१९९१ “स्वतंत्रता के प्रेमी” ज़िला सम्मेलन में उपस्थित रहने का प्रबंध अभी कीजिए
आज की विश्व परिस्थितियों का विचार करके, यह कोई ताज्जुब की बात नहीं कि अनेक देशों में लोग उस स्वतंत्रता से अधिक स्वतंत्रता के लिए तरसते हैं, जो उनको अब है। लेकिन सच्ची स्वतंत्रता कहाँ पायी जा सकती है? यीशु मसीह ने कहा: “यदि तुम मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमुच मेरे चेले ठहरोगे। और सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा।” (यूहन्ना ८:३१, ३२) यह स्वतंत्रता उस सीमित क़िस्म की स्वतंत्रता नहीं जिसकी आशा मनुष्य करते हैं जब वे किसी राजनीतिक नेता या किसी क़िस्म के शासन को दूसरे के पक्ष में ठुकरा देते हैं। उलटा, यह मानवी समस्याओं के सारभाग तक पहुँचती है। यीशु पाप के ग़ुलाम जैसे बन्धन से छुटकारा पाने के बारे में विचार-विमर्श कर रहा था। (यूहन्ना ८:२४, ३४-३६ देखिए।) इस प्रकार, जब कोई व्यक्ति यीशु मसीह का एक सच्चा शिष्य बनता है, तब इसका परिणाम उसकी ज़िन्दगी में एक उल्लेखनीय परिवर्तन है, एक आज़ादी।
२ तीन-दिवसीय सम्मेलन: १९९१ “स्वतंत्रता के प्रेमी” सम्मेलनों की श्रृंखला भारत में सितम्बर १३-१५ को शुरु होगी। आरंभ होनेवाला सत्र शुक्रवार को सुबह १०:२० बजे शुरु होगा, और सम्मेलन रविवार क़रीब शाम ४ बजे ख़त्म होगा। हर सत्र में ध्यान से चुनी गयी जानकारी, जो हमारे आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए अत्यावश्यक है, पेश की जाएगी। विविध विषय इस बात को विशिष्ट करेंगे कि किस तरह रोमियों ८:२१ में उल्लेख की गयी स्वतंत्रता हमारी बन सकती है। उत्तेजक जानकारी को भाषणों, प्रदर्शनों, मुलाक़ातों और एक नाटक में विकसित करके पेश किया जाएगा।
३ अपना संकल्प बनाइए कि आप एक भी सत्र को न चूकेंगे। इस से शायद आपके तालिका में निजी त्याग और समायोजन आवश्यक होंगे। आपके नियोजक के साथ ख़ास प्रबंध करना शायद ज़रूरी होगा। अनेक लोग सभी सत्रों में उपस्थित होने की ख़ातिर आर्थिक लाभ को भी जाने देते हैं। यहोवा निश्चय ही उन लोगों को आशीर्वाद देंगे जो इस मामले को निष्कपट प्रार्थना का विषय बनाएँगे और वहाँ उपस्थित होने के लिए दिली कोशिश करेंगे।—लूका १३:२४.
