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पाठकों के प्रश्‍न

प्रेरित पौलुस का क्या अर्थ था जब उसने कहा कि वह “पिछली बातों को भुलाता हुआ और आगे की बातों की ओर बढ़ता” जाता है? (फिलिप्पियों ३:१३, NW) क्या एक व्यक्‍ति जानबूझकर कुछ भूल सकता है?

नहीं, अधिकांश मामलों में हम जानबूझकर एक याद को अपने मन से नहीं निकाल सकते। सच्चाई यह है, हम ऐसा काफ़ी कुछ भूल जाते हैं जो हम याद रखना चाहते और ऐसी अनेक बातें याद रखते हैं जो हम चाहते कि जल्द भूल जाएँ। तो फिर, पौलुस का क्या अर्थ था जब उसने फिलिप्पियों ३:१३ के शब्दों को लिखा? इसका संदर्भ हमें समझने में मदद देता है।

फिलिप्पियों अध्याय ३ में, पौलुस “शरीर पर भरोसे” के अपने “आधार” का वर्णन करता है। वह अपनी अत्युत्तम यहूदी पृष्ठभूमि के बारे में और व्यवस्था के लिए अपने उत्साह के बारे में बात करता है—ऐसी बातें जिनसे इस्राएल जाति में उसे कई लाभ मिल सकते थे। (फिलिप्पियों ३:४-६, NW; प्रेरितों २२:३-५) फिर भी, उसने ऐसे लाभों से मुँह मोड़ लिया, मानो उन्हें नुक़सान समझकर रद्द कर दिया हो। क्यों? क्योंकि उसे कुछ और अच्छी बात मिली थी—“यीशु मसीह के ज्ञान की श्रेष्ठता।”—फिलिप्पियों ३:७, ८, NHT.

पौलुस का मुख्य लक्ष्य, इस संसार में एक पद हासिल करना नहीं, बल्कि “मृतकों के [“प्रारंभिक,” NW] पुनरुत्थान को प्राप्त” करना था। (फिलिप्पियों ३:११, १२, NHT) अतः, वह लिखता है: “पिछली बातों को भुलाता हुआ और आगे की बातों की ओर बढ़ता हुआ, मसीह यीशु के माध्यम से परमेश्‍वर के ऊपरी बुलावे के इनाम के लक्ष्य की ओर मैं बढ़ता चला जा रहा हूँ।” (फिलिप्पियों ३:१३, १४, NW) जब पौलुस ने कहा कि वह “पिछली बातों को भुलाता” रहा था, उसका अर्थ यह नहीं था कि उसने “पिछली बातों” को किसी तरह अपने मन से हटा दिया था। साफ़ है कि उसे वे बातें अब भी याद थीं, क्योंकि उसने अभी-अभी उनकी सूची दी थी। इसके अलावा, मूल यूनानी में, वह क्रिया का एक रूप प्रयोग करता है जो कि चल रहे, न कि पूरे किए गए कार्य को सूचित करता है। वह कहता है “भुलाता हुआ,” न कि “भूलकर।”

“भूलना” अनुवादित यूनानी शब्द (एपीलानथानोमाइ) के अर्थ में विभिन्‍न सूक्ष्म-भेद हैं, जिनमें से एक है “के बारे में चिन्तित न होना,” या “उपेक्षा।” नए नियम का व्याख्यात्मक शब्दकोश (अंग्रेज़ी, हार्स्ट बाल्ज़ और गर्हार्ड श्‍नीडर द्वारा संपादित) के अनुसार, फिलिप्पियों ३:१३ (NW) में “भुलाता हुआ” का अर्थ यही है। पौलुस निरन्तर उन बातों के बारे में नहीं सोचता था जो उसने त्याग दी थीं। उसने सीख लिया था कि उनका कोई महत्त्व नहीं है। स्वर्गीय आशा की तुलना में वे ‘कूड़े’ के समान थीं।—फिलिप्पियों ३:८.

