21-27 अक्टूबर
1 पतरस 3-5
गीत 14 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (3 मि. या कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“सब बातों का अंत पास आ गया है”: (10 मि.)
1पत 4:7—“सही सोच बनाए रखो और प्रार्थना के मामले में चौकन्ने रहो” (प्र13 11/15 पेज 3 पै 1)
1पत 4:8—“एक-दूसरे को दिल की गहराइयों से प्यार करो” (प्र99 4/15 पेज 22 पै 3)
1पत 4:9—“बिना कुड़कुड़ाए एक-दूसरे की मेहमान-नवाज़ी किया करो” (प्र18.03 पेज 14-15 पै 2-3)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
1पत 3:19, 20—यीशु ने कब और कैसे “कैद में पड़े दुष्ट स्वर्गदूतों” को प्रचार किया? (प्र13 6/15 पेज 23)
1पत 4:6—वे ‘मरे हुए’ कौन हैं जिन्हें ‘खुशखबरी सुनायी गयी थी’? (प्र08 11/15 पेज 21 पै 8)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) 1पत 3:8-22 (जी-जान गुण 10)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
दूसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए। (जी-जान गुण 6)
दूसरी मुलाकात: (5 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। बाइबल का अध्ययन क्यों करें? वीडियो के बारे में बताइए और चर्चा कीजिए (मगर उसे चलाइए मत)। (जी-जान गुण 8)
जीएँ मसीहियों की तरह
“पवित्र चालचलन और गहरे आदर से अपने साथी का दिल जीतिए”: (15 मि.) चर्चा। यहोवा हमें अपना बोझ उठाने की ताकत देता है वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) राज किताब अध्या 14 पै 8-14, बक्स “उसने परमेश्वर की महिमा करने के लिए अपनी जान दे दी”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 55 और प्रार्थना