४ जल्दी पहुँच जाइए: यहोवा के गवाह भरोसेयोग्य और समय के पाबंद होने की उनकी कोशिशों के लिए सुप्रसिद्ध हैं। (लूका १६:१०) ज़िला सम्मेलन में उपस्थित होते समय भी यह महत्त्वपूर्ण है। हर दिन जल्दी पहुँच जाइए, और कार्यक्रम के शुरु होने से पहले ही अपनी सीट पर बैठ जाइए। इस से जिन बातों पर हमें ध्यान देना है, उन से निपटने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा, जैसे कि अपनी गाड़ी पार्क करना और अपने परिवार के लिए बैठने की सीटें ढूँढ़ना।
५ ज़िला सम्मेलन में उपस्थित होने से हमें सुखकर साहचर्य का आनन्द उठाने का एक उत्तम मौक़ा मिलता है। परन्तु देर रात तक दोस्तों से मिलना-जुलना अगले दिन को समय पर पहुँचने की हमारी कोशिशों में बाधा बन सकता है। देर से उठने और इस प्रकार सुबह जल्द करने के कारण बहुत परेशानी और कुण्ठा परिणत हो सकती है। इससे बचने के लिए सोने के लिए एक यथोचित समय निश्चित करना फ़ायदेमन्द है। एक समय-सारणी का यथातथ्य रूप से पालन करने के द्वारा, संभव है कि सभी को रात को अच्छी नींद लगेगी और अगले दिन जल्द उठने के लिए तैयार होंगे। इससे कार्यक्रम चालू होने के दौरान पहुँच जाने की संभावना से बच सकते हैं, जो कि ध्यान भंग करता है और पहले ही बैठे हुए लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। हर दिन समय से पहले पहुँच जाने से आप अपने भाइयों और बहनों के साथ साहचर्य कर सकते हैं। मसीही प्रेम और लिहाज़ से, और साथ ही यहोवा के लिए तथा उनके द्वारा प्रबंध की गयी आध्यात्मिक चीज़ों के विषय आदर से, हमें समय पर पहुँच जाने की भरसक कोशिश करने के लिए प्रोत्साहित होना चाहिए।
६ ध्यान से सुनें: सुनना वास्तव में हमारे मन और हृदय के साथ, हमारे कानों और हमारी समझ शक्ति के साथ ध्यान देने का अर्थ रखता है। हमें कान देने और “यहोवा का वचन सुनने” की आवश्यकता है। (यिर्म. २:४) यशायाह ५५:२ में यहोवा ने इस्राएल को आदेश दिया: “मेरी ओर मन लगाकर सुनो।” “मन लगाकर,” इन शब्दों की परिभाषा “अस्वाभाविक कोशिश या उत्सुक ध्यान से निर्दिष्ट” की गयी है। अगर हम सम्मेलन के दौरान एकाग्र हैं, तो हम उत्सुकता से ‘सुनकर अपनी विद्या बढ़ाएँगे।’ (नीति. १:५) एक ज़िला सम्मेलन में सुनकर सीखने के लिए आम तौर से किंग्डम हॉल से अधिक कोशिश और एकाग्रता की ज़रूरत होती है। क्यों? हम अधिक लम्बे कालावधियों के लिए बैठे हुए होते हैं, और चूँकि लोगों की बहुत बड़ी संख्या उपस्थित है, इसलिए और अधिक ध्यान भंग करनेवाली बातें होती हैं। अगर हम एकाग्र नहीं हैं, तो हम अपने आप को वंचित करेंगे और वहाँ दिए जानेवाले मूल्यवान् आध्यात्मिक भोजन का पूरा फ़ायदा पाने का मौक़ा खो देंगे। (१ पत. २:२) क्या किया जा सकता है? यह देखना कितना आनन्ददायक है कि अनेक सम्मेलन प्रतिनिधि कार्यक्रम के दौरान टिप्पणी लिख लेने की उपयोगी आदत को विकसित करते रहे हैं। जबकि ज़िला सम्मेलन के कुछेक भाषण समय आने पर प्रकाशनों में छप जाएँगे, अन्य नहीं छपेंगे। सभी लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है कि ज़िला सम्मेलन के दौरान संक्षिप्त टिप्पणी लिख लेने का लक्ष्य बना लें, इसलिए कि यह कही जानेवाली बातों पर अपना ध्यान जमाए रखने का एक अच्छा तरीक़ा है।
