिनट। यह भाग एक काबिल प्राचीन या सहायक सेवक पेश करेगा। उसे पहले पाँच मिनट के लिए यह समझाना चाहिए कि जानकारी को कैसे लागू किया जा सकता है और इससे कलीसिया को क्या फायदा होगा। यह भाई, हफ्ते की बाइबल पढ़ाई के किसी भी हिस्से पर चर्चा कर सकता है। मगर झलकियाँ पेश करने का मतलब, सिर्फ पढ़ाई के हिस्से का सारांश देना नहीं है। इस भाग का खास मकसद है, हाज़िर लोगों को यह समझने में मदद देना कि यह जानकारी उनके लिए क्यों और कैसे अहमियत रखती है। भाई को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह पाँच मिनट से ज़्यादा वक्त न ले। और यह भी कि वह पाँच मिनट श्रोताओं के जवाबों के लिए रखे। वह सभा में हाज़िर लोगों से कहेगा कि वे चंद शब्दों में (30 या उससे कम सेकंड में) बताएँ कि उन्हें बाइबल पढ़ाई में कौन-सी बात अच्छी लगी और उन्हें क्या फायदा हुआ। इसके बाद स्कूल अध्यक्ष, विद्यार्थियों को अपने-अपने क्लासरूम में जाने के लिए कहेगा।
भाग नं. 2: 4 मिनट या उससे कम। यह पढ़ाई का भाग है जो एक भाई पेश करेगा। विद्यार्थी को दिया गया भाग सिर्फ पढ़ना चाहिए, उसे शुरूआत और आखिर में कुछ कहने की ज़रूरत नहीं। स्कूल अध्यक्ष खासकर ऐसी काबिलीयतें बढ़ाने में विद्यार्थियों की मदद करेगा, जैसे समझ और प्रवाह के साथ पढ़ना, सही तरीके से मतलब पर ज़ोर देना, आवाज़ में उतार-चढ़ाव लाना, सही ठहराव देना और सहजता से पढ़ना।
भाग नं. 3: 5 मिनट। यह भाग किसी बहन को दिया जाएगा। इस भाग के लिए उसे सेवा स्कूल किताब के पेज 82 पर दी गयी सूची में से या तो एक सैटिंग दी जाएगी, या फिर उसे खुद उसमें से सैटिंग चुननी होगी। विद्यार्थी को दिए गए विषय का इस्तेमाल करना चाहिए और उसे प्रचार के किसी पहलू पर इस तरह लागू करना चाहिए कि वह सच्चा लगे और अपने इलाके में प्रचार करने के लिए कलीसिया के काम आए। अगर कार्यक्रम में यह नहीं बताया गया है कि इस भाग के लिए कहाँ से जानकारी लेनी है, तो विद्यार्थी को हमारे साहित्य से खुद खोजबीन करके जानकारी इकट्ठी करनी होगी। नए विद्यार्थियों को ऐसे भाग दिए जाने चाहिए, जिनमें बताया गया हो कि किस किताब से जानकारी लेनी है। स्कूल अध्यक्ष का खास ध्यान इस बात पर होगा कि विद्यार्थी किस तरह जानकारी पेश करती और समझाती है, और कैसे घर-मालिक को बाइबल की आयतों पर गहराई से सोचने और भाषण के खास मुद्दों को समझने में मदद देती है। स्कूल अध्यक्ष एक और बहन को उसका सहायक ठहराएगा।
भाग नं. 4: 5 मिनट। विद्यार्थी को दिए गए विषय पर ही भाषण देना चाहिए। अगर कार्यक्रम में यह नहीं बताया गया है कि इस भाग के लिए कहाँ से जानकारी लेनी है, तो विद्यार्थी को हमारे साहित्य से खुद खोजबीन करके जानकारी इकट्ठी करनी होगी। अगर यह भाग एक भाई को सौंपा जाता है, तो उसे राज्य घर में हाज़िर लोगों को ध्यान में रखकर इसे एक भाषण के रूप में पेश करना चाहिए। अगर यह भाग एक बहन को दिया जाता है, तो उसे भाग नं. 3 की हिदायतों का पालन करना चाहिए। अगर स्कूल अध्यक्ष को लगता है कि फलाँ भाग नं. 4 किसी भाई को देना सही होगा, तो वह ऐसा कर सकता है। ध्यान दीजिए कि जिन विषयों के साथ यह निशान (a) दिया गया है, वे विषय सिर्फ भाइयों को दिए जाने चाहिए, जो इन्हें भाषण के रूप में पेश करेंगे। अगर आपकी कलीसिया में, परमेश्वर की सेवा स्कूल और सेवा सभा में अलग-अलग भाग पेश करने के लिए ज़्यादा प्राचीन और सहायक सेवक हैं, तो अच्छा होगा कि जिन विषयों के साथ यह निशान (b) दिया गया है, वे विषय प्राचीन या सहायक सेवक को दिए जाएँ।