पौलुस के शब्द आज कैसे लागू हो सकते हैं? पौलुस की तरह, एक मसीही ने शायद परमेश्‍वर की सेवा करने के लिए बलिदान किया हो। उसने शायद पूर्ण-समय सेवा के लिए अच्छी कमाईवाला एक पेशा त्याग दिया हो। या वह शायद एक अमीर परिवार से हो जिसने उसे धन-सम्पत्ति से बेदख़ल कर दिया हो क्योंकि उन्हें सत्य स्वीकार्य नहीं है। ऐसे बलिदान प्रशंसनीय हैं, लेकिन ये ऐसी बातें नहीं हैं जिनके बारे में निरन्तर चिन्तित रहना है। एक मसीही “पिछली बातों” को “भुलाता” है, उनके बारे में चिन्ता करना छोड़ देता है, उस शानदार भविष्य पर नज़र रखते हुए जो उसका इंतज़ार कर रहा है।—लूका ९:६२.

पौलुस के शब्दों के पीछे जो सिद्धान्त है उसे शायद एक और तरीक़े से लागू किया जा सकता है। उस मसीही के बारे में क्या जिसका परमेश्‍वर के बारे में सीखने से पहले ग़लत आचरण था? (कुलुस्सियों ३:५-७) या मान लीजिए कि एक मसीही बनने के बाद, उसने एक गंभीर पाप किया और कलीसिया द्वारा उसे ताड़ना दी गयी। (२ कुरिन्थियों ७:८-१३; याकूब ५:१५-२०) अगर वह सचमुच पश्‍चातापी है और उसने अपने मार्ग बदल लिए हैं, तो उसे ‘धोया गया’ है। (१ कुरिन्थियों ६:९-११) जो हुआ वह अतीत है। वह वास्तव में शायद कभी न भूलेगा कि उसने क्या किया था—वाक़ई, वह इस अनुभव से सीख प्राप्त करने में बुद्धिमान होगा ताकि उस पाप को न दोहराए। फिर भी, वह इस अर्थ में ‘भूलता’ है कि वह निरन्तर अपने आप को कोसता नहीं रहता। (यशायाह ६५:१७ से तुलना कीजिए।) यीशु के बलिदान के आधार पर क्षमा किए जाने से, वह अतीत को पीछे छोड़ने की कोशिश करता है।

फिलिप्पियों ३:१३, १४ (NW) में पौलुस खुद का वर्णन एक दौड़ में किसी धावक के साथ करता है, लक्ष्य तक पहुँचने के लिए “आगे . . . की ओर बढ़ता हुआ।” एक धावक आगे की ओर देखता है, पीछे नहीं। समान रूप से, एक मसीही को आगे रखी आशीषों की ओर देखना चाहिए, न कि पीछे छूटी बातों को। पौलुस यह भी कहता है: “यदि किसी बात में तुम्हारा और ही विचार हो तो परमेश्‍वर उसे भी तुम पर प्रगट कर देगा।” (फिलिप्पियों ३:१५) इसलिए, परमेश्‍वर से प्रार्थना कीजिए कि इस दृष्टिकोण को विकसित करने में आपकी मदद करे। बाइबल में पाए गए परमेश्‍वर के विचारों से अपने मन को भरिए। (फिलिप्पियों ४:६-९) आपके प्रति यहोवा के प्रेम पर और उसके कारण जिन आशीषों का आप आनन्द उठाते हैं उन पर मनन कीजिए। (१ यूहन्‍ना ४:९, १०, १७-१९) तब, पवित्र आत्मा के ज़रिए यहोवा आपकी मदद करेगा कि उस बारे में चिन्तित न हों जिसे आप पीछे छोड़ चुके हैं। इसके बजाय, पौलुस की तरह, आप आगे रखे शानदार भविष्य की ओर देखेंगे।—फिलिप्पियों ३:१७.

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