मसीही सेवकों के लिए एक इंतज़ाम
1. सन् 1938 में कौन-सा नया इंतज़ाम शुरू किया गया था और इसके पीछे क्या मकसद था?
सन् 1938 में, यहोवा के संगठन ने एक नया इंतज़ाम शुरू किया। मंडलियों के समूहों को ज़ोन सम्मेलन में हाज़िर होने का न्यौता दिया गया, इन सम्मेलनों को आज सर्किट सम्मेलन कहा जाता है। इसके पीछे क्या मकसद था? जनवरी 1939 की इनफॉर्मेंट (आज हमारी राज-सेवा) के अंक में इसका जवाब दिया गया: “ये सम्मेलन यहोवा के निर्देशन में चलनेवाले संगठन का भाग हैं, ताकि हम राज-सेवा के काम को बेहतरीन तरीके से कर सकें। इन सम्मेलनों में मिलनेवाली हिदायतें हममें से हरेक के लिए ज़रूरी हैं ताकि दिए गए काम को हम अच्छी तरह कर सकें।” सन् 1938 में राज प्रचारकों की गिनती सिर्फ 58,000 थी, मगर 2009 में इनकी गिनती बढ़कर 70,00,000 से ज़्यादा हो गयी है। इसे देखकर यह साफ ज़ाहिर है कि सर्किट सम्मेलन, प्रचारकों को ‘दिया गया काम’ पूरा करने में मदद करने के अपने मकसद को पूरा कर रहे हैं।
2. नए सेवा साल के हमारे सर्किट सम्मेलन में क्या जानकारी पेश की जाएगी?
2 आनेवाले साल का विषय: सितंबर से शुरू होनेवाले सर्किट सम्मेलन का और इससे मिलनेवाले हौसले का हमें बेसब्री से इंतज़ार है। सम्मेलन का विषय है “तुम दुनिया के नहीं हो,” यह यूहन्ना 15:19 से लिया गया है। इस सम्मेलन के कौन-से कुछ भाषणों से यकीनन मसीही प्रचारकों को फायदा होगा? शनिवार को हम यह भाषण सुनेंगे “पूरे समय की सेवा हमारी हिफाज़त करती है—कैसे?” इसके अलावा हम तीन भागोंवाली परिचर्चा का भी लुत्फ उठाएँगे, जिसका विषय है “जंगली जानवर,” “बड़ी वेश्या,” और “पृथ्वी के सौदागर” “. . . से दूषित मत होइए।” रविवार को हम एक परिचर्चा सुनेंगे जिसका विषय है “यहोवा से प्यार करो, दुनिया से नहीं।” दूसरे भाषण हैं “‘परदेसी और प्रवासी’ जैसे रहो” और “हिम्मत रखो! तुम इस दुनिया पर जीत हासिल कर सकते हो।”
3. सर्किट सम्मेलन में हाज़िर होने से हमें क्या फायदे हो सकते हैं?
3 एक बहन प्रचार काम में ढीली पड़ गयी थी, लेकिन हाल के एक सर्किट सम्मेलन में हाज़िर होने के बाद उसने लिखा कि सम्मेलन के कार्यक्रम ने उसे अपने हालात की फिर से जाँच करने और यह ठान लेने में मदद दी कि वह “बहाने नहीं बनाएगी और प्रचार में जाएगी!” बेशक नए सेवा साल का सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम हम सभी को दुनिया से प्यार करने के बजाय यहोवा से प्यार करने में मदद देगा। (1 यूह. 2:15-17) पक्का इरादा कीजिए कि आप सम्मेलन में ज़रूर हाज़िर होंगे और कार्यक्रम को ध्यान से सुनेंगे ताकि मसीही सेवकों के लिए किए गए इस प्यार-भरे इंतज़ाम से आप पूरा-पूरा फायदा उठा सकें।