७ टिप्पणी को व्यापक या जटिल होने की ज़रूरत नहीं। आम तौर से किसी मुख्य बात के लिए एक या दो वाक्य काफ़ी हैं। छोटे बच्चे भी भाषणों से अधिक लाभ प्राप्त करेंगे और उन्हें एकाग्र रहने की मदद की जा सकती है, अगर उन्हें लिखने के लिए कागज़ और कलम या पेंसिल दिया जाए, ताकि वे वक्ता की मुख्य बातें और महत्त्वपूर्ण शास्त्रपद, या पेश किए जानेवाले नए विचार लिख सकते हैं। प्रचीन पाते हैं कि ज़िला सम्मेलन के बाद की सेवकाई सभा के दौरान सम्मेलन कार्यक्रम का एक रोचक पुनरावलोकन संचालित करने के लिए सुव्यवस्थित टिप्पणी को रखना फ़ायदेमन्द है। और, वे शायद सम्मेलन में प्रस्तुत अनेक बातों को अपने सिखाने और रखवाली के कार्य में समाविष्ट करना चाहेंगे।
८ गीत और प्रार्थना में एक बनो: हमारी उपासना के एक हिस्से में यहोवा की स्तुति गाकर उनका आदर करना सम्मिलित है, उसी तरह जैसे यीशु और उसके प्रेरितों ने किया। (मरकुस १४:२६) १ कुरिन्थियों १४:१५ में गाने के बारे में पौलुस के कथन से सूचित होता है कि यह मसीही उपासना की एक नियमित विशेषता थी। (मार्च १९९१ की हमारी राज्य सेवा, पृष्ठ ३ भी देखिए।) ज़िला सम्मेलनों से हमें अपने हज़ारों भाई-बहनों के साथ एक होकर यहोवा की स्तुति, दोनों गीत और प्रार्थना में करने का एक अनुपम मौक़ा मिलता है। परन्तु, कुछेकों ने हमारी उपासना के इन महत्त्वपूर्ण हिस्सों के लिए आदर की कमी दिखाई है। यह कैसे? अनावश्यक रूप से सम्मेलन में आरंभ के गीत और प्रार्थना के दौरान या बाद में पहुँच जाने के द्वारा। कार्यक्रम का समाप्ति पर, कुछेक गीत के दौरान या प्रार्थना से पहले अपनी सीटों को छोड़ते हैं। विरले अवसरों पर ऐसा करने के लिए कोई अच्छा कारण होगा। फिर भी, क्या यहोवा के मेज़ के लिए उचित आदर दिखाया जा रहा है, अगर कुछ लोग एक होकर गाने और प्रार्थना करने का मौक़ा छोड़ देते हैं, सिर्फ़ इसीलिए कि वे जल्दी से अपनी गाड़ी के पास पहुँचे या खाने के लिए कतार में खड़े रह सकें।—मत्ती ६:३३.
९ सावधानी बरतनी चाहिए कि व्यक्तिगत सुविधा का पीछा करने में, हम सांसारिक ‘पहले-मैं’ मनोवृत्ति को या लोभ या स्वार्थ जैसे भक्तिहीन गुणों को अपनी आध्यात्मिक प्रगति में बाधा बनने नहीं दें। हाल के वर्षों में, पूर्वी यूरोपीय देशों में हमारे अनेक भाई-बहन गाने और प्रार्थना करने की आज़ादी का आख़िरकार आनन्द उठा सके। जिस तरह वे बड़ी संख्या में गाने और प्रार्थना कर सकने के कारण पुलकित हुए थे, उसी तरह हम भी अब पवित्र बातों के लिए क़दरदानी की वही मनोवृत्ति दिखाएँ और कभी भी हमारे एक साथ गाने और प्रार्थना करने के मौक़ों के मूल्य को कम न समझें।
१० हमारा मसीही शिष्टाचार: ज़िला सम्मेलनों में हमारे मसीही शिष्टाचार और बनाव-श्रृंगार के कारण यहोवा के गवाह होने के तौर से हमें नेकनामी मिलती रही है। यह इसलिए है कि हम यहोवा को दी हमारी उपासना के बारे में संजीदा हैं और इसलिए कि हम सम्मेलन में उपस्थित होना मात्र एक सामाजिक सैर नहीं समझते। ऐसे ख़ास सुअवसरों के लिए इकट्ठा होते समय, सारा समय दूतों के तौर से आचरण करने के द्वारा हमें अपनी मसीही मान-मर्यादा और आध्यात्मिक मनोवृत्ति को बनाए रखना चाहिए।—१ कुरि. १०:३१-३३.
