अध्ययन के लिए सुझाव
अपने दिल को तैयार कीजिए
हम चाहते हैं कि हम यहोवा के बारे में जो भी सीखें, उसका असर हमारे अंदर के इंसान पर यानी हमारी सोच और भावनाओं पर हो। इस मामले में हम एज्रा से बहुत कुछ सीख सकते हैं। उसने “यहोवा के कानून का अध्ययन” करने के लिए “अपने दिल को तैयार किया।” (एज्रा 7:10) हम अपने दिल को कैसे तैयार कर सकते हैं?
प्रार्थना कीजिए। हर बार अध्ययन करने से पहले प्रार्थना कीजिए। बाइबल की बातों को समझने के लिए और उस हिसाब से चलने के लिए यहोवा से मदद माँगिए।—भज. 119:18, 34.
नम्र बनिए। घमंडी लोग अपनी बुद्धि पर भरोसा रखते हैं, इसलिए यहोवा उनसे सच्चाई छिपाए रखता है। (लूका 10:21) तो खोजबीन करते वक्त यह मत सोचिए कि इस जानकारी से मैं दूसरों की नज़रों में कैसे छा सकता हूँ। और अगर आपको एहसास हो कि किसी मामले में आपको अपनी सोच बदलनी है, तो ऐसा ज़रूर कीजिए।
राज-गीत सुनिए। राज-गीत सुनने से हमारे अंदर अच्छी भावनाएँ जागती हैं और यहोवा की उपासना के लिए हमारा दिल तैयार हो पाता है। तो क्यों ना हर बार अध्ययन करने से पहले एक राज-गीत सुनें?