घोषणाएँ
◼ फरवरी के लिए साहित्य पेशकश: क्या एक सिरजनहार है जो आपकी परवाह करता है? (अँग्रेज़ी) या पारिवारिक सुख का रहस्य। मार्च: बाइबल असल में क्या सिखाती है? बाइबल अध्ययन शुरू करने की पुरज़ोर कोशिश कीजिए। अप्रैल और मई: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। दिलचस्पी दिखानेवाले उन लोगों से मिलने की खास कोशिश की जाएगी, जो स्मारक और खास जन भाषण के लिए हाज़िर होते हैं, मगर कलीसिया के साथ नियमित तौर पर संगति नहीं करते। इन मुलाकातों का मकसद होना चाहिए, उन लोगों के साथ बाइबल अध्ययन शुरू करना, जिन्होंने अब तक अध्ययन कबूल नहीं किया है।
◼ मार्च का महीना सहयोगी पायनियर सेवा करने के लिए बढ़िया रहेगा, क्योंकि इसमें पाँच शनिवार-रविवार हैं।
◼ कलीसिया के सचिव और सेवा अध्यक्ष को सभी पायनियरों की सेवा के रिकॉर्ड की जाँच करनी चाहिए। अगर किसी पायनियर को घंटों की माँग पूरी करने में मुश्किल हो रही है, तो प्राचीनों को उसकी मदद करने के लिए कुछ इंतज़ाम करने चाहिए।
◼ सन् 2008 में स्मारक के मौसम के खास जन भाषण का विषय है, “कौन इंसानों पर हुकूमत करने के काबिल है?” इससे जुड़ी घोषणा के लिए, सितंबर 2007 की हमारी राज्य सेवकाई देखिए।
◼ कलीसिया के सचिवों को साहित्य की गुज़ारिश फॉर्म (S-14) के पेज 2 पर दिए सभी फॉर्मों को काफी मात्रा में रखने चाहिए। जैसे, प्रचार की रिपोर्ट (S-4-HI), सहयोगी पायनियर सेवा के लिए अर्ज़ी (S-205b-HI), कलीसिया प्रचारक रिकॉर्ड (S-21), रसीद (S-24), कलीसिया की सभाओं की हाज़िरी रिकॉर्ड (S-88), सेवा स्कूल की भाग पर्ची (S-89), हाऊस-टू-हाऊस रिकॉर्ड (S-8), ड्यूरबल पावर ऑफ अटॉरनी फॉर हेल्थ केयर (dpa) और आइडैंटिटी कार्ड (ic)। इन्हें साहित्य की गुज़ारिश फॉर्म (S-14) के ज़रिए मँगाया जा सकता है। कलीसिया में कम-से-कम इतने फॉर्म होने चाहिए कि वे साल-भर के लिए काफी हों।
◼ नया ऑडियो कॉम्पैक्ट डिस्क उपलब्ध है:
बाइबल असल में क्या सिखाती है?—एम.पी. 3 —अँग्रेज़ी
◼ उपलब्ध नए डी.वी.डी.:
उन्होंने सुसमाचार की अच्छी तरह गवाही दी —अमेरिकन साइन लैंग्वेज
जब आपका कोई अपना मर जाए —अमेरिकन साइन लैंग्वेज
ऐसे लक्ष्यों का पीछा कीजिए जिनसे परमेश्वर की महिमा होती है —अँग्रेज़ी
सभी कलीसियाओं को लक्ष्यों का पीछा कीजिए डी.वी.डी. की एक कॉपी रोज़ाना बाइबल वचनों पर ध्यान दीजिए 2008 और 2008 कैलेंडर के साथ भेजी गयी है। प्रचारक चाहें तो इसे कलीसिया की लाइब्रेरी से ले सकते हैं और देखने के बाद लौटा सकते हैं। अगर आगे चलकर इस डी.वी.डी. की और भी कॉपियाँ उपलब्ध होंगी, तो हमारी राज्य सेवकाई में इसकी घोषणा की जाएगी। तब आप इसकी गुज़ारिश कर सकते हैं।