युवा लोग पूछते हैं . . .
मैं वज़न घटाने की सनक पर कैसे काबू पाऊँ?
“मेरी ज़िंदगी की सबसे बड़ी उलझन यह है कि अपने सैंडविच पर मेयनेज़a लगाऊँ या न लगाऊँ। मैं किसी और बात पर अपना ध्यान कैसे लगाऊँ जब मेरा सारा ध्यान मेयनेज़ पर है? आखिरी फैसला? मेयनेज़ बंद—इसमें बहुत कैलोरी होती हैं। एक बार फिर ऎनोरॆक्सिया जीत गया। मैं हार गयी।”—जेमी।
लाखों लड़कियाँ भोजन-संबंधी बीमारियों से पीड़ित हैं।b उनमें से ज़्यादातर इस इरादे से नहीं चली थीं कि खुद को भूखा मारेंगी (ऎनोरॆक्सिया) या खूब खाने और फिर पेट खाली करने की आदत डाल लेंगी (बुलिमिया)। इसके विपरीत, अनेक लड़कियों ने बस दो-चार किलो वज़न घटाने का छोटा-सा लक्ष्य रखा था। लेकिन इससे पहले कि उन्हें पता चलता, वे भूखों मरने या खूब खाने के मकड़जाल में फँस चुकी थीं। “मैंने अपने वज़न पर काबू रखने के इरादे से डायटिंग शुरू की, लेकिन अब यह मुझे काबू कर रही है,” जेमी कहती है।
यदि आपको भोजन की और अपने वज़न पर भोजन के असर की चिंता सताती है, तो आप क्या करें? सबसे पहले, यह समझने की कोशिश कीजिए कि बहुत-सी दूसरी लड़कियों ने भोजन-संबंधी बीमारियों का मुकाबला किया है और जीत हासिल की है! लेकिन कैसे?
आईना क्या बताता है
यदि आप भोजन-संबंधी बीमारी का मुकाबला करना चाहती हैं तो अपने डील-डौल के बारे में सच्चाई स्वीकार कीजिए, जो एक ज़रूरी कदम है। “भोजन-संबंधी बीमारी से पीड़ित अधिकतर लोगों के मन में अपने शरीर के बारे में टेढ़े-मेढ़े विचार होते हैं,” पुस्तक चेंजिंग बॉडीज़, चेंजिंग लाइव्ज़ कहती है। “वे अपने शरीर को सही-सही नहीं देख पाते और अपने में बहुत नुक्स निकालते हैं, खासकर अपने डील-डौल में।”
असल में कुछ लड़कियाँ अपने शारीरिक रूप को ही अपना सब कुछ समझ बैठती हैं; ज़रा-से भी नुक्स को भारी मुसीबत समझती हैं। “छी, मैं कितनी मोटी हूँ,” १७-वर्षीया विकी कहती है। “मेरी कमर इतनी मोटी है कि मैं कभी टाइट फिटिंग के कपड़े नहीं पहन सकती।” दस किलो वज़न घटाने के बाद भी विकी को चैन नहीं आया। या तो वह खाना खाने से इनकार कर देती या फिर ठूँस-ठूँसकर खाती और बाद में उलटी कर देती।
निश्चित ही अपने रूप के बारे में कुछ हद तक चिंता करना गलत नहीं। इस संबंध में दिलचस्प बात है कि बाइबल कई स्त्रियों और पुरुषों के डील-डौल और रूप की प्रशंसा करती है जैसे सारा, राहेल, यूसुफ, दाऊद और अबीगैल।c बाइबल यहाँ तक कहती है कि दाऊद की सेविका अबीशग “बहुत ही सुन्दर” थी।—१ राजा १:४.
सच्ची सुंदरता की परिभाषा
फिर भी बाइबल व्यक्ति के शारीरिक रूप या डील-डौल पर सबसे ज़्यादा ज़ोर नहीं देती। इसके बजाय, बाइबल “गुप्त मनुष्यत्व” की बड़ाई करती है। (१ पतरस ३:४) व्यक्ति अंदर से क्या है वही असल में उसे परमेश्वर और मनुष्यों की दृष्टि में आकर्षक या घृणास्पद बनाता है।—नीतिवचन ११:२०, २२.
राजा दाऊद के पुत्र अबशालोम को लीजिए। बाइबल कहती है: “समस्त इस्राएल में सुन्दरता के कारण बहुत प्रशंसा योग्य अबशालोम के तुल्य और कोई न था; वरन उस में नख से सिख तक कुछ दोष न था।” (२ शमूएल १४:२५) लेकिन, यह युवक विश्वासघाती था। घमंड और महत्त्वाकांक्षा से भरकर उसने यहोवा के नियुक्त राजा का तख्ता पलटने की कोशिश की। इसलिए बाइबल अबशालोम की बड़ाई नहीं करती बल्कि उसकी निंदा करती है कि वह निष्ठाहीन और हिंसक घृणा रखनेवाला पुरुष था।
एक व्यक्ति की सच्ची सुंदरता या खूबसूरती शारीरिक रूप पर निर्भर नहीं होती। बाइबल उचित ही यह कहती है: “बुद्धि श्रेष्ठ है इसलिये उसकी प्राप्ति के लिये यत्न कर; जो कुछ तू प्राप्त करे उसे प्राप्त तो कर परन्तु समझ की प्राप्ति का यत्न घटने न पाए। वह तेरे सिर पर शोभायमान भूषण बान्धेगी; और तुझे सुन्दर मुकुट देगी।”—नीतिवचन ४:७, ९.