सलाह: 1 मिनट। स्कूल अध्यक्ष हर विद्यार्थी-भाग से पहले यह नहीं बताएगा कि विद्यार्थी, भाषण के किस गुण पर काम कर रहा है। भाग नं. 2, 3 और 4 के बाद, स्कूल अध्यक्ष बताएगा कि भाई/बहन के भाग में क्या-क्या बातें काबिले-तारीफ थीं। उसका सिर्फ इतना कहना काफी नहीं कि यह भाग “बहुत अच्छा” था, बल्कि साफ-साफ कारण बताना चाहिए कि उस भाग में भाई/बहन का फलाँ गुण क्यों असरदार था। अगर विद्यार्थी को सुधार करने की ज़रूरत है, तो उसे सभा के बाद या दूसरे वक्त पर अलग से कारगर सलाह दी जा सकती है।
वक्त: हर भाषण बताए गए वक्त के अंदर खत्म होना चाहिए और सलाहकार को भी उतना ही वक्त लेना चाहिए जितना उसे दिया गया है। अगर भाग नं. 2, 3 और 4 पेश करनेवाले विद्यार्थियों का समय पूरा हो जाता है, तो समझ-बूझ के साथ उन्हें रुकने का इशारा किया जा सकता है। और अगर भाषण के गुण पर चर्चा करनेवाला भाई या भाग नं. 1 या बाइबल पढ़ाई से झलकियाँ पेश करनेवाला भाई ज़्यादा समय ले लेता है, तो उसे अकेले में सलाह दी जानी चाहिए। सभी को ध्यान रखना चाहिए कि वे अपना भाग वक्त पर खत्म करें। गीत और प्रार्थना को छोड़कर, पूरे कार्यक्रम का कुल समय है: 45 मिनट।
सलाह परचा: सेवा स्कूल किताब में है।
सहायक सलाहकार: स्कूल अध्यक्ष के अलावा, अगर कोई और काबिल प्राचीन है, तो उसे प्राचीनों का निकाय सहायक सलाहकार की ज़िम्मेदारी सौंप सकता है। अगर कलीसिया में कई योग्य प्राचीन हैं, तो हर साल इस ज़िम्मेदारी को अलग-अलग प्राचीन निभा सकते हैं। सहायक सलाहकार की ज़िम्मेदारी है, ज़रूरत पड़ने पर भाग नं. 1 और बाइबल झलकियाँ पेश करनेवाले भाइयों को अकेले में सलाह देना। मगर ज़रूरी नहीं कि जब भी प्राचीन या सहायक सेवक ये भाग पेश करें, तो वह उन्हें सलाह दे।
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा: 30 मिनट। हर दो महीने में एक बार स्कूल अध्यक्ष, सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा करेगा। यह चर्चा, पिछले दो महीनों और उस हफ्ते के स्कूल में दी गयी जानकारी पर होगी। इस चर्चा से पहले, ऊपर बताए इंतज़ाम के मुताबिक भाषण के एक गुण पर भाग पेश किया जाएगा, साथ ही बाइबल पढ़ाई की झलकियाँ पेश की जाएँगी। जिस हफ्ते सीखी बातों पर चर्चा होनी है, अगर उस हफ्ते आपकी कलीसिया का सर्किट सम्मेलन है, तो चर्चा को (और उस हफ्ते के बाकी कार्यक्रम को भी) अगले हफ्ते के लिए छोड़ देना चाहिए। और अगले हफ्ते का पूरा कार्यक्रम सम्मेलन में पेश किया जाना चाहिए। अगर चर्चा के हफ्ते में सर्किट अध्यक्ष आपकी कलीसिया का दौरा करने आता है, तो उस हफ्ते के कार्यक्रम के मुताबिक ही गीत, भाषण गुण का भाग और बाइबल झलकियाँ पेश की जानी चाहिए। मगर हिदायत भाषण (जो भाषण गुण के भाग के बाद दिया जाता है) अगले हफ्ते के कार्यक्रम से लिया जाना चाहिए। और अगले हफ्ते के स्कूल में, कार्यक्रम के मुताबिक भाषण गुण का भाग और बाइबल की झलकियाँ पेश की जानी चाहिए और उसके बाद सीखी बातों पर चर्चा की जानी चाहिए।
कार्यक्रम
जन. 7 बाइबल पढ़ाई: मत्ती 1-6 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: जरूरी बातें समझाइए (be-HI पेज 228 ¶2-3)
नं. 1: मत्ती का परिचय (bsi08-1-HI पेज 3-5 ¶1-10)
नं. 2: मत्ती 5:1-20
नं. 3: td-HI 37ग बच्चों के प्रति मसीही माता-पिता की ज़िम्मेदारी
नं. 4: परमेश्वर की पवित्र आत्मा किन तरीकों से हमारी मदद करती है
जन. 14 बाइबल पढ़ाई: मत्ती 7-11 गीत 28 (224)
भाषण का गुण: इसमें दिल कैसे शामिल है (be-HI पेज 228 ¶4-6)
नं. 1: परमेश्वर का वचन पढ़ने में दिली खुशी पाइए (be-HI पेज 9 ¶1–पेज 10 ¶1)
नं. 2: मत्ती 10:1-23
नं. 3: ईमानदार होना क्यों फायदेमंद है
नं. 4: td-HI 37घ मसीहियों को सिर्फ मसीहियों से शादी करनी चाहिए
जन. 21 बाइबल पढ़ाई: मत्ती 12-15 गीत 3 (32)
भाषण का गुण: जिससे सुननेवाले सीखें (be-HI पेज 230 ¶1-6)
नं. 1: रोज़ बाइबल पढ़िए (be-HI पेज 10 ¶2–पेज 12 ¶3)
नं. 2: मत्ती 14:1-22
नं. 3: मसीही-विरोधी किसे कहते हैं?
