राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
एक व्यक्ति जो पहले विरोध करता था, सच्चाई सीखता है
लाइबीरिया में हुए गृह युद्ध के बारे में समाचारों में बहुत कुछ आया है। उस युद्ध में हज़ारों लोग मारे गए और उससे भी ज़्यादा लोगों को देश से निकाल दिया गया। इन सब मुसीबतों के बावज़ूद भी कई नेक दिल इंसान सच्चाई को स्वीकार कर रहे हैं। यह बात इस अनुभव से पता चलती है।
दस साल की उम्र से जेम्स की पढ़ाई लूथरन चर्च के स्कूल में हुई। चर्च के एक अखबार का संपादक बनने के बाद उसने इस पद का फायदा उठाते हुए यहोवा के साक्षियों के खिलाफ काफी कुछ लिखा। पर सच्चाई यह थी कि तब तक खुद उसकी मुलाकात एक भी साक्षी से नहीं हुई थी।
बाद में जेम्स ने चर्च के अखबार के लिए काम करना छोड़ दिया और एक लॉज का मालिक बन गया और बहुत कामयाबी हासिल की। एक दिन जब वह अपने लॉज के रिसेप्शन-रूम में बैठा हुआ था तब दो साक्षी बहने उससे मिलने गईं। उनके साफ-सुथरे और सलीकेदार कपडे देखकर उसने उन्हें अन्दर आने को कहा। जब बहनों ने उसे अपने आने का मकसद बताया तो उसने कहा, “मुझे बहुत काम है इसलिए मैं आपसे बात नहीं कर सकता।” बहनों ने उसे प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! का सब्सक्रिप्शन लेने को कहा तो उसने बस उनसे पीछा छुडाने के लिए सब्सक्रिप्शन ले लिया। बारह महीनों तक पत्रिकाएँ बराबर उसके घर पर आती रहीं पर वह उनको बिना खोले ही प्लास्टिक के एक थैले मे डाल दिया करता था।
तब एक गृह युद्ध शुरू हो गया इसलिए जेम्स ने एक थैले में पैसे डाल लिए और कीमती सामान रख लिया ताकि हमले के आसार दिखते ही भाग सके। एक दिन सवेरे जैसे ही उसके घर के पीछे एक बम फटा उसने डर और घबराहट में अपना थैला पकडा और जान बचाने के लिए भाग निकला। भागनेवालों में वह अकेला नहीं था, हज़ारों लोग भाग रहे थे। भागते वक्त उन्हें बहुत सारे चैकपॉइंटों से गुज़रना था। इन चैकपॉइंटों पर अकसर मासूम लोगों को लूट लिया जाता था और बेवजह उन्हें मार डाला जाता था।
पहले चैकपॉइंट पर जेम्स से कुछ सवाल पूछे गये और फिर उसे अपना थैला खोलकर दिखाने को कहा गया। जब उसने थैला खोला तो उसे अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हुआ। वह यह देखकर चौंक पड़ा कि यह वह थैला नहीं था जिसमे उसकी कीमती चीज़ें रखी हुई थीं। दरअसल उसने हडबडी में वह थैला ले लिया था जिसमें वही प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ रखी हुई थीं जिन्हें उसने कभी खोलकर भी नहीं देखा था। लेकिन जब सैनिक ने उन पत्रिकाओं को देखा और लेबल पर जेम्स का नाम पढ़ा तो उसने कहा: “ओह, तो तुम यहोवा के साक्षी हो। हमें तुम लोगों की तलाश नहीं है क्योंकि हम जानते हैं कि तुम लोग झूठ नहीं बोलते।” फिर सैनिक ने उस थैले में से कुछ पत्रिकाएँ निकाल ली और जेम्स को आगे निकल जाने को कहा।
इसी तरह नौ अलग-अलग चैकपाइंटों पर सभी कमांडरों ने जेम्स को छोड दिया क्योंकि उन्होंने भी यही समझा कि वह एक यहोवा का साक्षी है। अब जेम्स बहुत शुक्रगुज़ार था कि वह कीमती चीज़ोंवाला थैला नहीं उठा लाया था क्योंकि जैसा उसने अपनी आँखों से देखा था अगर उसके पास कीमती चीज़ें होती तो ज़रूर उसे भी दूसरों की तरह अपनी जान से हाथ धोने पड़ते।
जब वह आखिरी और सबसे खतरनाक चैकपाइंट पर पहुँचा, तो उसके रोंगटे खड़े हो गए क्योंकि वहाँ बहुत सारी लाशें पडी थीं। डर के मारे उसने यहोवा को पुकारा। उसने दुआ की कि अगर परमेश्वर उसे मरने से बचाएगा तो वह अपनी बाकी की ज़िंदगी सिर्फ उसी की सेवा में गुज़ार देगा।
जेम्स ने अपना थैला सैनिकों के आगे बढ़ा दिया तब इस चैकपॉइंट पर भी उन्होंने यही कहा: “हमें इन लोगों की तलाश नहीं है।” फिर उन्होंने उसकी तरफ देखकर कहा: “तुम्हारा एक साक्षी भाई नीचे ढ़लान पर रहता है। तुम भी जाकर उसके साथ रहो।” अब तक साक्षियों के बारे में जेम्स की राय बदल चुकी थी। वह फौरन उस भाई से मिला और आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैंa किताब से बाइबल स्टडी करने का इंतज़ाम किया।
कुछ दिन बाद एक और हमला हुआ जिसकी वजह से उसे वह इलाका छोड़कर भागना पडा। इस बार जेम्स ने सिर्फ सर्वदा जीवित रहना किताब ली और जंगल की ओर भागा। इसके बाद ११ महीनों तक साक्षियों के साथ उसका संपर्क टूटा रहा पर इस बीच वह उस पूरी किताब को पाँच बार पढ़ चुका था। आखिरकार जब वह शहर लौटा तब उसने फिर से साक्षियों के साथ स्टडी करना शुरू कर दिया और तरक्की करता गया। कुछ समय बाद उसने बपतिस्मा लिया और अब वह अपने आध्यात्मिक भाइयों के साथ वफादारी से सेवा कर रहा है।
[फुटनोट]
a वॉच टॉवर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित।