मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका के लिए हवाले
6-12 मार्च
पाएँ बाइबल का खज़ाना | यिर्मयाह 1-4
“मैं तुझे बचाने के लिए तेरे साथ हूँ”
जेरेमायाह पेज 88 पै 14-15
“मैं थके-हारों को संतुष्ट करूँगा”
क्या आप थके-हारों की हिम्मत बँधाएँगे?
14 ध्यान दीजिए कि यिर्मयाह का हौसला कैसे बढ़ाया गया और उसने “थके-हारों” का हौसला कैसे बढ़ाया। (यिर्म. 31:25) भविष्यवक्ता यिर्मयाह को खुद यहोवा से हौसला मिला था। सोचिए कि उस वक्त आपको कैसा लगता, अगर यहोवा आपसे कहता, “आज मैं तुझे एक किलेबंद शहर जैसा बनाता हूँ, . . . वे तुझसे लड़ेंगे तो ज़रूर मगर जीत नहीं पाएँगे, क्योंकि यहोवा कहता है, ‘मैं तुझे बचाने के लिए तेरे साथ हूँ।’” (यिर्म. 1:18, 19) तभी तो यिर्मयाह ने कहा कि यहोवा “मेरी ताकत और मेरा मज़बूत गढ़ [है], जहाँ मैं मुसीबत के दिन भागकर जाता हूँ।”—यिर्म. 16:19.
15 यह बात गौर करने लायक है कि यहोवा ने यिर्मयाह से कहा, ‘मैं तेरे साथ हूँ।’ क्या हम इससे कुछ सीख सकते हैं? अगर हम देखते हैं कि हमारे किसी जान-पहचानवाले को हौसले की ज़रूरत है, तो हम क्या कर सकते हैं? यह एहसास होना अच्छी बात है कि किसी भाई-बहन या रिश्तेदार को हौसला चाहिए, लेकिन इतना काफी नहीं है। हमें उसकी मदद के लिए कदम भी उठाना चाहिए। ज़्यादातर मामलों में वही करना अच्छा होता है, जो परमेश्वर ने यिर्मयाह के लिए किया था। हम उस व्यक्ति को ऐसे हाल में अकेला न छोड़ें, बल्कि उसके साथ रहें। फिर हौसला बढ़ानेवाले दो शब्द बोलें, मगर ध्यान रहे कि हम उसे भाषण न देने लगें। अगर हम सोच-समझकर बातें कहें, फिर चाहे वे चंद बातें क्यों न हों, तो उस व्यक्ति को काफी हिम्मत और हौसला मिल सकता है। इसके लिए ज़रूरी नहीं कि आप बोलने में बहुत माहिर हों। आप आसान शब्दों में भी ऐसी बातें कह सकते हैं, जिनसे आपका प्यार और आपकी परवाह झलके। इस तरह एक व्यक्ति का काफी हौसला बढ़ सकता है।—नीतिवचन 25:11 पढ़िए।
13-19 मार्च
पाएँ बाइबल का खज़ाना | यिर्मयाह 5-7
“उन्होंने परमेश्वर की मरज़ी पर चलना छोड़ दिया”
जेरेमायाह पेज 21 पै 12
“आखिरी दिनों में” कैसे सेवा करें?
12 जब यहोयाकीम ने राज करना शुरू किया था, तो यहूदा के लोग बहुत बुरे-बुरे काम कर रहे थे, जैसे ‘चोरी, कत्ल, व्यभिचार, झूठी शपथ खाना, बाल देवता के लिए बलिदान चढ़ाना और देवताओं के पीछे जाना।’ उन्हें लगता था कि यहोवा के मंदिर में कोई जादुई ताकत है, जिससे उनकी रक्षा होती है। मगर यहोवा ने यिर्मयाह से कहा कि वह मंदिर जाकर यहूदियों को कड़ी फटकार लगाए। यहोवा ने उससे कहलवाया कि अगर वे ये बुरे काम करना नहीं छोड़ेंगे, तो वह मंदिर में उपासना करनेवाले उन पाखंडियों को त्याग देगा। साथ ही, वह मंदिर को भी त्याग देगा, ठीक जैसे उसने महायाजक एली के दिनों में शीलो में पवित्र डेरे को त्याग दिया था। पूरा यहूदा देश “खंडहर बन जाएगा।” (यिर्म. 7:1-15, 34; 26:1-6) यह संदेश सुनाने के लिए यिर्मयाह को कितनी हिम्मत से काम लेना पड़ा होगा! मुमकिन है कि उसने नामी-गिरामी लोगों के सामने सरेआम यह संदेश सुनाया होगा। आज सड़क पर गवाही देते वक्त या बड़े-बड़े लोगों को प्रचार करते वक्त हममें से कई भाई-बहनों को लगता है कि उन्हें और हिम्मत चाहिए। वे इस बात का यकीन रख सकते हैं कि यहोवा उनका साथ देगा, ठीक जैसे उसने यिर्मयाह का साथ दिया था।—इब्रा. 10:39; 13:6.