नं. 4: c td-HI 37च एक-से-ज़्यादा शादियाँ करना बाइबल के खिलाफ
जन. 28 बाइबल पढ़ाई: मत्ती 16-21 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: खोजबीन के ज़रिए अपने भाषण को इस तरह पेश कीजिए, जिससे सुननेवाले सीखें (be-HI पेज 231 ¶1-3)
नं. 1: “चौकस रहो, कि तुम किस रीति से सुनते हो” (be-HI पेज 13 ¶1–पेज 14 ¶4)
नं. 2: मत्ती 17:1-20
नं. 3: td-HI 38क सब्त का दिन मनाना मसीहियों के लिए ज़रूरी नहीं
नं. 4: ऐसी चीज़ें जिन्हें मसीही पवित्र मानते हैं
फर. 4 बाइबल पढ़ाई: मत्ती 22-25 गीत 18 (162)
भाषण का गुण: आयतें समझाना (be-HI पेज 231 ¶4-5)
नं. 1: सभाओं और सम्मेलनों में सुनना (be-HI पेज 14 ¶5–पेज 16 ¶5)
नं. 2: मत्ती 23:1-24
नं. 3: हमेशा की ज़िंदगी उबाऊ नहीं होगी
नं. 4: td-HI 38ख सब्त का नियम सिर्फ प्राचीन इस्राएलियों को दिया गया
फर. 11 बाइबल पढ़ाई: मत्ती 26-28 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: शब्दों का मतलब समझाना (be-HI पेज 232 ¶1)
नं. 1: मत्ती—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 5 ¶29-33)
नं. 2: मत्ती 27:1-22
नं. 3: विश्वास होने में सिर्फ यह मानना काफी क्यों नहीं कि परमेश्वर वजूद में है
नं. 4: td-HI 38ग परमेश्वर का सब्त या विश्राम दिन (सृष्टि के “हफ्ते” का 7वाँ दिन)
फर. 18 बाइबल पढ़ाई: मरकुस 1-4 गीत 26 (212)
भाषण का गुण: आयतों पर तर्क करना (be-HI पेज 232 ¶2-4)
नं. 1: मरकुस का परिचय (bsi08-1-HI पेज 6-7 ¶1-11)
नं. 2: मरकुस 2:1-17
नं. 3: td-HI 39क दूसरे धर्मों के साथ मिल जाना, परमेश्वर को मंज़ूर नहीं
नं. 4: प्रेम से साहस कैसे बढ़ता है
फर. 25 बाइबल पढ़ाई: मरकुस 5-8 गीत 22 (130)
भाषण का गुण: ऐसी जानकारी चुनना जिससे आपके सुननेवाले को फायदा हो (be-HI पेज 232 ¶5–पेज 233 ¶4)
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
मार्च 3 बाइबल पढ़ाई: मरकुस 9-12 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: दी गयी जानकारी का इस्तेमाल (be-HI पेज 234 ¶1–पेज 235 ¶3)
नं. 1: आप अपनी याददाश्त बढ़ा सकते हैं (be-HI पेज 17 ¶1–पेज 19 ¶1)
नं. 2: मरकुस 11:1-18
नं. 3: परमेश्वर झूठ क्यों नहीं बोल सकता
नं. 4: td-HI 39ख यह धारणा गलत है कि “सभी धर्म अच्छे हैं”
मार्च 10 बाइबल पढ़ाई: मरकुस 13-16 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: सवालों का असरदार इस्तेमाल (be-HI पेज 236 ¶1-5)
नं. 1: मरकुस—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 7-8 ¶31-3)
नं. 2: मरकुस 14:1-21
नं. 3: क्यों “इन्सान का गुस्सा परमेश्वर की धार्मिकता का काम नहीं करता” (याकू. 1:20, हिन्दुस्तानी बाइबल)
नं. 4: d td-HI 40क सभी मसीहियों को सेवक होना चाहिए
मार्च 17 बाइबल पढ़ाई: लूका 1-3 गीत 1 (13)
भाषण का गुण: खास विचार बताने से पहले सवाल (be-HI पेज 237 ¶1-2)
नं. 1: लूका का परिचय (bsi08-1-HI पेज 8-10 ¶1-9)
नं. 2: लूका 1:1-23
नं. 3: क्यों “कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है” (याकू. 2:20)
नं. 4: e td-HI 40ख सेवा में हिस्सा लेने के लिए ज़रूरी योग्यताएँ
मार्च 24 बाइबल पढ़ाई: लूका 4-6 गीत 28 (224)