११ अगर हम ऐसा करने से रह जाएँगे, तो हम दूसरों की खुशी पर असर कर सकते हैं, शायद नए लोगों को ठोकर भी दिला सकते हैं। क्या हम छोटे कृपालु कार्यों को स्वीकार करके उनके लिए क़दरदानी व्यक्त करते हैं? हमें अपने इर्द-गिर्द दूसरों के बारे में अवगत रहना चाहिए और आदर तथा लिहाज़ दिखाना चाहिए। हर किसी को समझना चाहिए कि जब कार्यक्रम चालू है, तब यह सुनने का समय है, न कि यहाँ-वहाँ चलने या बातचीत करने का समय।—व्यव. ३१:१२
१२ एक और क्षेत्र, जिस में हमारा मसीही शिष्टाचार यहोवा परमेश्वर की अति प्रशंसा करता है, हमें रहने की जगह देनेवालों के साथ हमारे लेन-देन में है। हम काफ़ी कम दामों पर अच्छे होटल के कमरे हासिल कर रहे हैं। हमने क़दरदानी दिखानी चाहिए और होटल के कर्मचारियों का लिहाज़ करना चाहिए, सुसभ्य और बहुत माँग नहीं करना चाहिए। (गल. ६:१०) होटल में उचित आचरण के बारे में अच्छी सलाह दी जा चुकी है। जबकि अधिकांश लोगों ने अनुकूल प्रतिक्रिया दिखाई है और होटल कर्मचारियों को पूरा सहयोग देने की कोशिश कर रहे हैं, यह ग़ौर करना निराशाजनक है कि कुछ जगहों में यहोवा के गवाहों के प्रति अब भी एक नकारात्मक नज़रिया बना रहता है। क्यों?
१३ जबकि हम पैसों की बचत करने के बारे में चिन्तित होंगे, हमें जानबूझकर उन लोगों को बक़शीश देने की अनदेखी नहीं करनी चाहिए, जो किए गए कामों के लिए बक़शीश की अपेक्षा रखते हैं। जून २२, १९८६ की अवेक! पत्रिका के पृष्ठ २४-७ पर “टू टिप—ऑर नॉट” और “टिप्स ऑन टिप्पिंग” शीर्षक वाले लेख अब भी हमारे ध्यान के योग्य हैं। पृष्ठ २४ पर बताया गया है: “बक़शीश देना किए गए कामों की अतिरिक्त सेवा के लिए शुक्रिया से ज़्यादा है। यह व्यक्ति की आमदनी का एक मुख्य अंश है।” अवेक! में यह भी बताया गया कि जब “किसी सम्मेलन में उपस्थित हो रहे हों, तब आप व्यक्तिगत रूप से क्या करते हैं, यह पूरे समूह पर प्रतिबिंबित होता है। लोग समूह को आपके आचरण से आँकेंगे।” इसलिए बक़शीश देने के बारे में आपके विचार चाहे जो हों, जब आप यहोवा के गवाहों के सम्मेलन में एक प्रतिनिधि के तौर से किसी शहर में जाएँ, तब परख और पहचान का प्रयोग करें, और ‘सब कुछ सुसमाचार के लिए करने’ के लिए तैयार रहें।—१ कुरि. ९:१९-२३.
१४ यह कुछ होटल मैनेजरों के लिए काफ़ी परेशानी की बात है कि कुछ गवाहों ने होटल से जाते समय अपने कमरों को एक बदसूरत दशा में छोड़ा है। सफ़ाई और लिहाज़ न सिर्फ़ हमारे बनाव-श्रृंगार और आचरण में प्रकट होना चाहिए लेकिन इस बात में भी कि हम किस रीति से दूसरों की सम्पत्ति की देख-भाल करते हैं। क्या कोई कारण है कि क्यों किराए पर लिए हुए कमरे को साफ़-सुथरा और सुव्यवस्थित नहीं रखा जाना चाहिए? बेलिहाज़ आचरण से हमारी नेकनामी पर धब्बा लगता है। आनेवाले ज़िला सम्मेलनों में, हम सभी को इस तरह से आचरण करने का संकल्प करना चाहिए कि हम “सब बातों में हमारे उद्धारकर्त्ता परमेश्वर के उपदेश को शोभा दें।”—तीतुस २:१०.
१५ माता-पिताओं के लिए: “स्वतंत्रता के प्रेमी” ज़िला सम्मेलन में छोटे बच्चों और किशोरों का स्वागत है और उस में उपस्थित होना उनसे अपेक्षित है। जो स्वतंत्रता दुनिया पेश करती है, वह उनकी आध्यात्मिक मौत की ओर ले जा सकती है, उसी तरह जैसे आदम ने शुरु में मनुष्यजाति को दी स्वतंत्रता को खो दिया। इस मामले में यहोवा के प्रेममय संघटन ने हम सब को सही तर्कणा दी है। हम ऐसे छोटे बच्चों को देखकर प्रोत्साहित होते हैं, जिन्होंने सभी मसीही सभाओं में ध्यान देना सीखा है और जो सम्मेलन के कार्यक्रम में मन लगाकर दिलचस्पी ले रहे हैं। (भजन १४८:१२, १३) परन्तु बहुत कुछ माता-पिता के आदर्श और देख-रेख पर निर्भर करता है। अनेक बच्चे टिप्पणी लिख लेने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित किए गए हैं। अगर आपने अभी तक अपने बच्चों को टिप्पणी किस तरह लिखना चाहिए, यह नहीं सिखाया है तो क्यों न सम्मेलन तक का बाक़ी समय ऐसा करने के लिए इस्तेमाल करें? बहुत ही छोटे बच्चे भी, वक्ताओं द्वारा व्यक्त किए गए जो शास्त्रपद उल्लेख और संबंधित संकेत शब्द वे सुनते हैं, उन्हें लिख लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। कुछ माता-पिता अपने निवास-स्थान को लौटने के बाद या घर लौटते समय दिन के कार्यक्रम में से मुख्य बातों पर पुनर्विचार करने का प्रबंध करते हैं।
१६ अवश्य, अधिकांश माता-पिता समझते हैं कि बच्चों का स्वाभाविक प्रवृत्ति खिलवाड़-भरी होती है। उन्हें ज़िन्दगी में अनुभव की कमी है, और वे अपरिपक्व हैं। इसलिए, उन्हें सिखाना पड़ता है कि कब ध्यान देना चाहिए और सभाओं में किस तरह आचरण करना चाहिए। इस से उनके माता-पिता की ओर से अच्छी देख-रेख आवश्यक होती है। कुछ माता-पिता इस संबंध में लापरवाह रहे हैं। कभी-कभी, हालाँकि माता-पिता प्रार्थना के दौरान उचित श्रद्धा दिखा रहे हों, उनके बच्चे खेल रहे होते हैं और दूसरों का ध्यान भंग कर रहे होते हैं। माता-पिताओं को जानना चाहिए कि उनके बच्चे प्रार्थना के दौरान भी क्या कर रहे हैं। और, कार्यक्रम के दौरान जब वे अपनी सीट छोड़कर जाते हैं, तब वे क्या कर रहे होते हैं? क्या सम्मेलन के कार्यक्रम के दौरान या उसके बाद बच्चों को बिना देख-रेख के छोड़ दिया जाता है?—नीति. २९:१५.
१७ कुछ उदाहरणों में बच्चे होटल में बिना देख-रेख के छोड़ दिए गए हैं जब माता-पिता कमरे में होते हैं, खाना खाने के लिए बाहर गए हुए होते हैं, या जब वे दूसरे किसी काम में उलझे हुए होते हैं। यह उचित नहीं। कुछ बच्चों ने एक अनुशासनहीन और उपद्रवी ढंग से बरताव किया है और जिन बड़े भाइयों और बहनों ने उन्हें दयालुता से सुधारने की कोशिश की, उनके प्रति वे निरादरपूर्ण रहे हैं। ऐसा अनियंत्रण और मसीहियों को शोभा न देनेवाला आचरण अक्सर अनुज्ञेयता और घर में अनुशासन के अभाव के परिणाम होते हैं। इसे निश्चय ही सुधारना चाहिए। सभी मसीही माता-पिताओं को हर समय अपने बच्चों की देख-रेख करनी चाहिए, जैसे-जैसे वे “यहोवा की शिक्षा और मानसिक नियंत्रण में उनका पालन-पोषण” करते हैं।—इफि. ६:४.
१८ आपके पूरे सहयोग की क़दर की जाती है: काफ़ी योजना और काम किया जा चुका है, यह निश्चित करने के लिए कि सम्मेलन में उपस्थित होनेवाले हर किसी के लिए पर्याप्त मात्रा में बैठने की जगह, साहित्य, भोजन और अन्य प्रबंध उपलब्ध हैं। इन प्रबंधों की प्रभावकारिता को निश्चित करने के लिए, कुछ मण्डलियों को एक निश्चित सम्मेलन में जाने के लिए विशेष रूप से नियत किया गया है। अति भीड़-भाड़ न होने देने के लिए आपका पूरा सहयोग अत्यावश्यक है। बेशक, ऐसी परिस्थितियाँ होंगी जो शायद कुछेक लोगों के लिए यह ज़रूरी करें कि वे किसी दूसरे इलाके के सम्मेलन में उपस्थित हों। परन्तु, अधिकांश लोगों के लिए अपने नियत स्थान में सम्मेलन में उपस्थित होना संभव होना चाहिए।—१ कुरि. १३:५; फिलि. २:४.
१९ बैठने की जगह आरक्षित करने के मामले में आपके पूरे सहयोग के लिए बिनती की जाती है। कृपया ध्यान में रखें कि सीटें सिर्फ़ आपके परिवार के निकटतम सदस्यों और जो कोई आपकी गाड़ी में आपके साथ सफ़र कर रहे हैं, उनके लिए ही आरक्षित की जा सकती हैं। कृपया दूसरों के लिए सीट न रखें। कभी-कभी अतिरिक्त सीटें कोई विशेष व्यक्ति के लिए नहीं रखी गयी हैं। यह प्रेम नहीं दर्शाता और परिचरों तथा अन्यों को, जो सीट ढूँढ़ रहे हैं, भ्रम में रखता है। बाइबल के उपदेश के अनुरूप, हमें भ्राततुल्य प्रीति दर्शाने के लिए भरसक कोशिश करनी चाहिए और सीट रखने की अनुमत प्रबंध के साथ पूरा सहयोग करना चाहिए। अपने निकटतम परिवार या गाड़ी में बैठनेवाले लोगों के लिए जो सीटें ज़रूरी हैं, उन से अधिक सीटें रखने का किसी को हक़ नहीं, सिर्फ़ इसीलिए कि ये मुफ़्त हैं।—२ पत. १:७.
२० रात भर सीटें रखना मना है। ७:०० बजे से पहले ड्यूटी पर आए हुए स्वयंसेवकों के अलावा अन्य किसी भी व्यक्ति के लिए किसी भी सूरत में एक भी सम्मेलन स्थान सुबह उस समय से पहले खोला नहीं जाएगा। इन में से किसी भी कर्मचारी को ७:०० बजे से पहले जगह रखने नहीं दिया जाएगा, मात्र उसके बाद, जब दूसरों को इमारत में प्रवेश करने दिया जाता है। उस समय से पहले ही परिचर अपने स्थान पर खड़े होंगे, यह नियंत्रित करने के लिए कि क्या किया जा रहा है, ताकि सोसाइटी की बैठने की व्यवस्था के विषय में निर्देशक तत्त्वों का दुरुपयोग नहीं किया जाए। जब परिचर हर एक के फ़ायदे के लिए अपना काम पूरा कर रहे होते हैं, कृपया उनको पूरा सहयोग दें।
२१ यह सुझाव दिया जाता है कि सम्मेलन स्थान में निजी चीज़ें लाते समय अच्छी परख इस्तेमाल करें। अतीत में, कुछ लोगों ने बड़े कूलर जग या अन्य भारी-भरकम चीज़े लाए हैं, जिन्हें सीट के नीचे रखा नहीं जा सकता था। इन्हें सीटों के बीच के रास्ते में या फिर सीटों पर ही रखा गया। इस से दूसरों को सीट नहीं मिली, और कभी-कभी इस से अग्नि-शमन और सुरक्षा नियमावली का उल्लंघन भी हुआ है। हमें ऐसे मामलों में लिहाज़ दर्शाना चाहिए।
२२ कृपया ध्यान रखें कि आप भोजन या सम्मेलन में अन्य किसी प्रबंध का अपव्यय न करें। इस पिछले साल के सम्मेलनों में, पूरी की पूरी सॅन्डविचें और अन्य भोजन वस्तुएँ कचरे के डिब्बों में पायी गयीं। यह दिखाई गयी उदारता के साथ दुर्व्यवहार है और शास्त्रीय सिद्धान्तों का उल्लंघन है।—यूहन्ना ६:१२.
