मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका के लिए हवाले
6-12 फरवरी
ढूँढ़ें अनमोल रत्न
इंसाइट-1 पेज 643 पै 4-5
तलाक
लाक्षणिक मायने में तलाक। शास्त्र में शादी के रिश्ते को लाक्षणिक तौर पर इस्तेमाल किया गया है। (यश 54:1, 5, 6; 62:1-6) इसमें लाक्षणिक मायने में तलाक की बात भी की गयी है यानी एक पत्नी को दूर भेज देना।—यिर्म 3:8.
ईसा पूर्व 607 में यहूदा राज्य को हरा दिया गया और यरूशलेम का विनाश हुआ और देश के निवासियों को बंदी बनाकर बैबिलोन ले जाया गया। सालों पहले इस घटना की भविष्यवाणी करते वक्त यहोवा ने यहूदियों से इस तरह बात की मानो वे बँधुआई में हैं। उसने कहा, “जब मैंने तुम्हारी माँ को दूर भेजा, तो क्या उसे कोई तलाकनामा दिया?” (यश 50:1) उनकी “माँ” यानी इसराएल राष्ट्र को जायज़ वजह से दूर भेजा गया था। ऐसा नहीं था कि यहोवा ने अपना करार तोड़ दिया था और तलाक की कार्रवाई शुरू की थी बल्कि उनकी माँ ने खुद कानून के करार के खिलाफ अपराध किया था। लेकिन कुछ बचे हुए इसराएलियों ने पश्चाताप किया और यहोवा से प्रार्थना की कि वह दोबारा उनका पति बनकर उन्हें अपने देश में बसा दे। यहोवा ने वादा किया कि वह अपने लोगों को फिर से उनके देश में बसा देगा। यरूशलेम 70 साल तक उजाड़ पड़ा रहा, इसके बाद यहोवा ने अपने नाम की खातिर ई.पू. 537 में अपना यह वादा पूरा किया।—भज 137:1-9; शादी देखिए।
जीएँ मसीहियों की तरह
इयरबुक16 पेज 144-145
इंडोनेशिया
हम अपने विश्वास से नहीं मुकरेंगे
डैनियल लोकोलो
जन्म 1965
बपतिस्मा 1986
परिचय एक खास पायनियर जो ज़ुल्म के बावजूद डटा रहा
चौदह अप्रैल, 1989 की बात है। फ्लोरस द्वीप के माउमेरे कसबे में, मैं एक घर में सभा चला रहा था। तभी कुछ सरकारी अधिकारी घर में घुस आए और मुझे और तीन और लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
जेल में कुछ पुलिसवालों ने ज़बरदस्ती हमसे झंडे की सलामी करवाने की कोशिश की। जब हमने इनकार किया तो उन्होंने हमें लात मारी और खूब पीटा। उन्होंने हमें पाँच दिनों तक चिलचिलाती धूप में खड़े रखा। रात के वक्त वे हमें छोटी-छोटी जेलों में डाल देते थे जो बहुत ही गंदी थी। हम थके-हारे सख्त ज़मीन पर बैठकर ठंड में ठिठुरते थे और दर्द के मारे कराहते थे। जेलर ने बार-बार हमसे समझौता करने को कहा लेकिन हमारा एक ही जवाब था, “हम मर जाएँगे लेकिन झंडे को सलामी नहीं देंगे।” हमसे पहले के कई मसीहियों की तरह हमने भी ‘नेकी की खातिर दुख उठाना’ सम्मान की बात समझी।—1 पत. 3:14.
इंडोनेशिया
हमने निर्देश को माना और हम ज़िंदा हैं!
ब्लासियस डे गोमेस
जन्म 1963
बपतिस्मा 1995
परिचय एक प्राचीन जिसने धार्मिक गुटों के बीच हो रही लड़ाई के दौरान झुंड की प्यार से देखभाल की। यह लड़ाई अमबोन में हुई, जो मोलुका द्वीप का हिस्सा है।
मुस्लिम और ईसाइयों के बीच बढ़ते तनाव की वजह से 19 जनवरी, 1999 को दंगे शुरू हो गए। यह घटना मेरे घर से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर हुई थी। चारों तरफ अफरा-तफरी मच गयी। (फुटनोट: यह लड़ाई पूरे मोलुका प्रांत में दो साल से ज़्यादा समय तक चलती रही और इस दौरान हज़ारों लोग बेघर हो गए।)
मैंने पहले अपने परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखा, फिर मैंने दूसरे प्रचारकों की खैरियत जानने के लिए उनको फोन किया। मैंने उन्हें शांत रहने और खतरनाक इलाकों से दूर रहने की सलाह दी। बाद में प्राचीन अलग-अलग भाई-बहनों से मिलने गए ताकि उनके विश्वास को मज़बूत कर सकें और उन्हें छोटे-छोटे समूहों में सभाएँ रखने का बढ़ावा दे सकें।
शाखा दफ्तर ने हमें निर्देश दिया कि जो प्रचारक खतरनाक इलाकों में रहते हैं, हम उन्हें तुरंत उन जगहों को छोड़ने के लिए कहें। हमने यह बात कई परिवारों को बतायी। एक भाई ने ऐसा करने से इनकार कर दिया, बाद में वह एक भीड़ के हाथों मारा गया। लेकिन जिस किसी ने शाखा दफ्तर का निर्देश माना वह बच गया।