भाषण का गुण: किसी विषय पर तर्क करने के लिए सवाल (be-HI पेज 237 ¶3–पेज 238 ¶2)
नं. 1: सीखी बातों को याद करने में परमेश्वर की आत्मा की भूमिका (be-HI पेज 19 ¶2–पेज 20 ¶3)
नं. 2: लूका 4:1-21
नं. 3: td-HI 41क वैज्ञानिक सबूतों से मेल खाती है; विकासवाद के सिद्धांत को गलत ठहराती है
नं. 4: परमेश्वर का भय हमें पाप करने से रोक सकता है
मार्च 31 बाइबल पढ़ाई: लूका 7-9 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: मन की भावनाएँ बाहर लाने के लिए सवाल (be-HI पेज 238 ¶3-5)
नं. 1: पढ़ने में ध्यान क्यों लगाए रहें? (be-HI पेज 21 ¶1–पेज 23 ¶3)
नं. 2: लूका 7:1-17
नं. 3: क्या सबूत दिखाते हैं कि परमेश्वर हमसे प्यार करता है और हमें खुश देखना चाहता है
नं. 4: td-HI 41ख सृष्टि का हर दिन 24 घंटे का नहीं
अप्रै. 7 बाइबल पढ़ाई: लूका 10-12 गीत 9 (37)
भाषण का गुण: ज़ोर देने के लिए सवाल (be-HI पेज 239 ¶1-2)
नं. 1: पढ़ने में ध्यान कैसे लगाए रहें (be-HI पेज 23 ¶4–पेज 26 ¶5)
नं. 2: लूका 11:37-54
नं. 3: td-HI 42क प्रभु का संध्या भोज मनाना
नं. 4: प्रकाशितवाक्य 17:17 का मतलब क्या है?
अप्रै. 14 बाइबल पढ़ाई: लूका 13-17 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: गलत विचारों का पर्दाफाश करने के लिए सवाल (be-HI पेज 239 ¶3-5)
नं. 1: अध्ययन कैसे करें (be-HI पेज 27 ¶1–पेज 31 ¶2)
नं. 2: लूका 16:1-15
नं. 3: बीनने के बारे में परमेश्वर के नियम से हम क्या सीखते हैं (लैव्य. 19:9, 10)
नं. 4: td-HI 42ख मिस्सा, बाइबल के खिलाफ
अप्रै. 21 बाइबल पढ़ाई: लूका 18-21 गीत 24 (185)
भाषण का गुण: सिखाने में मददगार उपमा और रूपक (be-HI पेज 240 ¶1–पेज 241 ¶1)
नं. 1: लूका—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 10-11 ¶30-5)
नं. 2: लूका 18:1-17
नं. 3: td-HI 43क सिर्फ 1,44,000 जन स्वर्ग जाते हैं
नं. 4: ‘कुड़कुड़ाने से दूर रहने’ का क्या मतलब है (फिलि. 2:14)
अप्रै. 28 बाइबल पढ़ाई: लूका 22-24 गीत 29 (222)
भाषण का गुण: मिसालें इस्तेमाल करना (be-HI पेज 241 ¶2-4)
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
मई 5 बाइबल पढ़ाई: यूहन्ना 1-4 गीत 22 (130)
भाषण का गुण: बाइबल में दर्ज़ मिसालें (be-HI पेज 242 ¶1-2)
नं. 1: यूहन्ना का परिचय (bsi08-1-HI पेज 11-13 ¶1-9)
नं. 2: यूहन्ना 3:1-21
नं. 3: दाऊद का राजा शाऊल को मारने से इनकार करना, हमें क्या सिखाता है
नं. 4: td-HI 44क यह परमेश्वर का युद्ध है जो दुष्टता का अंत करेगा
मई 12 बाइबल पढ़ाई: यूहन्ना 5-7 गीत 20 (93)
भाषण का गुण: क्या लोग समझ पाएँगे? (be-HI पेज 242 ¶3–पेज 243 ¶1)
नं. 1: अध्ययन करने से ढेरों आशीषें मिलती हैं (be-HI पेज 31 ¶3–पेज 32 ¶3)
नं. 2: यूहन्ना 6:1-21
नं. 3: हनन्याह और सफीरा के वाकये से हम क्या सबक सीखते हैं
नं. 4: td-HI 44ख यह परमेश्वर के प्यार के उसूल के खिलाफ नहीं
मई 19 बाइबल पढ़ाई: यूहन्ना 8-11 गीत 24 (185)
भाषण का गुण: जाने-पहचाने हालात से दृष्टांत (be-HI पेज 244 ¶1-2)
नं. 1: खोजबीन के लिए बाइबल का इस्तेमाल कैसे करें (be-HI पेज 33 ¶1–पेज 35 ¶2)
नं. 2: यूहन्ना 11:38-57
नं. 3: td-HI 1क “दुनिया के अंत” का मतलब क्या है?