२३ बेशक, यहोवा के लोग तैयार किए गए आध्यात्मिक कार्यक्रम से लाभ प्राप्त करने के वास्ते बढ़िया सहूलियतों में एकत्र मिल सकने की क़दर करते हैं। हम ऐसी सभाओं में दी गयी अनेक सेवाओं और सहूलियतों की भी क़दर करते हैं। बहुत ध्यान से और सोसाइटी द्वारा काफ़ी ख़र्च किए जाने के बाद, पर्याप्त बैठने, महँगी ध्वनि व्यवस्था लगाने, एक कार्यकुशल भोजन सेवा विभाग चलाने और बहुत सारे अन्य प्रबंध और सेवाओं से निपटने की व्यवस्थाएँ की गयी हैं, जिन से सम्मेलन में उपस्थित होना आनन्ददायक और आध्यात्मिक रूप से स्फूर्तिदायक हो जाता है।
२४ इनका ख़र्च आपके स्वैच्छिक अंशदानों और सोसाइटी के विश्वव्यापी कार्य के लिए समर्थन से चलाया जाता है। आपकी सुविधा के लिए, पूरे सम्मेलन स्थान में स्पष्ट रूप से चिह्नित अंशदान पेटियाँ रख दी जाएँगी। हर प्रकार के अंशदान का आभार माना जाएगा, और सोसाइटी राज्य हितों के लिए आपके इस प्रकार के उदार और एकीकृत समर्थन के लिए पहले से ही आपका शुक्रिया अदा करना चाहती है। एक व्यक्ति ने इस बात की क़दर व्यक्त की कि अंशदान की राशि का सुझाव नहीं दिया जाता है: “यह कितना आकर्षक लगता है कि यह हम पर छोड़ दिया जाता है—हमारी अपनी क़दरदानी की गहराई पर छोड़ दिया जाता है। इसलिए कृतज्ञता की भावना से हम आम तौर से अधिक देने के लिए प्रेरित महसूस करते हैं।’ हमें आशा है कि सभी इन ख़र्चों के संबंध में खुद अपनी ज़िम्मेदारी का अहसास होने के लिए प्रेरित होंगे और जिस हद तक उनकी परिस्थितियाँ अनुमति दें, उस हद तक हिस्सा लेने के द्वारा पूरी तरह से सहयोग देंगे।—लूका ६:३८.
२५ “स्वतंत्रता के प्रेमी” ज़िला सम्मेलन में उपस्थित रहें! “स्वतंत्रता के प्रेमी” ज़िला सम्मेलन में उपस्थित होने और कार्यक्रम पर अच्छी तरह से ध्यान देने के द्वारा, हम उस स्वतंत्रता के लिए, जो मसीह के ज़रिए आती है, और मसीही स्वतंत्रता के उचित प्रयोग के लिए अपनी क़दरदानी बढ़ाएँगे। आरंभ के गाने के लिए उपस्थित होने और रविवार दोपहर को समाप्ति की प्रार्थना तक सभी सत्रों में हाज़िर रहने के लिए अपनी योजनाएँ अभी बनाइए।
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ज़िला सम्मेलन के तक़ाज़े
रहने का प्रबंध: सम्मेलन द्वारा किए गए रहने का प्रबंध इस्तेमाल करने में आपके सहयोग की क़दर की जाती है। अगर आप अपना आरक्षण रद्द करना ज़रूरी पाएँ, तो आपको सीधे उस होटल को लिखना या फोन करना चाहिए, और जहाँ संभव हो ऐसा पहले से ही करना चाहिए ताकि वह कमरा किसी और के लिए उपलब्ध कराया जा सके।
बपतिस्मा: बपतिस्मा प्रत्याशियों को कोशिश करनी चाहिए कि वे शनिवार सुबह कार्यक्रम की शुरुआत से पहले ही निर्दिष्ट भाग में अपनी सीटों पर बैठे जाएँ। हर एक को, जो बपतिस्मा लेना चाहता है, एक सलज्ज स्विम सूट और तौलिया ले आना चाहिए। वक्ता द्वारा दिए गए बपतिस्मा भाषण और प्रार्थना के बाद, सत्र के सभापति बपतिस्मा प्रत्याशियों को संक्षिप्त आदेश देंगे और फिर गीत की घोषणा करेंगे। आख़री पंक्ति की शुरुआत में, परिचर बपतिस्मा प्रत्याशियों को बपतिस्मा स्थान की ओर या उन्हें वहाँ ले जानेवाली गाड़ियों की ओर निर्दिष्ट करेंगे, जबकि दर्शकगण गीत समाप्त करेंगे। चूँकि एक व्यक्ति के समर्पण के प्रतीक के रूप में बपतिस्मा उस व्यक्ति और यहोवा के बीच एक आन्तरिक और निजी मामला है, तथाकथित साथी बपतिस्माओं के लिए कोई प्रबंध नहीं है, जहाँ दो या उससे ज़्यादा प्रत्याशी गले मिलाकर या एक दूसरे के हाथ पकड़कर बपतिस्मा लेते हैं।