लेकिन यह मानना पड़ेगा कि भोजन-संबंधी बीमारियाँ सिर्फ अपने रूप से असंतुष्ट होने के कारण नहीं होतीं, अकसर इनके पीछे कुछ और भी होता है। एक संदर्भ पुस्तक कहती है: “जिन लोगों पर भोजन की सनक सवार हो जाती है और वे ऎनोरॆक्सिया नरवोसा, बुलिमिया और आदतन ज़्यादा खाने जैसी भोजन-संबंधी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं, उनमें आम तौर पर आत्म-सम्मान की कमी होती है—उन्हें अपनी योग्यता पर गर्व नहीं होता और वे सोचते हैं कि दूसरे भी उन्हें किसी योग्य नहीं समझते।”
अयोग्यता की भावना कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है। उदाहरण के लिए, यौवनारंभ होने पर आप अनिश्चितता की भावनाओं में डूब सकती हैं—खासकर यदि आप बड़ी दिखने लगी हैं और आपकी सहेलियाँ अभी छोटी ही दिखती हैं। और फिर कुछ युवा ऐसे घरों में बड़े होते हैं जहाँ हमेशा अशांति रहती है, किसी-किसी के साथ शारीरिक या लैंगिक दुर्व्यवहार भी होता है। कारण चाहे जो भी हो, इससे उबरने के लिए आम तौर पर उस बात को स्वीकार करना ज़रूरी होता है जो अयोग्यता की भावना भड़का रही है। इसका अर्थ है कि आप अपना सच्चा मोल समझें। हर किसी में कुछ सराहनीय गुण ज़रूर होते हैं। (१ कुरिन्थियों १२:१४-१८ से तुलना कीजिए।) माना कि आप अपने अंदर ये गुण नहीं देख पाते, लेकिन एक प्रौढ़ मित्र आपको आपके गुण बता सकता है।
यदि स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको सचमुच वज़न घटाने की ज़रूरत है, तो क्या करें? बाइबल सलाह देती है कि हम “संयमी” हों। (१ तीमुथियुस ३:११, NHT) इसलिए, बहुत कड़ी डायटिंग करने या जल्दी-वज़न-घटाएँ योजनाओं से बचें तो अच्छा है। मोटापा घटाने का शायद सबसे अच्छा तरीका यह है कि स्वास्थ्यकर भोजन करें और थोड़ा-बहुत व्यायाम करें। “अधिकतर दूसरी चीज़ों की तरह,” एफडीए कंस्यूमर पत्रिका कहती है, “वज़न घटाने का भी सही तरीका और गलत तरीका है। गलत तरीका है भोजन न करना, डायटिंग की खास ब्रॆड और पानी के अलावा कुछ न खाने की ठान लेना, डायटिंग की गोलियाँ खाना, या ज़बरदस्ती उलटी करना।”
किसी को दिल की बात बताने की ताकत
समाज सेविका नैन्सी कॉलॉडनी कहती है कि भोजन-संबंधी बीमारी ऐसी है मानो आप “नक्शे या कंपस के बिना एक भूलभुलैया में घुस गये हों, आपको निकलने का रास्ता ठीक से नहीं पता, और ठीक से यह भी नहीं पता कि क्या आप रास्ता ढूँढ़ पाएँगे या कब ढूँढ़ पाएँगे। . . . आप उसमें से निकलने की कोशिश करते हैं लेकिन आप जितनी ज़्यादा देर तक उसमें रहते हैं उतने ही ज़्यादा उलझते और परेशान होते जाते हैं।” इसलिए यदि आपमें ऎनोरॆक्सिया या बुलिमिया के लक्षण हैं तो आपको मदद लेने की ज़रूरत है। आप उस “भूलभुलैया” में से अपने आप नहीं निकल सकतीं। सो माता-पिता या भरोसे के किसी प्रौढ़ को अपने दिल की बात बताइए। बाइबल नीतिवचन कहता है: “मित्र सब समयों में प्रेम रखता है, और विपत्ति के दिन भाई बन जाता है।”—नीतिवचन १७:१७.
अनेक यहोवा के साक्षियों ने मसीही कलीसिया के प्राचीनों के बीच ऐसी भरोसे की दोस्ती पायी है। नहीं, प्राचीन डॉक्टर नहीं हैं और ऐसा नहीं कि यदि वे मदद दें तो डॉक्टरी मदद की ज़रूरत नहीं रहेगी। लेकिन, मसीही ओवरसियर “कंगाल की दोहाई” को अनसुना नहीं करेंगे और उनकी सलाह और प्रार्थनाओं के द्वारा “रोगी बच” सकता है आध्यात्मिक रूप से।—नीतिवचन २१:१३; याकूब ५:१३-१५.
