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‘लोगों को इकट्ठा कर’

1. मिस्र से निकलने के बाद, सीनै पहाड़ पर रखी गयी इसराएलियों की यादगार सभा, और क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशनों के बीच क्या समानताएँ हैं?

1 जब इसराएली मिस्र से निकले उसके कुछ ही समय बाद यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी कि सीनै पहाड़ पर ‘लोगों को इकट्ठा कर’ कि वे मेरे वचन सुनें, जिससे वे मेरा भय मानना सीखें और अपने बेटों को मेरी राहों पर चलना सिखाएँ। (व्यव. 4:10-13) वह मौका क्या ही यादगार और विश्‍वास मज़बूत करनेवाला रहा होगा! अगले कुछ महीनों के दौरान यहोवा के लोग क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशनों में इकट्ठा होंगे ताकि वे उससे सिखलाए जाएँ। इन इंतज़ामों से पूरा-पूरा फायदा उठाने के लिए हमें क्या करने की ज़रूरत है?

2. अधिवेशन के लिए ‘तैयार होने’ के लिए हमें क्या करने की ज़रूरत है?

2 ‘तैयार हो जाइए’: यहोवा ने इसराएलियों को आज्ञा दी थी कि वे सीनै पहाड़ पर रखी जानेवाली ऐतिहासिक सभा के लिए ‘तैयार हो जाएँ।’ (निर्ग. 19:10, 11) उसी तरह, अधिवेशन में हाज़िर होने के लिए हम सबको अच्छी तैयारी करनी चाहिए, न कि सिर्फ उन्हें जिनका कोई भाग है। उदाहरण के लिए, कुछ लोगों को शायद अपनी नौकरी से छुट्टी लेने के लिए इंतज़ाम करना पड़े। आपके हालात शायद नहेमायाह के जैसे ही हों। वह राजा अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था और वह अपने काम से छुट्टी लेकर यरूशलेम जाना चाहता था ताकि वहाँ टूटी पड़ी शहरपनाह बनवा सके। लेकिन उसे लगता था कि शायद राजा उसकी गुज़ारिश मंज़ूर नहीं करेगा। इसलिए नहेमायाह ने प्रार्थना की और फिर हिम्मत जुटाकर बड़े ही अदब से राजा से बिनती की। राजा ने उसे जाने की इजाज़त दे दी, यहाँ तक कि मरम्मत के काम के लिए उसे कुछ ज़रूरी चीज़ें भी दीं! (नहे. 2:1-9) अपने काम से छुट्टी लेने के अलावा, क्या आपने आने-जाने और रहने का इंतज़ाम किया है? अगर किसी को मदद की ज़रूरत है, तो वह प्राचीनों से बात कर सकता है। उन्हें उसकी मदद करने में खुशी होगी। ऐसा इंतज़ाम कीजिए कि आप हर सेशन शुरू होने से थोड़ा पहले पहुँच सकें। साथ ही, अधिवेशन में जो सिखाया जाएगा उस पर ‘और भी ज़्यादा ध्यान देने’ के लिए तैयार रहिए।—इब्रा. 2:1.

3. अधिवेशन के लिए अपना मन तैयार करने में क्या बात हमारी मदद करेगी?

3 तैयार होने में एक और ज़रूरी बात शामिल है। वह है अपना मन तैयार करना ताकि हम ध्यान से सुन सकें और सीख सकें। (एज्रा 7:10) अधिवेशन का कार्यक्रम jw.org वेबसाइट पर काफी पहले से डाल दिया जाएगा। उसमें हर भाषण का विषय और उससे जुड़ी एक-दो खास आयतें दी होंगी। यह जानकारी पारिवारिक उपासना के लिए बहुत ही बढ़िया है। आप चाहें तो अधिवेशन से कुछ हफ्ते पहले इस पर चर्चा कर सकते हैं। कुछ प्रचारक कार्यक्रम का प्रिंट आउट निकालते हैं जिस पर वे अधिवेशन के दौरान छोटे-छोटे नोट्‌स लेते हैं।

4. माता-पिता अधिवेशन के इंतज़ाम का फायदा उठाकर कैसे अपने बच्चों को सिखा सकते हैं?

4 ‘अपने बाल-बच्चों को सिखाइए’: सीनै पहाड़ पर जो सभा रखी गयी थी, उसका एक मकसद यह था कि इसराएली माता-पिता ‘अपने बाल-बच्चों को सिखाएँ।’ (व्यव. 4:10) आज अधिवेशन, माता-पिताओं को ऐसा करने का बढ़िया मौका देते हैं। माता-पिताओं को चाहिए कि वे कार्यक्रम के दौरान बच्चों को अपने साथ बिठाएँ और सिखायी जानेवाली बातों पर ध्यान देने में उनकी मदद करें। अधिवेशन के हर दिन के आखिर में आप अपने परिवार के साथ कार्यक्रम पर चर्चा कर सकते हैं। बाद में आप अपनी पारिवारिक उपासना में भी ऐसा कर सकते हैं।

5. आनेवाले अधिवेशन में हाज़िर होने से हमें क्या फायदे होंगे?

5 सीनै पहाड़ पर जो यादगार सभा रखी गयी उससे इसराएलियों को यह समझने में मदद मिली कि उन्हें परमेश्‍वर के लोग होने का क्या ही अनोखा सम्मान मिला है। (व्यव. 4:7, 8) आनेवाला अधिवेशन हमें कुछ ऐसे ही फायदे पहुँचाने के लिए तैयार किया गया है। हमें शैतान की यह दुनिया मानो निचोड़कर रख देती है। लेकिन तीन दिन तक हम दुनिया के वीराने से निकलकर आध्यात्मिक फिरदौस में ताज़गी पाएँगे और हौसला बढ़ानेवाली संगति का लुत्फ उठाएँगे! (यशा. 35:7-9) यह ध्यान में रखते हुए कि यहोवा का दिन नज़दीक है, अच्छा होगा कि हम एक-दूसरे का हौसला बढ़ाने का यह मौका न गवाएँ!—इब्रा. 10:24, 25.

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