पायनियर शिनाख़्त: सभी नियमित और ख़ास पायनियरों, और साथ ही सफ़री अध्यक्षों को सम्मेलन में अपना वॉचटावर आइडेंटिफिकेशन ॲन्ड अस्साइनमेंट कार्ड (एस-२०२) लाना पड़ेगा। जो पायनियर उस ज़िला सम्मेलन के समय, जिस में वे उपस्थित होते हैं, कम से कम छः महीनों से पायनियर सूची पर हैं, वे एक ही सम्मेलन में अपने वॉचआवर आइ.डी. कार्ड के पेश करने पर ६०.०० रुपये के सम्मेलन भोजन टिकट प्राप्त करेंगे। इसलिए, आप जिस तरह रोकड़ पैसे का ध्यान रखेंगे उसी तरह इस कार्ड का भी ध्यान रखें। सम्मेलन में नया कार्ड नहीं दिया जा सकता। सिर्फ़ अपने वॉचटावर आइ.डी. कार्ड को पेश करके ही पायनियरों को साहित्य कक्ष में पायनियर दामों पर साहित्य मिलेगा। जो बेथेल सेवा में हैं, वे उसी तरह से अपने बेथेल आइ.डी. कार्ड पेश करके इन प्रबंधों का फ़ायदा ले सकते हैं।
स्वयंसेवक सेवा: ज़िला सम्मेलन के निर्विघ्न संचालन के लिए स्वयंसेवकों की मदद की ज़रूरत है। अगर आप सम्मेलन के कुछ हिस्से के लिए ही कार्य कर सकते हैं, तो भी आपकी सेवा की क़दर की जाएगी। अगर आप सहायता कर सकते हैं, कृपया जब आप सम्मेलन में पहुँच जाएँगे तब स्वयंसेवक सेवा विभाग में रिपोर्ट करें। १६ वर्ष से कम उम्र के बच्चे भी सम्मेलन की सफ़लता में हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन यह आवश्यक है कि वे माता या पिता के साथ या किसी अन्य ज़िम्मेदार बालिग़ के साथ कार्य करें।
लेपल कार्ड: कृपया सम्मेलन में और सम्मेलन स्थान को जाते और वहाँ से आते समय ख़ास तौर से बनाए गए लेपल कार्ड पहनें। इस से अक्सर सफ़र करते समय एक उत्तम गवाही देना संभव होता है। लेपल कार्ड आपकी मण्डली के ज़रिए उपलब्ध किया जाना चाहिए, इसलिए कि यह सम्मेलनों में उपलब्ध नहीं होंगे। लेपल कार्ड होल्डर मण्डलियों द्वारा मँगाए जाने चाहिए, लेकिन सोसाइटी लेपल कार्ड मण्डली को भेजेगी। होल्डर का दाम १.०० रुपया है और कार्ड का दाम ०.२० पैसे हैं।
चौकसी के चन्द शब्द: आप चाहे जहाँ कहीं पार्क करें, आपको हर समय अपनी गाड़ी का ताला लगाना चाहिए और अन्दर कभी ऐसी कोई चीज़ रखनी नहीं चाहिए जो बाहर से दिखे। अगर संभव हो, तो आपकी सभी चीज़ें पीछे सामान-धानी में ताला लगाकर रखें। और, बड़ी सभाओं से आकर्षित होनेवाले चोरों और जेब-कतरों से सावधान रहें। इस में सम्मेलनों में सीटों पर कोई भी मूल्यवान् चीज़ न रखना भी शामिल है। कृपया सावधान रहें।
यह रिपोर्ट किया गया है कि कुछ होटलों में अनैतिक विषय या अश्लील क़िस्म की टेलीविज़न फिल्में दिखाए जाते हैं, जो कोई भी आसानी से देख सकते हैं। इस से यह आवश्यकता विशिष्ट होती है कि ऐसे रहने के स्थानों में बच्चों को बिना निरीक्षण के टी.वी. देखने देने से बचना चाहिए।