बाइबल सिखाती है किताब की खासियतों का अच्छी तरह इस्तेमाल कीजिए
जैसे-जैसे हमारा विद्यार्थी सीखता है कि बाइबल असल में क्या सिखाती है और सीखी बातों को लागू करता है, वैसे-वैसे उसके दिल में सच्चाई का बीच बढ़ता जाएगा और फल लाएगा। (भज. 1:1-3) बाइबल सिखाती है किताब की कुछ खासियतों का अच्छी तरह इस्तेमाल करके हम अपने विद्यार्थी को तरक्की करने में मदद कर सकते हैं।
अध्याय के शुरू में दिए सवाल: हरेक अध्याय की शुरूआत में कुछ सवाल दिए गए हैं, जिनका जवाब उस अध्याय में दिया गया है। आप अध्ययन में अपने विद्यार्थी की दिलचस्पी जगाने के लिए उससे ये सवाल पूछ सकते हैं। या फिर उसे चंद शब्दों में हरेक सवाल का जवाब देने के लिए कह सकते हैं। अगर वह गलत जवाब देता है, तो उसे उसी वक्त सही जवाब मत बताइए। उसके जवाब से आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि आपको उसे अध्याय के किन मुद्दों को समझाने और उन पर ज़ोर देने की ज़रूरत है।—नीति. 16:23; 18:13.
अतिरिक्त लेख: अगर विद्यार्थी अध्याय में दी बातें समझ जाता है और उन बातों को मान लेता है, तो आप उससे कह सकते हैं कि वह उस विषय से जुड़ा अतिरिक्त लेख खुद पढ़ सकता है। अगली बार जब आप उसके साथ अध्ययन करें, तब आप कुछ वक्त के लिए उस जानकारी पर चर्चा कर सकते हैं, ताकि आपको इस बात का यकीन हो जाए कि उसे वह लेख समझ में आ गया है। लेकिन अगर आपको लगता है कि अतिरिक्त लेख में दी जानकारी पर चर्चा करना उसके लिए फायदेमंद होगा, तो आप अध्ययन कराते वक्त अतिरिक्त लेख में दी जानकारी पर या फिर उसके कुछ हिस्से पर चर्चा कर सकते हैं। आप साथ मिलकर कुछ पैराग्राफ पढ़ सकते हैं और विद्यार्थी से वे सवाल पूछ सकते हैं, जो आपने पहले से तैयार किए हैं।
अध्याय के आखिर में दिया बक्स: हरेक अध्याय के आखिर में एक बक्स दिया गया है, जिसमें अध्याय की शुरूआत में दिए सवालों के जवाब दिए हैं। इस बक्स का इस्तेमाल करके आप यह जान पाएँगे कि आपका विद्यार्थी अध्याय में दिए खास मुद्दे समझ गया है कि नहीं और क्या वह इन्हें अच्छे से समझा सकता है। विद्यार्थी के साथ मिलकर हरेक जवाब पढ़िए और दी आयतें भी पढ़िए। फिर अपने विद्यार्थी से यह बताने के लिए कहिए कि वे आयतें कैसे उस वाक्य को सच साबित करती हैं।—प्रेषि. 17:2, 3.