28 जून से शुरू होनेवाले हफ्ते का शेड्यूल
28 जून से शुरू होनेवाला हफ्ता
❑ मंडली का बाइबल अध्ययन:
परमेश्वर का प्यार अध्या. 8 पैरा. 19-26, और पेज 106, 109 पर दिए बक्स
❑ परमेश्वर की सेवा स्कूल:
बाइबल पढ़ाई: 1 राजा 3–6
परमेश्वर की सेवा स्कूल पर चर्चा
❑ सेवा सभा:
5 मि: घोषणाएँ।
15 मि: जुलाई महीने में पत्रिका पेश करने की तैयारी कीजिए। हाज़िर लोगों के साथ चर्चा। चंद शब्दों में बताइए कि इस पत्रिका में क्या जानकारी दी गयी है। इसके बाद दो या तीन लेख चुनिए और पूछिए कि वे पेशकश के लिए कौन-सा सवाल और कौन-सी आयत पढ़ने की सोच रहे हैं। प्रदर्शन करके दिखाइए कि हर अंक कैसे पेश किया जाएगा। आखिर में एक और प्रदर्शन दिखाइए कि कैसे वापसी भेंट में बाइबल अध्ययन शुरू किया जा सकता है।—हमारी राज्य सेवकाई 8/07 पेज 3 देखिए।
15 मि: बचपन से तालीम दी गयी। हाज़िर लोगों के साथ चर्चा। तीमुथियुस एक जोशीले और कुशल प्रचारक के रूप में जाना जाता है। (फिलि. 2:20-22) कुछ हद तक इसका कारण है कि उसकी माँ और नानी हैं, जिन्होंने बचपन से ही उसकी ज़िंदगी में आध्यात्मिक नींव डाली। (2 तीमु. 1:5; 3:15) बाइबल से नीचे दिए गए कुछ सुझाव माता-पिताओं की मदद करेंगे ताकि वे अपने बच्चों को अच्छे प्रचारक बनने की तालीम दे सकें। (1) अपने बच्चे को जितनी जल्दी हो सके छुटपन से प्रचार में साथ ले जाइए; उसकी उम्र और काबिलियत के मुताबिक उसे प्रचार में भाग लेने की तालीम दीजिए। (नीति. 22:6) (2) प्रचार सेवा को हमेशा पहले स्थान पर रखने के ज़रिए एक अच्छी मिसाल कायम कीजिए। (फिलि. 1:9, 10) (3) पारिवारिक उपासना या दूसरे मौकों पर प्रचार काम के लिए एहसानमंदी और प्यार पैदा कीजिए। (व्यव. 6:6, 7) (4) हमेशा प्रचार के बारे में अच्छा रवैया रखिए और अच्छा बोलिए। (फिलि. 3:8; 4:8; 1 तीमु. 1:12) (5) परिवार के साथ हमेशा प्रचार में हिस्सा लीजिए और इसे एक आदत बनाइए। (प्रेषि. 5:41, 42) (6) उन लोगों के साथ संगति कीजिए जो जोशीले प्रचारक हैं। (नीति. 13:20) हाज़िर लोगों से पूछिए कि किस तरह उनके माता-पिता ने उन्हें खास तरीके से मदद दी, जिससे वे अपनी प्रचार सेवा को मज़ेदार और असरदार बना सके।