नं. 4: अगर दसवीं आज्ञा को तोड़ने की सज़ा देना मुमकिन नहीं था, तो फिर यह आज्ञा क्यों दी गयी थी?
मई 26 बाइबल पढ़ाई: यूहन्ना 12-16 गीत 16 (143)
भाषण का गुण: अपने सुननेवालों के मुताबिक सही दृष्टांत (be-HI पेज 244 ¶3–पेज 245 ¶4)
नं. 1: खोजबीन के दूसरे साहित्य का इस्तेमाल करना सीखिए (be-HI पेज 35 ¶3–पेज 38 ¶4)
नं. 2: यूहन्ना 12:1-19
नं. 3: td-HI 1ख अंतिम दिनों की निशानियाँ देखने के लिए जागते रहना ज़रूरी
नं. 4: हम यहोवा पर अपना बोझ कैसे डाल सकते हैं? (भज. 55:22)
जून 2 बाइबल पढ़ाई: यूहन्ना 17-21 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: दिखायी जानेवाली चीज़ों का अच्छा इस्तेमाल (be-HI पेज 247 ¶1-2)
नं. 1: यूहन्ना—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 13-14 ¶30-5)
नं. 2: यूहन्ना 21:1-14
नं. 3: जिस परमेश्वर को हम देख नहीं सकते, उस पर विश्वास क्यों करें?
नं. 4: td-HI 2क पवित्र आत्मा क्या है
जून 9 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 1-4 गीत 18 (162)
भाषण का गुण: यीशु ने सिखाते वक्त, दृश्यों और चीज़ों का इस्तेमाल कैसे किया (be-HI पेज 247 ¶3)
नं. 1: प्रेरितों का परिचय (bsi08-1-HI पेज 14-15 ¶1-8)
नं. 2: प्रेरितों 1:1-14
नं. 3: td-HI 2ख जीवन-शक्ति को आत्मा कहा गया
नं. 4: “साहस” या बोलने का हियाव रखने का क्या मतलब है? (इब्रा. 3:6)
जून 16 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 5-7 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: दिखायी जानेवाली चीज़ों को इस्तेमाल करने के तरीके (be-HI पेज 248 ¶1-3)
नं. 1: आउटलाइन तैयार करना (be-HI पेज 39-42)
नं. 2: प्रेरितों 5:1-16
नं. 3: td-HI 2ग प्रेतात्मावाद से दूर रहना चाहिए क्योंकि यह दुष्टात्माओं का काम है
नं. 4: यहोवा का भय, बुद्धि का मूल या शुरूआत क्यों है? (भज. 111:10)
जून 23 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 8-10 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: नक्शों, सम्मेलन के छपे हुए कार्यक्रम और वीडियो-कैसेट का इस्तेमाल करना (be-HI पेज 248 ¶4–पेज 249 ¶2)
नं. 1: अपना विद्यार्थी-भाग तैयार करना (be-HI पेज 43 ¶1–पेज 44 ¶3)
नं. 2: प्रेरितों 8:1-17
नं. 3: यीशु ‘दरिद्रों का उद्धार’ कैसे करेगा (भज. 72:12)
नं. 4: td-HI 3क इब्लीस या शैतान आत्मिक व्यक्ति है
जून 30 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 11-14 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: बड़े समूहों के लिए दिखायी जानेवाली चीज़ों का इस्तेमाल (be-HI पेज 249 ¶3–पेज 250 ¶1)
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
जुला. 7 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 15-17 गीत 5 (46)
भाषण का गुण: तर्क करना और कोमलता दिखाना क्यों ज़रूरी है (be-HI पेज 251 ¶1-3)
नं. 1: जब आपके भाग में एक विषय और सैटिंग होती है (be-HI पेज 44 ¶4–पेज 46 ¶3)
नं. 2: प्रेरितों 16:1-15
नं. 3: हम किन वजहों से निडर होकर यहोवा की सेवा करते हैं
नं. 4: td-HI 3ख इब्लीस, संसार का अदृश्य शासक
जुला. 14 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 18-21 गीत 3 (32)
भाषण का गुण: कहाँ से शुरू करें (be-HI पेज 251 ¶4–पेज 252 ¶3)
नं. 1: कलीसिया के लिए भाषण तैयार करना (be-HI पेज 47 ¶1–पेज 49 ¶2)
नं. 2: प्रेरितों 20:1-16
नं. 3: td-HI 3ग दुष्टात्माएँ बगावती स्वर्गदूत हैं
नं. 4: निर्गमन 23:19ख में बतायी पाबंदी से हम क्या सीख सकते हैं?