20-26 मार्च
पाएँ बाइबल का खज़ाना | यिर्मयाह 8-11
“यहोवा की दिखायी राह पर चलने से ही खुशी मिलती है”
इंसाइट-1 पेज 555
खीरा
जानवरों को डराने के लिए फसलवाले खेत में खंभे, काठ या दूसरी चीज़ें गाड़ दी जाती थीं। भविष्यवक्ता यिर्मयाह ने कहा कि मूर्तिपूजा करनेवाले राष्ट्रों की मूरतें भी खीरे के खेत में खड़े एक ऐसे ही “फूस के पुतले” की तरह हैं। वे बोल नहीं सकतीं।—यिर्म 10:5.
27 मार्च–2 अप्रैल
पाएँ बाइबल का खज़ाना | यिर्मयाह 12-16
“इसराएल यहोवा को भूल गया”
जेरेमायाह पेज 51 पै 17
धोखेबाज़ दिल से सावधान रहिए
17 यिर्मयाह को जो काम मिला था, वह उसे परमेश्वर के निर्देश के मुताबिक करना था। अगर आप यिर्मयाह की जगह होते, तो क्या आप परमेश्वर का निर्देश मानते? एक बार यहोवा ने यिर्मयाह से कहा कि वह मलमल का कमरबंद खरीदकर अपनी कमर पर बाँधे। फिर यहोवा ने उससे कहा कि वह फरात नदी के पास जाए। अगर आप नक्शा देखें, तो आप समझ पाएँगे कि उसे करीब 500 किलोमीटर की दूरी तय करनी थी। वहाँ पहुँचने पर उसे कमरबंध एक चट्टान की दरार में छिपाना था और फिर यरूशलेम लौट आना था। कई दिनों बाद यहोवा उसे वह कमरबंद वापस लेने के लिए भेजता है। (यिर्मयाह 13:1-9 पढ़िए।) कुल मिलाकर यिर्मयाह को करीब 1,900 किलोमीटर का सफर करना पड़ा। बाइबल के आलोचक इस बात पर विश्वास ही नहीं कर पाते कि वह महीनों तक इतनी दूर पैदल चलकर गया। (एज्रा 7:9) लेकिन परमेश्वर ने उसे यही करने के लिए कहा था और उसने वही किया।
जेरेमायाह पेज 52 पै 18
धोखेबाज़ दिल से सावधान रहिए
18 कल्पना कीजिए कि भविष्यवक्ता यिर्मयाह यहूदिया के पहाड़ों पर चढ़ता-उतरता जा रहा है और फिर वह शायद एक रेगिस्तान को पार करके फरात नदी के पास जाता है। वह सिर्फ एक मलमल का कमरबंद छिपाने के लिए यह सब करता है। इतने दिन तक यिर्मयाह को घर पर न पाकर उसके पड़ोसियों के मन में ज़रूर सवाल उठे होंगे। जब वह वापस आया, तो उसके पास मलमल का कमरबंध नहीं था। परमेश्वर ने उसे दोबारा उसी सफर पर भेजा और कहा कि वह कमरबंद वापस ले आए, जो अब सड़ चुका था और “किसी काम का नहीं रहा” था। यिर्मयाह के मन में यह खयाल आ सकता था, ‘बहुत हो गया। मुझे तो इसमें कोई तुक नज़र नहीं आता!’ लेकिन यिर्मयाह ने ऐसा कुछ नहीं सोचा, क्योंकि वह हमेशा से वही करता आया था, जो परमेश्वर उससे कहता था। उसने बिना किसी शिकायत के परमेश्वर का निर्देश माना।
जेरेमायाह पेज 52 पै 19-20
धोखेबाज़ दिल से सावधान रहिए
19 जब वह दूसरी बार सफर करके वापस आया, तब जाकर परमेश्वर ने उसे सारी बातें समझायीं। यिर्मयाह ने जो किया, उस वजह से वह यह दमदार संदेश सुना पाया, “ये दुष्ट लोग जो मेरी आज्ञा मानने से इनकार कर देते हैं, ढीठ होकर अपने मन की करते हैं और दूसरे देवताओं के पीछे जाते हैं, उनकी सेवा करते और उनके आगे दंडवत करते हैं, वे इस कमरबंद की तरह किसी काम के न रहेंगे।” (यिर्म. 13:10) अपने लोगों को सिखाने के लिए यहोवा ने क्या ही बेहतरीन तरीका अपनाया! यिर्मयाह ने यहोवा की आज्ञा पूरे दिल से मानी, भले ही वह मामूली क्यों न लगी हो। उसके आज्ञा मानने की वजह से लोग यहोवा का संदेश अच्छी तरह समझ पाए।—यिर्म. 13:11.
