सुसमाचार की भेंट—टलिफोन के द्वारा
१ हम सुसमाचार का प्रचार लोगों के साथ आमने सामने करना पसन्द करते हैं, परन्तु परिस्थितियाँ टेलिफोन के द्वारा गवाही देना एक आवश्यक विकल्प बना सकता है। ऐसे प्रचारक जो अस्थायी रूप से या शारीरिक कमज़ोरी या बीमारी के कारण स्थायी रूप से अपने घरों में परिरुद्ध हैं, टेलिफोन का, गवाही कार्य के लिए अच्छा उपयोग करेंगे। साथ ही, उच्च-सुरक्षा इमारतों के या अन्य स्थलों के निवासियों से सम्पर्क करने के लिए जहाँ पूर्व निमंत्रण के बिना प्रवेश करना निषिद्ध होगा, टेलिफोन कॉल बहुत सफल हो सकते हैं। टेलिफोन गवाही कार्य अनोखी चुनौतियाँ प्रत्सुत करती हैं, लेकिन ध्यानपूर्वक विचार और योजना के साथ इन पर विजय प्राप्त किया जा सकता है।
२ कभी कभी उनके नाम इमारतों के लॉबी की निर्देशिका से या डाक पेटियों से प्राप्त किया जा सकता है। इसके बाद टेलिफोन नम्बर पाने के लिए टेलिफोन निर्देशिकाओं का उपयोग किया जा सकता है। यह सेवकाई ओवरसियर के निर्देशन के अनुसार किया जाना चाहिए ताकि टेलिफोन श्रेत्र संगठित किया जा सके और पूर्ण अभिलेख रखा जा सके।
कैसे तैयरी करना है
३ प्रभावकारी गवाही कार्य के लिए एक स्नेही, प्रीतिकर आवाज़ की ज़रूरत है। सुबह-सुबह, देर रात और भोजन समयों में कॉल ना करें। टेलिफोन को कई बार बजते रहने देना आवश्यक नहीं है। अगर आप एक ऐसा यन्त्र से सम्पर्क करते हैं जो टेलीफोन का उत्तर देता है, आप कह सकते हैं: “मेरा नाम . . . है, और मैं भविष्य के लिए बाइबल की आशा बताने के लिए कॉल कर रहा हूँ। मैं वापस कॉल करुँगा।” इस कॉल को एक घर-पर-नहीं भेंट के रूप में देखा जाना चाहिए, और कोई और समय टेलीफोन करना अच्छा होगा।
४ आप अपने प्रस्तुतीकरण को पहले ही से अच्छी तरह दोहराइए ताकि ऐसा नही लगे कि आप उसे पढ़ रहे हैं। वार्तालाप में गृहस्वामी को भी सम्बद्ध कराने की कोशिश करते हुए, उस गृहस्वामी को यह महसूस कराएं कि आप उसमें व्यक्तिगत रूप से रुचि रखते हैं। अपने प्रस्तावना में अपना पहला और आखरी नाम का उपयोग करते हुए अपने कॉल को व्यक्तिगत करा लें, और गृहस्वामी का नाम सम्पूर्ण वार्तालाप में उपयोग करने की कोशिश करें।
५ आहिस्ता और सोच-समझकर बात करें, लेकिन एक प्रश्न पूछने के समय के अलावा कहीं न रुकें, क्योंकि एक विराम को एक प्रश्न के रूप में समझा जा सकता है। आप कह सकते हैं, “मेरा नाम . . . है, और मैं यह कॉल इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि मैं आपको व्यक्तिगत रूप से मिलने नहीं आ सकता।” फिर बिना रुकते हुए आप आगे कह सकते हैं: “मेरे कॉल का उद्देश्य एक रुचिकर प्रश्न के लिए आपका मत पाना है। क्या आपने कभी सोचा है कि अगर . . . ?” आप यह प्रश्न ऐसे पूछने के द्वारा बदल सकते हैं, “क्या यह बात आपके मन में कभी आया था . . . ?” या “क्या आपने इसके बारे में कभी सोचा है . . . ?” इन प्रश्नों के लिए कोई गलत उत्तर नहीं है, और गृहस्वामी को वार्तालाप में प्रवेश करने के लिए एक आसान तरीका है। यह कहते हुए नकारात्मक प्रतिक्रियाएं आमंत्रित ना करें, “मैं उम्मीद करता हूँ कि मैं आपका क्रम भंग नहीं कर रहा हूँ” या “मैं उम्मीद करता हूँ कि आप बहुत व्यस्त नहीं है।” जब तक गृहस्वामी ऐसा न कहें, कल्पना कीजिए कि यह एक अच्छा समय है।
६ अगर वह व्यक्ति पूछता है, “आप किसका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं?” तो बिना रुकावट के बोलें, “मैं यहोवा के गवाहों में से एक हूँ, और मैं इस दिलचस्प सवाल पर आपका मत जानने के लिए कॉल कर रहा हूँ। क्या आपने कभी सोचा है . . . ?” अगर गृहस्वामी पूछता है, “आपको मेरा टेलिफोन नम्बर कहाँ से मिला?” आप उत्तर दे सकते हैं, “निर्देशिका से, और मैं यह कॉल इस दिलचस्प प्रश्न पर आपका मत जानने के लिए कर रहा हूँ। क्या यह बात आपके मन में कभी आया था . . . ?”
७ कुछों ने गृहस्वामी से केवल इतना कहने से सफलता पायी है कि हमारे पास बाइबल प्रश्नों का उत्तर देने के लिए एक मुफ़्त कार्यक्रम है और फिर लिव फॉरेवर पुस्तक के कुछ अध्याय शीर्षकों का उल्लेख करें। या आप कह सकते हैं, “बढ़ती हिंसा के कारण आपकी इमारत सुरक्षित रखने के कारण, मैं आपका मत जानने के लिए कॉल कर रहा हूँ। आपके अनुसार एक उच्च अपराध अनुपात क्यों है?”
८ एक उच्च-सुरक्षा इमारत में सफलता तब तक नहीं पायी गयी जब तक टेलिफोन गवाही कार्य का उपयोग नहीं की गयी थी। परिणामस्वरूप १४ नये बाइबल अध्ययन शुरु किए गए। इस तरह, सीमित-प्रवेश इमारतें वस्तुतः एक अस्पृष्ट इलाका है और उस में काफ़ी सम्भावनाएं हैं। एक सकारात्मक मनोवृत्ति के साथ, यह जानते हुए कि हमारे पास यहोवा की मदद है, हम पाएंगे कि टेलिफोन गवाही कार्य सुसमाचार प्रस्तुत करने का एक और प्रभावकारी मार्ग है।—२ तीमु. ४:५.