जुला. 21 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 22-25 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: कब झुकें (be-HI पेज 252 ¶4–पेज 253 ¶1)
नं. 1: सेवा सभा के भाग और दूसरे भाषण तैयार करना (be-HI पेज 49 ¶3–पेज 51 ¶3)
नं. 2: प्रेरितों 22:1-16
नं. 3: यहोवा के साक्षी, किन तरीकों से यूहन्ना 13:34, 35 के शब्दों को पूरा करते हैं?
नं. 4: td-HI 4क उद्धार परमेश्वर की ओर से और यीशु के छुड़ौती बलिदान के ज़रिए मिलेगा
जुला. 28 बाइबल पढ़ाई: प्रेरितों 26-28 गीत 18 (162)
भाषण का गुण: सवाल पूछना और वजह बताना (be-HI पेज 253 ¶2–पेज 254 ¶2)
नं. 1: प्रेरितों—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 15-17 ¶32-40)
नं. 2: प्रेरितों 26:1-18
नं. 3: td-HI 4ख यह शिक्षा बाइबल से नहीं कि “एक बार उद्धार पाने से हमेशा के लिए उद्धार हो जाता है”
नं. 4: यहोवा क्यों धीरज धरता है
अग. 4 बाइबल पढ़ाई: रोमियों 1-4 गीत 21 (191)
भाषण का गुण: परमेश्वर के वचन की पक्की बुनियाद पर ठोस दलीलें देना (be-HI पेज 255 ¶1–पेज 256 ¶2)
नं. 1: रोमियों का परिचय (bsi08-1-HI पेज 17-18 ¶1-7)
नं. 2: रोमियों 3:1-20
नं. 3: स्वर्गदूत, कैसे परमेश्वर के सेवकों की हिम्मत बढ़ाते और उनकी हिफाज़त करते हैं
नं. 4: td-HI 4ग यह शिक्षा बाइबल के खिलाफ है कि “पूरे संसार का उद्धार होगा”
अग. 11 बाइबल पढ़ाई: रोमियों 5-8 गीत 1 (13)
भाषण का गुण: बाहरी सबूतों से दलीलें पक्की करना (be-HI पेज 256 ¶3-5)
नं. 1: जन भाषणों की तैयारी करना (be-HI पेज 52 ¶1–पेज 54 ¶1)
नं. 2: रोमियों 6:1-20
नं. 3: td-HI 5क यीशु की निंदा करने के लिए उसे काठ पर लटकाया गया
नं. 4: धार्मिकता कैसे हमारी हिफाज़त कर सकती है
अग. 18 बाइबल पढ़ाई: रोमियों 9-12 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: काफी सबूत पेश करना (be-HI पेज 256 ¶6–पेज 257 ¶3)
नं. 1: रोमियों—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 18-19 ¶20-5)
नं. 2: रोमियों 9:1-18
नं. 3: गपशप करने और अफवाहें फैलाने के क्या खतरे हैं?
नं. 4: td-HI 5ख क्रूस की उपासना नहीं करनी चाहिए
अग. 25 बाइबल पढ़ाई: रोमियों 13-16 गीत 22 (130)
भाषण का गुण: दिल तक पहुँचने की कोशिश (be-HI पेज 258 ¶1–पेज 259 ¶1)
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
सितं. 1 बाइबल पढ़ाई: 1 कुरिन्थियों 1-9 गीत 11 (85)
भाषण का गुण: लोगों के दिल की बात जानना (be-HI पेज 259 ¶2-4)
नं. 1: 1 कुरिन्थियों का परिचय (bsi08-1-HI पेज 20-1 ¶1-7)
नं. 2: 1 कुरिन्थियों 4:1-17
नं. 3: क्या धन-दौलत का होना परमेश्वर की आशीष का सबूत है?
नं. 4: f td-HI 6क सभी मसीहियों को गवाही देनी चाहिए, खुशखबरी सुनानी चाहिए
सितं. 8 बाइबल पढ़ाई: 1 कुरिन्थियों 10-16 गीत 23 (200)
भाषण का गुण: अच्छी भावनाएँ जगाना (be-HI पेज 259 ¶5–पेज 260 ¶1)
नं. 1: 1 कुरिन्थियों—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 21-2 ¶23-6)
नं. 2: 1 कुरिन्थियों 13:1–14:6
नं. 3: वचन पर चलनेवाले खुश क्यों रहते हैं
नं. 4: g td-HI 6ख लोगों से बार-बार जाकर मिलने, लगातार गवाही देने की ज़रूरत है
सितं. 15 बाइबल पढ़ाई: 2 कुरिन्थियों 1-7 गीत 26 (212)
भाषण का गुण: परमेश्वर के लिए भय पैदा करने में दूसरों की मदद करना (be-HI पेज 260 ¶2-3)
नं. 1: 2 कुरिन्थियों का परिचय (bsi08-1-HI पेज 22 ¶1-4)
नं. 2: 2 कुरिन्थियों 1:1-14
नं. 3: सच्चे मसीही सताए जाने पर खुश क्यों होते हैं
नं. 4: h td-HI 6ग खून के इलज़ाम से बचने के लिए गवाही देना ज़रूरी
सितं. 22 बाइबल पढ़ाई: 2 कुरिन्थियों 8-13 गीत 9 (37)
भाषण का गुण: हमारा चालचलन परमेश्वर के लिए मायने रखता है (be-HI पेज 260 ¶4–पेज 261 ¶1)
नं. 1: 2 कुरिन्थियों—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 22-3 ¶18-20)
नं. 2: 2 कुरिन्थियों 9:1-15
नं. 3: सच्चे मसीही संसार के भाग क्यों नहीं हैं
नं. 4: td-HI 7क अन्यजातियों को दिया गया समय, सन् 1914 (सा.यु.) में खत्म हुआ
सितं. 29 बाइबल पढ़ाई: गलतियों 1-6 गीत 19 (164)
भाषण का गुण: जाँच करने में दूसरों की मदद करना (be-HI पेज 261 ¶2-4)
नं. 1: गलतियों का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 24-5 ¶1-6, 14-18)
नं. 2: गलतियों 1:1-17
नं. 3: td-HI 8क आध्यात्मिक चंगाई से हमेशा के फायदे होते हैं
नं. 4: प्यार के सहारे इंसान के डर पर कैसे काबू पाया जा सकता है
अक्टू. 6 बाइबल पढ़ाई: इफिसियों 1-6 गीत 8 (53)
भाषण का गुण: दिल से आज्ञा मानने का बढ़ावा देना (be-HI पेज 262 ¶1-4)
नं. 1: इफिसियों का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 26-8 ¶1-8, 16-19)
नं. 2: इफिसियों 3:1-19
नं. 3: माफी माँगना, कमज़ोरी की निशानी नहीं है
नं. 4: td-HI 8ख परमेश्वर का राज्य शारीरिक बीमारियों को हमेशा के लिए मिटा देगा
अक्टू. 13 बाइबल पढ़ाई: फिलिप्पियों 1–कुलुस्सियों 4 गीत 4 (43)
भाषण का गुण: लोगों के दिल तक पहुँचने में यहोवा के साथ मिलकर काम करना (be-HI पेज 262 ¶5)
नं. 1: फिलिप्पियों का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 28-9 ¶1-7, 12-14)
नं. 2: फिलिप्पियों 3:1-16
नं. 3: td-HI 8ग आज के चंगाई के कामों पर परमेश्वर की मंज़ूरी होने का सबूत नहीं
नं. 4: i कुलुस्सियों—क्यों फायदेमंद है (bsi08-1-HI पेज 30-1 ¶12-14)
अक्टू. 20 बाइबल पढ़ाई: 1 थिस्सलुनीकियों 1–2 थिस्सलुनीकियों 3 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: दिए गए वक्त पर खत्म करना (be-HI पेज 263 ¶1–पेज 264 ¶4)
नं. 1: 1 और 2 थिस्सलुनीकियों का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 3-4 ¶1-5, 13-15; पेज 5-6 ¶1-4, 10-11)
नं. 2: 1 थिस्सलुनीकियों 1:1–2:8
नं. 3: td-HI 8घ अन्य-अन्य भाषाएँ बोलने का इंतज़ाम थोड़े समय के लिए था
नं. 4: j 1 और 2 तीमुथियुस—क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 7-8 ¶15-19; पेज 9 ¶10-12)
अक्टू. 27 बाइबल पढ़ाई: 1 तीमुथियुस 1–2 तीमुथियुस 4 गीत 7 (51)
भाषण का गुण: असरदार तरीके से उपदेश देना और उकसाना (be-HI पेज 265 ¶1–पेज 266 ¶1)
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
नवं. 3 बाइबल पढ़ाई: तीतुस 1–फिलेमोन गीत 16 (143)
भाषण का गुण: प्रेम से उकसाना (be-HI पेज 266 ¶2-5)
नं. 1: तीतुस का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 10-11 ¶1-4, 8-10)
नं. 2: तीतुस 1:1-16
नं. 3: td-HI 9क चर्च का आध्यात्मिक अर्थ है, मसीह पर बनाया गया
नं. 4: k फिलेमोन—क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 12-13 ¶7-10)
नवं. 10 बाइबल पढ़ाई: इब्रानियों 1-8 गीत 4 (43)
