यहूदा सारांश नमस्कार (1, 2) झूठे शिक्षकों को ज़रूर सज़ा मिलेगी (3-16) शैतान के साथ मीकाएल की बहस (9) हनोक की भविष्यवाणी (14, 15) खुद को परमेश्वर के प्यार के लायक बनाए रखो (17-23) महिमा परमेश्वर की हो (24, 25)