20 आज परमेश्वर अपने मसीही सेवकों को कोई सीख देने के लिए उनसे यह उम्मीद नहीं करता कि वे सैकड़ों मील पैदल चलें। लेकिन हाँ यह ज़रूर है कि आप मसीही स्तरों पर चलने के लिए जो फैसले करते हैं, उन्हें देखकर आपके पड़ोसी या आपके संगी-साथी शायद ताज्जुब करें या आपका मज़ाक उड़ाएँ। जैसे पहनावे, बनाव-सिंगार, ऊँची शिक्षा, नौकरी-पेशे या शराब पीने के मामले में आप जो फैसला करते हैं, वह शायद लोगों को थोड़ा अजीब लगे। इसके बावजूद क्या आप यिर्मयाह की तरह परमेश्वर की हिदायतें मानेंगे? जब आप खुद को परमेश्वर की मरज़ी के मुताबिक ढालते हैं, तब आपके फैसलों से लोगों को अच्छी गवाही मिल सकती है। साथ ही, जब आप परमेश्वर के वचन में दी सलाह और विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास के ज़रिए मिलनेवाली हिदायतें हर हाल में मानते हैं, तो आपका ही भला होता है। धोखेबाज़ दिल की सुनने के बजाय यिर्मयाह की तरह ठान लीजिए कि आप हमेशा यहोवा की आज्ञा मानेंगे और खुद को उसके हाथों में सौंप देंगे, ताकि वह आपको एक ऐसा बरतन बनाए, जो आदर के योग्य हो और हमेशा उसके काम आए।
इंसाइट-1 पेज 1121 पै 2
यहोवा ने इसराएल और यहूदा के घराने के बारे में कहा कि वे उसकी कमर पर बँधे कमरबंद की तरह हैं। इस तरह उसने जताया कि उसने उन्हें अपने बहुत करीब रखा था, ताकि वे उसकी महिमा और शोभा बनें। (यिर्म. 13:11) यीशु मसीह के बारे में भी भविष्यवाणी की गयी थी कि वह अपने राज में कमर पर नेकी का कमरबंद कसेगा और सच्चाई का पट्टा बाँधेगा। इसका मतलब है कि वह अपने राज में हर काम नेकी और सच्चाई से करेगा। ठीक जैसे कमरबंद से एक व्यक्ति को काम करने में मदद मिलती है, उसी तरह नेकी के गुण से यीशु को यहोवा के चुने हुए न्यायी के तौर पर काम करने में मदद मिलेगी।—यशा. 11:1, 5.
ढूँढ़ें अनमोल रत्न
जेरेमायाह पेज 118 पै 11
क्या आप हर दिन कहते हैं, “आओ, हम यहोवा की ओर ताकें”?
11 जब यिर्मयाह ने देखा कि दुष्ट फल-फूल रहे हैं, तो उसके मन में एक सवाल उठा। (यिर्मयाह 12:1, 3 पढ़िए।) उसने कभी यहोवा के नेक होने पर सवाल नहीं उठाया। वह बस यह जानना चाहता था कि बहुत-से यहूदी दुष्ट होने के बावजूद क्यों फल-फूल रहे हैं। उसने जिस तरह बेझिझक यहोवा से सवाल किया, उससे पता चलता है कि यहोवा के साथ उसका अच्छा रिश्ता था, जैसे एक बच्चे का पिता के साथ होता है। क्या यिर्मयाह को अपने सवाल का जवाब मिला? यहोवा ने उसे यकीन दिलाया कि वह दुष्ट लोगों को जड़ से मिटा देगा। (यिर्म. 12:14) जब यिर्मयाह ने देखा कि उसने जो मामला यहोवा को प्रार्थना में बताया था, उसे यहोवा ने किस तरह सुलझाया, तो उसका यह विश्वास बढ़ गया होगा कि यहोवा सच्चा न्याय करता है। इसके बाद यिर्मयाह अपने पिता यहोवा से और भी ज़्यादा प्रार्थना करने लगा होगा और उसे अपने दिल की हर बात बताता होगा।