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नमस्कार (1)
धीरज धरने से खुशी मिलती है (2-15)
हर अच्छा तोहफा ऊपर से मिलता है (16-18)
वचन को सुनना; उस पर चलना (19-25)
शुद्ध और निष्कलंक उपासना (26, 27)
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अमीरों को चेतावनी (1-6)
सब्र रखने और धीरज धरने से परमेश्वर की आशीष मिलती है (7-11)
तुम्हारी ‘हाँ’ का मतलब हाँ हो (12)
विश्वास से की गयी प्रार्थना असर करती है (13-18)
पापी को लौटने में मदद देना (19, 20)