भाषण का गुण: बाइबल से उकसाना (be-HI पेज 267 ¶1-2)
नं. 1: इब्रानियों का परिचय (bsi08-2-HI पेज 13-15 ¶1-9)
नं. 2: इब्रानियों 3:1-19
नं. 3: td-HI 9ख चर्च की नींव पतरस नहीं था
नं. 4: सच्ची और झूठी नम्रता में फर्क
नवं. 17 बाइबल पढ़ाई: इब्रानियों 9-13 गीत 20 (93)
भाषण का गुण: ‘निर्भीकता से बोलना’ (be-HI पेज 267 ¶3-4)
नं. 1: इब्रानियों—क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 15-16 ¶23-7)
नं. 2: इब्रानियों 10:1-17
नं. 3: td-HI 10क शुरू के मसीही, जन्मदिन और क्रिसमस नहीं मनाते थे
नं. 4: एक-दूसरे को माफ करने से एकता कैसे बढ़ती है
नवं. 24 बाइबल पढ़ाई: याकूब 1-5 गीत 6 (45)
भाषण का गुण: हौसला बढ़ाना क्यों ज़रूरी है (be-HI पेज 268 ¶1-3)
नं. 1: याकूब का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 16-18 ¶1-7, 15-17)
नं. 2: याकूब 1:1-21
नं. 3: td-HI 11क यीशु का इंसानी जीवन “सब के छुटकारे” के लिए दिया गया
नं. 4: “दया न्याय पर जयवन्त” कैसे होती है (याकू. 2:13)
दिसं. 1 बाइबल पढ़ाई: 1 पतरस 1–2 पतरस 3 गीत 15 (127)
भाषण का गुण: यहोवा के उपकारों की याद दिलाना (be-HI पेज 268 ¶4–पेज 269 ¶2)
नं. 1: 1 पतरस का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 19-20 ¶1-5, 11-13)
नं. 2: 1 पतरस 2:1-17
नं. 3: td-HI 11ख बराबरी की कीमत थी
नं. 4: l 2 पतरस—क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 21-2 ¶8-10)
दिसं. 8 बाइबल पढ़ाई: 1 यूहन्ना 1–यहूदा गीत 8 (53)
भाषण का गुण: यह दिखाना कि यहोवा ने कैसे अपने लोगों की मदद की है (be-HI पेज 269 ¶3-5)
नं. 1: 1, 2, और 3 यूहन्ना का परिचय और क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 22-4 ¶1-5, 11-13; पेज 24-5 ¶1-3, 5; पेज 26 ¶1-3, 5)
नं. 2: 1 यूहन्ना 4:1-16
नं. 3: td-HI 12क आज्ञा माननेवाले इंसानों से अनंत जीवन का पक्का वादा किया गया
नं. 4: a यहूदा—क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 28 ¶8-10)
दिसं. 15 बाइबल पढ़ाई: प्रकाशितवाक्य 1-6 गीत 29 (222)
भाषण का गुण: आज यहोवा जो कर रहा है, उसमें खुश होना (be-HI पेज 270 ¶1–पेज 271 ¶2)
नं. 1: प्रकाशितवाक्य का परिचय (bsi08-2-HI पेज 28-30 ¶1-6)
नं. 2: प्रकाशितवाक्य 3:1-13
नं. 3: td-HI 12ख स्वर्गीय जीवन सिर्फ उनको मिलेगा जो मसीह की देह का हिस्सा हैं
नं. 4: धीरज और दया की एक सीमा क्यों होती है
दिसं. 22 बाइबल पढ़ाई: प्रकाशितवाक्य 7-14 गीत 16 (143)
भाषण का गुण: परमेश्वर की सेवा स्कूल से पूरा फायदा उठाइए (be-HI पेज 5 ¶1–पेज 8 ¶1)
नं. 1: प्रकाशितवाक्य—क्यों फायदेमंद है (bsi08-2-HI पेज 30-1 ¶28-34)
नं. 2: प्रकाशितवाक्य 8:1-13
नं. 3: td-HI 12ग अनगिनत लोगों यानी ‘अन्य भेड़ों’ को धरती पर जीवन देने का वादा किया गया
नं. 4: “परमेश्वर हमारे मन से बड़ा है,” इन शब्दों का क्या मतलब है? (1 यूह. 3:20)
दिसं. 29 बाइबल पढ़ाई: प्रकाशितवाक्य 15-22 गीत 17 (187)
भाषण का गुण: सही-सही पढ़ना (be-HI पेज 83 ¶1-5)
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
[फुटनोट]
a यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
b यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
c यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
d यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
e यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
f यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
g यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
h यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
i यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
j यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
k यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
l यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।
a यह भाग सिर्फ भाइयों को सौंपिए। अच्छा होगा अगर वे प्राचीन या सहायक सेवक हों।