दिलचस्पी जगाने के लिए ताज़ा खबरों का इस्तेमाल कीजिए
1 क्या आप चाहते हैं कि प्रचार में आप हमेशा कोई नयी बात बताएँ? सेवा में आपको मज़ा आए साथ ही बाइबल में लोगों की दिलचस्पी जगा सकें? अगर हाँ तो आए दिन जो दुनिया में बदलाव हो रहे हैं, उनके बारे में जानकारी रखिए। अपने इलाके, देश या दुनिया में हो रही अलग-अलग घटनाओं का ज़िक्र करके आप बातचीत शुरू कर सकते हैं। (1 कुरि. 7:31) आइए ऐसे ही कुछ उदाहरणों पर ध्यान दें।
2 पैसे की तंगी और महँगाई आज लोगों की एक बहुत बड़ी समस्या है, इसलिए आप पूछ सकते हैं:
▪ “क्या आपने सुना कि [चीज़ का नाम बताइए] का दाम दोबारा बढ़ रहा है?” या अगर किसी बड़ी कम्पनी ने अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है तो आप बेरोज़गारी के बारे में चर्चा कर सकते हैं। फिर यह ध्यान में रखते हुए कि आप बातचीत को किस तरह आगे बढ़ाना चाहते हैं, आप पूछ सकते हैं “क्या आपने कभी सोचा है कि क्यों आज गुज़ारा करना इतना मुश्किल हो गया है?” या फिर आप पूछ सकते हैं “क्या आपको लगता है हमें रोज़ी-रोटी कमाने के लिए ज़िंदगी भर यूँ ही कोल्हू के बैल की तरह पिसना पड़ेगा?”
3 परिवारों में होनेवाले हादसों, स्कूल में होनेवाली वारदातों और हिंसा की दूसरी खबरों के बारे में बताकर भी आप बातचीत शुरू कर सकते हैं। आप पूछ सकते हैं:
▪ “क्या आपने अखबार में यह खबर पढ़ी [अपने इलाके में हुई वारदात के बारे में बताइए]?” इसके बाद आप पूछ सकते हैं “आपके ख्याल से आजकल इतना खून-खराबा क्यों हो रहा है?” या आप पूछ सकते हैं “क्या कभी ऐसा वक्त आएगा जब हमें कोई डर नहीं होगा?”
4 भयानक बाढ़, भूकम्प, या अलग-अलग देशों में फैली अशांति जैसे विषयों पर भी बातचीत शुरू की जा सकती है। आप इस तरह कह सकते हैं:
▪ “क्या आपको लगता है कि इस [घटना का नाम बताइए] के लिए परमेश्वर ज़िम्मेदार है?” या आप किसी देश में हो रहे दंगे-फसाद और गड़बड़ी का ज़िक्र कर सकते हैं: “अगर हर कोई शांति चाहता है तो फिर शांति हासिल करना इतना मुश्किल क्यों हो रहा है?”
5 हमेशा ताज़ा खबरों की जानकारी रखिए ताकि आप उनका इस्तेमाल करके बातचीत शुरू कर सकें। रीज़निंग किताब के पेज 10-11 में शीर्षक “करंट ईवेन्ट्स” (ताज़ा घटनाओं) के नीचे कई अच्छे सुझाव दिए गए हैं। मगर ख्याल रखिए कि कहीं आप राजनीति या सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय पेश करने ना लग जाएँ। इसके बजाय आपका मकसद होना चाहिए, लोगों का ध्यान बाइबल और परमेश्वर के राज्य की ओर लाना क्योंकि सिर्फ यही इंसान की हर समस्या का असली हल है।