यदि आप आमने-सामने किसी को अपने दिल की बात नहीं बताना चाहतीं तो अपने विचारों को एक चिट्ठी में लिख दीजिए और कहिए कि कृपया जवाब दें। ज़रूरी बात यह है कि दिल की बात बाहर निकालें। “यह स्वीकार करने के द्वारा कि अकेले जूझते-जूझते आप थक गये हैं,” नैन्सी कॉलॉडनी लिखती है, “आप यह ठान रहे हैं कि अब से आप किसी दूसरे की मदद लेंगे।” वह आगे कहती है: “आपको शायद सोचकर ये कदम उठाने मुश्किल लगें, लेकिन ये सकारात्मक कदम हैं, ऐसे कदम जो आपको उस भूलभुलैया से निकलने के लिए सही दिशा में ले जाएँगे।”
मसीही युवाओं के पास एक और शक्तिशाली उपाय है—प्रार्थना। परमेश्वर से प्रार्थना करना मन को शांत रखने का मनोवैज्ञानिक तरीका नहीं है। यह सृष्टिकर्ता के साथ सचमुच का और ज़रूरी संचार है, जो आपको आपसे भी अच्छी तरह समझता है! (१ यूहन्ना ३:१९, २०) इसलिए, जबकि सभी बीमारियों को दूर करने का यहोवा का समय अभी नहीं आया है फिर भी हमारा प्रेममय परमेश्वर आपके कदम सँभाल सकता है कि आप लड़खड़ाएँ नहीं। (भजन ५५:२२) भजनहार दाऊद ने अपने अनुभव से लिखा: “मैं यहोवा के पास गया, तब उस ने मेरी सुन ली, और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया। इस दीन जन ने पुकारा तब यहोवा ने सुन लिया, और उसको उसके सब कष्टों से छुड़ा लिया।”—भजन ३४:४, ६.
तो फिर, अवश्य ही यहोवा परमेश्वर को अपनी गहरी से गहरी भावनाएँ बताइए। “अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो,” प्रेरित पतरस ने लिखा, “क्योंकि उस को तुम्हारा ध्यान है।” (१ पतरस ५:७) यदि आप यहोवा की प्रेममय-कृपा के लिए कदरदानी बढ़ाना चाहती हैं तो क्यों न भजन ३४, ७७, ८६, १०३ और १३९ को ध्यान से पढ़ें? इन भजनों पर मनन करने से आपका विश्वास मज़बूत होगा कि यहोवा निष्ठावान है और वह चाहता है कि आप सफल हों। परमेश्वर का वचन पढ़ने के द्वारा आप दाऊद की तरह महसूस करेंगी, जिसने लिखा: “जब मेरे मन में चिन्ताएं बढ़ जाती हैं, तब तेरी सान्त्वना मेरे प्राण को प्रसन्न करती है।”—भजन ९४:१९, NHT.
धीरज रखिए—बीमारी धीरे-धीरे दूर होगी
भोजन-संबंधी बीमारी से लड़ने में जिनकी मदद की जाती है उनमें से अधिकतर जन रातोंरात नहीं ठीक हो जाते। जेमी को ही लीजिए, जिसका ज़िक्र शुरूआत में किया गया है। जब उसे मदद मिलने लगी उसके बाद भी उसे एक कटोरी दलिया जैसी सादी चीज़ तक खाने में मुश्किल होती थी। “मुझे अपने आपसे यह कहते रहना पड़ता है कि यह मेरे लिए अच्छा है और जीने के लिए मुझे भोजन की ज़रूरत है,” वह कहती है। “एक-एक चम्मच खाना सौ-सौ किलो के बराबर लगता है।”
एक समय था जब जेमी मरते-मरते बची, फिर उसने ठान लिया कि वह भोजन-संबंधी सनक पर काबू करेगी। “मैं नहीं मरूँगी,” उसने कहा। “मैं इससे लड़ूँगी और जीतूँगी। मैं ऎनोरॆक्सिया पर जय पाऊँगी। यह काम मुश्किल होगा, लेकिन मैं करके रहूँगी।” आप भी कर सकती हैं!
[फुटनोट]
a मेयनेज़ एक किस्म की चटनी होती है जो अंडे की ज़रदी, वनस्पति तेल और सिरके या नींबू के रस से बनती है। संतुलित आहार और थोड़ा-बहुत व्यायाम वज़न पर काबू रखने में आपको मदद दे सकता है
b मई ८, १९९९ की सजग होइए! में पृष्ठ १३-१५ देखिए।
c उत्पत्ति १२:११; २९:१७; ३९:६; १ शमूएल १७:४२; २५:३ देखिए।
[पेज 26 पर तसवीर]
संतुलित आहार और थोड़ा-बहुत व्यायाम वज़न पर काबू रखने में आपको मदद दे सकता है