नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम
डर की एक परिभाषा यूँ दी गयी है, “गहरी श्रद्धा और विस्मय, जो खासकर परमेश्वर के लिए हो।” यह परिभाषा, बाइबल में बताए गए उस भय का वर्णन करती है जिसे “बुद्धि का मूल” कहा गया है। (भज. 111:10) लेकिन, एक और किस्म का भय भी है जो शैतान की दुनिया में चारों तरफ फैला हुआ है। हम कैसे इस बुरी भावना से दूर रहकर, यहोवा के लिए पवित्र भय पैदा कर सकते हैं? सन् 2002 के सेवा साल का नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम इस सवाल का जवाब देता है। इस सम्मेलन का विषय है, “परमेश्वर से डरो और उसकी महिमा करो।” (प्रका. 14:7) इससे हम यह समझ पाएँगे कि यहोवा का भय मानने से हमें, निजी तौर पर और एक संगठन के तौर पर, किन अनेक तरीकों से लाभ होता है।
हालाँकि भय का मतलब यह भी हो सकता है कि एक इंसान चिंता में डूब जाए, हिम्मत हार बैठे और मुश्किलों का सामना करने से घबराए, मगर बाइबल कहती है: “क्या ही धन्य है हर एक जो यहोवा का भय मानता है।” (भज. 128:1) इस सम्मेलन से हम सीखेंगे कि कैसे हम सच्ची उपासना में आनेवाली मुश्किलों से निपटने में कामयाब हो सकते हैं। हम यह भी देखेंगे कि कैसे हम नए लोगों को परमेश्वर का ऐसा भय पैदा करने में मदद दे सकते हैं जो उनके लिए फायदेमंद है और जिससे उन्हें अपने सारे मन, प्राण, बुद्धि और शक्ति से उसकी सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। (मर. 12:30) पहले दिन के कार्यक्रम का अंत डिस्ट्रिक्ट ओवरसियर के इस भाषण से होगा, “आप जिनसे प्रेम करते हैं, उनके और भी करीब आइए।” भाई हमें समझाएँगे कि कैसे शैतान की उन कोशिशों की तरफ हम सचेत रह सकते हैं जो वह हमें यहोवा से, अपने परिवार और मसीही भाइयों से दूर करने के लिए कर रहा है।
दूसरे दिन की परिचर्चा के चार भाग हैं और इसका विषय है, “यहोवा से डरो, इंसानों से नहीं।” इसमें समझाया जाएगा कि क्यों और कैसे हमें ऐसे हर किस्म के डर पर काबू पाना चाहिए जो हमारी सेवकाई को पूरा करने में या स्कूल और नौकरी की जगह खराई और अच्छा विवेक बनाए रखने में रुकावट डालता है। जन भाषण का विषय है, “परमेश्वर का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर।” यह भाषण प्रकाशितवाक्य के 14वें अध्याय में बतायी गयी सिलसिलेवार घटनाओं पर आधारित है। सर्किट सम्मेलन इस हौसला बढ़ानेवाली सलाह के साथ खत्म होगा, “यहोवा के भय में चलते रहो।”
इसके अलावा ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल, आदर्श सेवा सभा, बपतिस्मे का भाषण, और प्रहरीदुर्ग अध्ययन का सारांश, कार्यक्रम के कुछ ऐसे खास पहलू हैं जिनमें आप ज़रूर हाज़िर होना चाहेंगे। अपने बाइबल विद्यार्थियों को भी सम्मेलन में हाज़िर होने का न्यौता दीजिए। जो कोई बपतिस्मा लेना चाहते हैं, उन्हें जल्द-से-जल्द प्रिसाइडिंग ओवरसियर को बताना चाहिए। हम सभी यहोवा का भय मानना चाहते हैं जो हमारे लिए फायदेमंद है, और इस बढ़िया कार्यक्रम के हर भाग में हाज़िर रहकर उसकी महिमा करना चाहते हैं!